कंझावला अंजलि हत्या में कुल आरोपित हुए सात, पुलिस चाहे पॉलिग्राफ टेस्ट
Kanjhawala Case : कंझावला आरोपितों का नया वीडियो ऑटो से भागते दिखे, आज के बड़े अपडेट
Sultanpuri Accident Case: दिल्ली के कंझावला घटना में अंजलि के दोस्त के अलावा पुलिस भी सवालों के घेरे में हैं। इस घटना पर खराब रेस्पांस को लेकर पुलिस की आलोचना भी हो रही है। इस बीच, पीसीआर वैन यूनिट को पुलिस स्टेशन और जिले के साथ अटैच को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि कम से कम एक पीसीआर वैन ने इस घटना के बारे में जानकारी देने वाले एक कॉल का जवाब तक नहीं दिया। इस बीच पुलिस ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस घटना में कुल 7 लोग शामिल थे। दो अन्य लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस छापा मार रही है। उधर, आरोपितों का एक और सीसीटीवी वीडियो सामने आया है, जिसमें वो ऑटो से भागते दिख रहे हैं।
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Kanjhawala Case Live: कंझावला आरोपियों का नया वीडियो ऑटो से भागते दिखे
कंझावला घटना में पुलिस ने दी बड़ी जानकारी
दिल्ली पुलिस ने कंझावला घटना में बड़ी जानकारी दी है। स्पेशल पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि दुर्घटना में गिरफ्तार 5 आरोपितों से पूछताछ में जानकारी मिली है कि इस घटना में कुछ और लोग भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उनकी टीम बाकी आरोपित पकड़ने को छापा मार रही है। उन्होंने बताया कि आरोपित और अंजलि आपस में अनजान थे। उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि कार को अमित चला रहा था दीपक नहीं। इस मामले में दो अन्य लोगों को भी आरोपित बनाया गया है। उन्होंने साथ ही जोड़ा कि पोस्टमार्टम में पीड़ित से यौन उत्पीड़न का कोई प्रमाण नहीं मिला है।
कंझावला आरोपितों का एक और वीडियो
कंझावला केस में नया वीडियो सामने आया है। वीडियो में दुर्घटना के बाद विजय विहार की पार्किंग में आरोपित कार पार्क करते दिख रहे हैं। इस वीडियो में कार छोड़ ऑटो से भागते दिखे हैं आरोपित। एक जनवरी को सुबह साढ़े 4 बजे आरोपित ऑटो में बैठते दिखे।
आरोपितों का होगा पॉलीग्राफी टेस्ट?
इस बीच, दिल्ली पुलिस इस घटना के आरोपितों का पॉलीग्राफी टेस्ट को कोर्ट से अनुमति मांग सकती है। दुर्घटना में प्रयुक्त कार 20 साल पुरानी है। आरोपितों ने बताया कि उन्होंने कार को इसके मालिक को रात में नहीं लौटाया था। हालांकि, पुलिस को आरोपितों के इस बयान पर भरोसा नहीं है। जांच में आरोपितों के बयान की बारीकी से जांच की जा रही है। आरोपितों ने बताया है कि उन्हें ये पता नहीं चल पाया कि कार के अंदर कोई फंसा हुआ है। पुलिस सूत्र ने बताया कि आरोपितों की पॉलीग्राफी टेस्ट को कोर्ट में प्रार्थना पत्र जाएगा।
सीसीटीवी फुटेज की टाइमिंग भी मिसमैच
पुलिस को कई सीसीटीवी फुटेज में टाइम मिसमैच भी मिला है। निधि के घर के करीब के कैमरे के अनुसार निधि रात के 1.36 बजे घर लौटती दिख रही है। लेकिन पुलिस ने बताया कि यहां के सीसीटीवी का डीवीआर 45-50 मिनट स्लो था। इसी तरह होटल के बाहर रिकॉर्ड फुटेज में निधि और अंजलि के होटल छोड़ने का वक्त 1.32 मिनट रिकॉर्ड है जबकि यहां भी सीसीटीवी का डीवीआर 15 मिनट स्लो था।
निधि की मां का दावा, अंजलि को कुचला गया
इस बीच, निधि की मां ने एक चैनल से बातचीत में दावा किया कि अंजलि को जानबूझकर मारा गया है। उन्होंने दावा किया कि आरोपितों ने जानबूझकर अंजलि को मारा था। निधि ने बताया था कि बड़ी दुर्घटना हो गई है। निधि के ऊपर भी गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की गई थी। अंजलि को गाड़ी आगे-पीछे करके कुचला गया। निधि की मां ने बताया कि आरोपितों की गाड़ी पर काला शीशा चढ़ा था।
फॉरेंसिक टीम ने कार का किया परीक्षण
फॉरेंसिक जांच में पता चला है कि महिला कार के नीचे फंस गई थी। कार के इसी हिस्से में खून के धब्बे दिखे थे। ऐसा लगता है कि महिला का चेहरा कार की बूट की तरफ था और उसका बेल्ट और पीछे का हिस्सा आगे फंस गया था।
ओयो होटल मैनेजर का बयान लिपिबद्ध
पुलिस ने ओयो होटल के मैनेजर और स्टाफ के बयान को भी दर्ज कर लिया है। पुलिस ने अंजलि के एक पुरुष मित्र से भी पूछताछ की है। होटल ने सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को शेयर किया है। फुटेज में साफ दिख रहा है कि आसपास के कमरे के लोग वहां हंगामा को रोकते दिख रहे हैं। इस हंगामे के बाद ही होटल स्टाफ ने उन्हें बार जाने को कहा। अंजलि की दोस्त निधि ने पुलिस को बताया था कि इसी घटना में उसका फोन डैमेज हो गया था।
यें हैं अंजलि को मारने वाले
5 आरोपितों में दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिट्ठू और मनोज मित्तल हैं। अमित (25 वर्ष) उत्तम नगर में एसबीआई कार्ड बनाता है। कृष्ण (27) स्पेनिश कल्चर सेंटर में काम करता है। मिथुन (26) हेयरड्रेसर है, जबकि मनोज मित्तल (27) सुल्तानपुरी में राशन डीलर और भाजपा कार्यकर्ता है। भारतीय दंड संहिता की धारा 304-ए (लापरवाही से मौत) और 279 (तेजी से गाड़ी चलाना) में पुलिस प्राथमिकी लिखी गई। बाद में, पीड़ित परिवार के सदस्यों के विरोध के बाद, पुलिस ने सुल्तानपुरी पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (अनायास हत्या) और 120-बी (आपराधिक षड्यंत्र) भी जोड़ी।
निधि के बयान पर भी सवाल
मृतक अंजलि की दोस्त निधि के बयान पर भी सवाल उठे हैं। उनके पुलिस को फोन नहीं करने पर भी सवाल उठ रहे हैं। उनके घटनास्थल से भागकर चुपचाप घर जाने को लेकर भी उनसे सवाल पूछे गए हैं। इस बीच उन्होंने कहा था कि उनका मोबाइल होटल में हंगामे में टूट गया था।
कंझावला दुर्घटना पर दिल्ली पुलिस पर आआपा का हमला
कंझावला दुर्घटना पर दिल्ली पुलिस पर आम आदमी पार्टी ने हमला बोला है। पार्टी ने प्रदर्शन कर अंजलि के गुनहगारों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है। पुलिस ने कार का फॉरेंसिक टेस्ट कर लिया है। अब आगे की कार्रवाई हो रही है।