आंध्र में हिंदू आस्था स्थल पर बना विशालकाय क्रास
हिंदू अराध्य स्थल पर क्रिश्चियन क्रॉस, माँ सीता के पद चिह्नों को नुकसान: ईसाई प्रचारकों की करतूत से बीजेपी बिफरी
हिंदुओं के अराध्य स्थल पर विधायक सभी विशालकाय क्रास
आंध प्रदेश में मंदिरों को निशाना बनाने और मूर्तियों को खंडित करने की कई घटनाएँ हाल में सामने आई हैं। अब राज्य के गुंटूर जिले के इदलापाडू (Edlapadu) में हिंदुओं के अराध्य स्थल के पास विशालकाय क्रिश्चियन क्रॉस बनाए जाने का आरोप बीजेपी ने लगाया है। जिस जगह पर यह क्रॉस लगाया गया है, वहाँ माता सीता के पद चिह्न होने की मान्यता है। बीजेपी ने ईसाई प्रचारकों पर इस क्रॉस के निर्माण का आरोप लगाया है। आंध्र प्रदेश बीजेपी के सह प्रभारी सुनील देवधर ने ट्वीट कर बताया है कि गैर कानूनी तरीके से इस विशालकाय क्रॉस का निर्माण किया गया है।
कथित अतिक्रमण की तस्वीर साझा करते हुए सुनील देवधर ने ट्वीट किया है,“आंध्र प्रदेश के इदलापाडू में जहॉं मॉं सीता के पद चिह्न विराजमान हैं,वहॉं लगाए गए इस विशलकाय गैरकानूनी क्रॉस को देखिए। भगवान नरसिम्हा की तराशी हुई प्रतिमा पीछे मौजूद है। गुंटूर जिले में ईसाई माफियाओं ने कहर मचा रखा रखा है। बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने इसका विरोध किया,लेकिन प्रशासन ने ईसाई अतिक्रमणकारियों को मौन समर्थन दे रखा है।”
ऑर्गेनाइजर की रिपोर्ट के अनुसार हिंदुओं के लिए यह जगह अराध्य है और सदियों से वे इस जगह पर वैवाहिक आयोजन करते रहे हैं। लेकिन,बाद में चुपके से ईसाई आए और इस पहाड़ी के खुद से जुड़े होने का दावा करने लगे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जगन मोहन रेड्डी की सरकार आने के बाद उन्होंने यहाँ चर्च भी बना लिया है। बीजेपी और आरएसस के कार्यकर्ताओं के विरोध के बावजूद एक शीर्ष नौकरशाह जो खुद ईसाई हैं,कथित तौर पर चर्च को मदद कर रहे हैं। दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से माता सीता के पद चिह्नों को नुकसान पहुँचाते हुए एक विशालकाय क्रॉस लगा दिया गया है। समझ से बाहर है कि मदर मेरी का भारत से क्या रिश्ता नाता है।
इस इलाके की पहचान माता सीता के पदचिह्न और भगवान नरसिम्हा की तराशी हुई प्रतिमा को लेकर रही है।
बीजेपी के नेताओं ने मामले को लेकर मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की ट्विटर पर कड़ी आलोचना की है। जगन मोहन पर सत्ता में आने के बाद आंध प्रदेश में ईसाइयत को बढ़ावा देने के आरोप भी लगते रहे हैं। आंध्र प्रदेश बीजेपी के नेता विष्णुवर्धन रेड्डी ने हिंदुओं के अराध्य स्थल पर गैरकानूनी तरीके से क्रॉस लगाने का आरोप कन्वर्जन माफियाओं पर लगाया है। रेड्डी ने इसकी तस्वीरें भी साझा की हैं।
कथित तौर पर राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे हुए इस इलाके में ईसाई प्रचारकों ने मॉल भी बनाए हैं। साथ ही पूरे क्षेत्र का व्यवसायीकरण कर दिया है।
हालांकि आंध्र प्रदेश पुलिस ने यह कहते हुए सफाई दी है क्रास हिंदुओं के लिए पूज्य स्थल से करीब आधा किलोमीटर दूर है।
Fact check : THEY ARE COMPLETELY 2 DIFFERENT HILLOCKS and there is absolutely NO encroachment of the hill where Narasimha Swami idol is there ..(check videos by our SHO)
Request to use Twitter to spread love, unity and peace..@APPOLICE100 @dgpapofficial @ysjagan pic.twitter.com/lc7HZpq6c5
— GUNTUR RURAL DISTRICT POLICE (@GntRuralPolice) March 2, 2021
बीजेपी ने अतीत में आरोप लगाए थे कि आंध्र प्रदेश में बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन की कोशिशें हो रही हैं.इस मुद्दे पर बीजेपी ने जगनमोहन रेड्डी सरकार को भी घेरा था.बीजेपी ने अब मांग की है कि सीता के पदचिह्नों वाली जगह पर जो स्ट्रक्चर खड़ा किया गया है,उसे तत्काल हटाया जाए.
