संभल में कर्फ्यू जैसे हालात,सांसद,विधायक पुत्र समेत 2800 पर मुकदमा,25 गिरफ्तार
संभल हिंसा LIVE UPDATES; जामा मस्जिद सदर बोले- SDM-CO के कारण फैला दंगा, मंडलायुक्त बोले- पुलिस की गोली से कोई नहीं मरा
SAMBHAL JAMA MASJID SURVEY, VIOLENCE: उपद्रव-बवाल, आगजनी-फायरिंग के बाद तनावपूर्ण शांति है, शहर में कर्फ्यू जैसे हालात, बाहरियों के प्रवेश पर पाबंदी. हिंसा में अब तक 4 लोगों की मौत जबकि दो महिलाओं सहित 25 गिरफ्तार.
संभल हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत.
संभल : शाही जामा मस्जिद के सदर एडवोकेट जफर अली ने प्रेस कांफ्रेंस कर पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जफर ने दंगे का कारण संभल की परगनाधिकारी डॉक्टर वंदना मिश्रा और पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज चौधरी को बताया है. इस प्रेस कांफ्रेंस के कुछ देर बाद ही जफर गिरफ्तार कर लिया गया.
जफर ने मुख्यमंत्री -प्रधानमंत्री से दंगाइयों के परिजनों को मुआवजे की मांग तक कर डाली और कहा कि पुलिस ने गाड़ियां जलाईं,खुद तोड़फोड़ की.
ज़फ़र ने लगाए आरोप.
ज़फ़र ने कहा कि पुलिस गोली टांग पर भी मार सकती थी, लेकिन जान ले ली. ये भी कहा कि पत्थरबाजी पुलिस कर रही थी. वहां कोई नेता नहीं था. पुलिस-पब्लिक दोनों में पत्थरबाजी हो रही थी. जफर के मुताबिक अफवाह थी कि मस्जिद के अंदर खोदाई हो रही है, इसी से हालात बिगड़े. हमारे सामने पुलिस गोली चला रही थी.प्रशासन-पुलिस ने गुमराह किया,भ्रम में रखा.यह भ्रम परगनाधिकारी संभल के कारण फैला.पुलिस क्षेत्राधिकारी ने लोगों को गालियां दीं और लाठीचार्ज कर दिया.
सपा सांसद बर्क और विधायक बेटे पर दंगा भड़काने का केस, कुल 2800 लोगों पर एफआईआर
जिले में रविवारी बवाल के बाद सोमवार सुबह तनावपूर्ण शांति दिखाई दे रही है. सड़कों पर सन्नाटा है, शहर में कर्फ्यू जैसी स्थिति है. हालांकि जरूरतमंद लोग घर से बाहर निकल रहे हैं. पुलिस-प्रशासन के अधिकारी रात भर डटे रहे. भारी संख्या में पुलिस बल लगे हैं. इस बीच, पुलिस उपमहानिरीक्षक मुरादाबाद मुनिराज जी. ने अफसरों के साथ जामा मस्जिद और आसपास का क्षेत्र देखा.
मौलाना यासूब अब्बास ने शांति की अपील की
उधर, संभल में बाजार, जिले में स्कूल और इंटरनेट सेवा बंद है. हिंसा में अब तक 4 जनों की मौत हो चुकी है. पुलिस ने कार्रवाई भी शुरू कर दी है. सपा सांसद सांसद जियाउर्ररहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाद महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर दंंगा भड़काने, भीड़ उकसाने का मुकदमा हुआ है. संभल कोतवाली और नखासा थाने में 7 मुकदमे हुए हैं, इसमें लगभग 2800 जनों पर केस हुआ है. वहीं इस सिलसिले में 2 महिलाओं समेत 25 पकड़े भी गए हैं.
संभल में फिलहाल शांति बनी है.
संभल में रविवार को तब तनाव फैल गया था जब कोर्ट के आदेश पर शाही जामा मस्जिद का सर्वे करने टीम पहुंची थी. सुबह-सुबह 7.30 बजे के आसपास जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में सर्वे शुरू हुआ और करीब 11 खत्म हुआ. इस बीच सर्वे से नाराज उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. दो से तीन ग्रुप ने चारों तरफ से पथराव किया. फायरिंग और आगजनी में तीन से चार गाड़ियां फूंक दी गईं. इस बवाल में पुलिस अधीक्षक और पुलिस क्षेत्राधिकारी सहित 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. तब पुलिस ने बल प्रयोग किया. भीड़ नियंत्रण को फोर्स ने आंसू गोले छोड़े और प्लास्टिक बुलेट का इस्तेमाल किया
हिंसा में अब तक 4 जनों की मौत की पुष्टि: पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने हिंसा में 4 मौतों की पुष्टि की है. इससे पहले पुलिस महानिरीक्षक मुनिराज जी. ने नईम, बिलाल और नोमान की मौत की पुष्टि की थी. पुलिस ने तनाव फैलाने में दो महिलाओं सहित 21 को पकड़ा है। पुलिस महानिरीक्षक ने लोगों से शांति की अपील की है.
मंडलायुक्त बोले, पुलिस की गोली से नहीं हुईं मौतें : वहीं, मंडलायुक्त आंजनेय का कहना है कि जो 4 मौतें पुलिस की गोली से नहीं हुईं. तमंचे और देसी बंदूक की गोली से हुई हैं. पूरे घटनाक्रम की मजिस्ट्रेटी जांच होगी. इसके साथ ही संभल हिंसा जांच को जिलाधिकारी संभल ने उपजिलाधिकारी दीपक कुमार चौधरी को जांच अधिकारी नियुक्त कर 7 दिन में जांच पूरी करने को कहा है.
स्कूल-इंटरनेट सेवा बंद: बताते चले कि संभल में बवाल के बाद इंटरनेट सेवा बंद है. कक्षा नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूल कॉलेज भी बंद हैं. इसके अलावा 1 दिसंबर तक संभल में बाहरियों के प्रवेश पर पूरी पाबंदी लगी है. जिलाधिकारी डॉक्टर राजेंद्र पैंसिया के अनुसार केवल संभल तहसील में 24 घंटे इंटरनेट बंद रहेगा .
सर्वे टीम में शामिल सदस्य: जामा मस्जिद का सर्वे करने रविवार को एडवोकेट कमीशन रमेश राघव, हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, गोपाल शर्मा, प्रिंस शर्मा और विष्णु शर्मा पहुंचे थे. वहीं जामा मस्जिद के सदर जफर अली के अलावा मस्जिद कमेटी भी साथ रही. जिलाधिकारी डॉक्टर राजेंद्र सिंह पेंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई सहित आवश्यक पुलिस बल भी रहा .
उपद्रवियों पर लगेगा NSA : हिंसा पर पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई का कहना है कि पुलिस को लक्ष्य कर पथराव हुआ. कई पुलिसकर्मी घायल हुए। पैरों में भी चोटें आई. पुलिस गाड़ियां निशाना बनी. दूसरी बाइक और अन्य गाड़ियों को उपद्रवियों ने नुकसान नहीं पहुंचाया. विश्नोई ने कहा कि . सभी की पहचान कर NSA में कार्रवाई होगी।
याचिका पर कोर्ट का था आदेश: हिंदू पक्ष ने 19 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने का दावा करते हुए जिला कोर्ट में याचिका दी थी जिस पर कोर्ट ने सर्वे आदेश दिया था. उसी दिन सर्वे भी हुआ तो राजनीतिक घमासान मचा. मामले में अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी.
हिंदू पक्ष ने याचिका में रखे हैं ये साक्ष्य: शाही जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने के पक्ष में दावा है कि यह पहले श्री हरिहर मंदिर था. 1529 में बाबर ने मस्जिद बनवाई. बाबर ने ही मंदिर तोड़ मस्जिद बनवाई थी. मस्जिद बनाने को यहां का हरिहर मंदिर तोड़ा गया. इसमें बाबरनामा और आइने अकबरी आधार बनाये गये. ASI की 150 साल पुरानी एक किताब भी साक्ष्य है. हिंदू पक्ष ने शक संवत का हजारों साल पुराना एक नक्शा पेश किया है. कहना है कि यहां पर भविष्य में भगवान कल्कि अवतार लेंगे. हिंदूओं का दावा है कि मस्जिद में मंदिर की मौजूदगी के बहुत से निशान हैं. इसी को लेकर अदालत में याचिका दायर हुई. वादी केला देवी मंदिर के महंत ऋषि राज गिरी कहना है कि उनके पास संभल का शक संवत 987 का हजारों वर्ष पुराना नक्शा है जिसमें शाही जामा मस्जिद हरिहर मंदिर के रुप में है. यही नहीं, हजारों साल प्राचीन नक्शे में संभल, तीर्थराज संभल नाम से अंकित है. नक्शे में संभल के 68 तीर्थ और 19 कूप भी दर्शित हैं.