बीजेपी ने आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री मेकाथोटी सुचरिता पर आरोप लगाया है कि उन्होंने स्थानीय मैनुअल रेवेन्यू ऑफिसर पर दबाव डाला.ये ऑफिसर स्ट्रक्चर के खिलाफ कार्रवाई करना चाहता था.
अभी तक इस मुद्दे पर जगनमोहन सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.सूत्रों के मुताबिक सरकार का कहना है कि वो मामले की जांच कराएगी और कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.
भव्य सीता मंदिर बनायेंगे
आंध्र प्रदेश में मां सीता और मदर मैरी को ले राजनीतिक जंग छिड़ गई है। आरोप है कि राज्य की जगन सरकार के संरक्षण में एदलपाडु पहाड़ी से सीता माता के पद चिन्हों को हटाया गया और क्रॉस लगा दिया गया।
सुनील देवधर और जगननोहन रेड्डी
आंध्र प्रदेश में अब बीजेपी और जगन सरकार के बीच सीता माता और मदर मैरी के नाम पर जंग हो रही है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि राज्य की जगन सरकार के संरक्षण में एदलपाडु पहाड़ी से सीता माता के पद चिन्हों को हटाया गया और वहां पर अवैध तरीके से एक क्रॉस लगा दिया गया है। बीजेपी ने आंदोलन की चेतावनी देते हुई कहा कि भविष्य में वहां पर भव्य सीता मंदिर बनाया जाएगा।
आंध्र प्रदेश की तिरुपति लोकसभा सीट में उपचुनाव होना है। इससे पहले वहां हिंदू बनाम ईसाई की राजनीति तेज हो गई है। तिरुपति सीट से वाईएसआरसीपी के सांसद थे जिनकी कोरोना से मौत के बाद यह सीट खाली है। बीजेपी के आंध्र प्रदेश सह प्रभारी सुनील देवधर ने आरोप लगाया कि आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की सरकार का ईसाईयत को समर्थन करना तेजी से जारी है।
उन्होंने कहा कि गुंटूर जिले के नरसारावपेट लोकसभा संसदीय क्षेत्र में एदलपाडु के पहाड़ी पर माता सीता के पदचिन्हों के निशान थे,इसलिए सालों से हिंदू वहां जाकर शादियां करते थे। बीजेपी नेता ने कहा कि धीरे-धीरे ईसाईयों ने वहां जाकर कहना शुरू किया कि ये मदर मैरी की जगह है और वहां एक मूर्ति लगा दी।
देवधर ने आरोप लगाया कि राज्य में जबसे जगन मोहन रेड्डी की सरकार बनी उसके बाद तो उनके कामों में तेजी आ गई। वहां के डीएम की मदद से सीता माता के चरण चिन्हों को हटाया और पिछले हफ्ते वहां एक बड़ा क्रॉस लगा दिया है। बीजेपी का आरोप है कि सीएम ऑफिस के आदेश पर प्रशासन इस अवैध कंस्ट्रक्शन को समर्थन कर रहा है।
बीजेपी नेता ने कहा कि हम इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि अवैध निर्माण वहां से हटाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में वहां पर सीता माता का भव्य मंदिर बनाया जाएगा।