मस्जिद का इतिहास : पुरातत्व विभाग के अनुसार संभल की शाही जामा मस्जिद 500 वर्ष पुरानी है. यह साल 1920 में भारतीय पुरातत्व सर्वे में संरक्षित इमारत घोषित हुई. संभल की जामा मस्जिद का उल्लेख बाबरनामा में है. संभल जामा मस्जिद के एडवोकेट जफर अली के मुताबिक 1529 में मुगल शासक बाबर के आदेश पर मीर बेग ने मस्जिद बनवाई थी. जामा मस्जिद समतल भूमि पर बनी है, जिसके प्रमाण उनके पास हैं. उन्होंने हिंदू पक्ष के दावों को बेबुनियाद बताते हुए दावा किया कि जामा मस्जिद मंदिर खंडित करके नहीं बनी. जामा मस्जिद पांच बीघे में है. जुमे की नमाज में यहां एक हजार लोग आते हैं. संभल सदर की जनसंख्या 6 लाख है. 85 प्रतिशत मुस्लिम है. जिले की जनसंख्या 25 लाख है, जिसमें 60 प्रतिशत हिंदू है.
सांसद ने जताई चिंता: संभल के सांसद जियाउर्रहमान रहमान बर्क ने X पोस्ट पर लिखा है ‘ मैं सम्भल की आवाम से शांति की अपील करता हूं. हालात जानकर बहुत दुखी हूं. जान माल के नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती. अभी ये आख़िरी फ़ैसला नहीं है. उम्मीद करता हूं, इस देश की बड़ी अदालतें और पार्लियामेंट इंसाफ करेंगी.’
हिंसा पर विपक्ष आक्रामक: संभल में हिंसा पर विपक्षी दल आक्रामक हैं. उसने हिंसा को शासन-प्रशासन को जिम्मेदार बताया. समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने सरकार को घेरा है. ऑल इंडिया इत्तेहादुल मजलिस-ए-मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी संभल हिंसा पर सवाल उठाया. ओवैसी ने X पोस्ट पर लिखा है कि तुझे कितनों का लहू चाहिए ऐ अर्ज़-ए-वतन? जबकि कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज आलम ने संभल हिंसा को प्रदेश सरकार और न्यायपालिका के संविधान विरोधी रवैये को ज़िम्मेदार बताते हुए कहा कि कि यह ड्रामा पूजा स्थल अधिनियम 1991 को कमजोर करने को किया जा रहा है. संभल हिंसा पर आम आदमी पार्टी सांसद व उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस की निंदा की. उन्होंने कहा कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश “बर्बाद” कर दिया है.
फिरोजाबाद और रामपुर में अलर्ट : संभल में बवाल के बाद फिरोजाबाद रामपुर में पुलिस प्रशासन सतर्क. फिरोजाबाद शहर में पुलिस अफसरों के नेतृत्व में जवानों ने पैदल मार्च किया. साथ ही धर्मगुरुओं के साथ बैठक भी की. पुलिस अफसरों ने चेतावनी भी दी कि किसी ने वातावरण खराब करने की कोशिश की तो कड़ी कार्रवाई होगी. अपर पुलिस अधीक्षक शहर रविशंकर प्रसाद ने रविवार रात पुलिस ने मिश्रित आबादी क्षेत्र में पैदल मार्च किया. साथ ही मुस्लिम धर्म गुरुओं से बैठक की.
TAGGED:
SAMBHAL SHAHI JAMA MASJID SURVEY
VIOLENCE