डामटा बस दुुर्घटना की केंद्रीय टीम ने किया रोड़ सेफ्टी ऑडिट
उत्तरकाशी बस दुर्घटना: रोड सेफ्टी ऑडिट में खुले कई राज, तीव्र मोड़-ओवर स्पीड सहित दुर्घटनाओं की ये निकलीं वजहें
उत्तरकाशी बस दुर्घटना के बाद रोड सेफ्टी ऑडिट टीम ने कई राज खोले हैं। तीव्र मोड़, ओवर स्पीड, यात्रियों की भीड़ सहित कई कारण दुर्घटनाओं की वजहें बन रहे हैं। सड़क का पूरी तरह से चौड़ा न होना भी कारण है और क्रैश बैरियर न होना भी।
देहरादून 08 जून। उत्तर काशी के डामटा के नजदीक में यमुनोत्री नेशनल हाईवे 123 पर हुई सड़क दुर्घटना का सेफ्टी ऑडिट करने आई केंद्रीय टीम ने तीव्र मोड़ पर ओवर स्पीड को दुर्घटना का प्रमुख कारण माना है। वाहनों का भारी दबाव होने के बावजूद सड़क का पर्याप्त चौड़ा न होना और क्रैश बैरियर की कमी को सड़क सुरक्षा की दृष्टि से गंभीर खामी माना गया है।
घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद टीम बुधवार को वापस नई दिल्ली लौट गई है। यह टीम अब इस दुुुर्घटना वाले स्थान को लेकर जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को देगी और उसके बाद इस संदर्भ में आगे की कार्रवाई होगी।
विदित है कि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने सेव लाइफ फाउंडेशन की तीन सदस्यीय टीम को डामटा बस दुुर्घटना का सेफ्टी ऑडिट करने के लिए भेजा था।
यह टीम घटनास्थल का दौरा करने के बाद वापस लौट गई है। सूत्रों ने बताया कि टीम ने दुुर्घटना वाले स्थल का निरीक्षण करने के बाद प्राथमिक तौर पर दुर्घटना के लिए तीखे मोड़ पर ओवर स्पीड होने की आशंका जताई है। साथ ही वाहनों के दबाव को देखते हुए सड़क के पर्याप्त चौड़ा न होने और सड़क के किनारे क्रैश बैरियर न होने को भी गंभीर खामी माना है।
निरीक्षण के दौरान स्थानीय अधिकारियों ने टीम को बताया कि दुर्घटना स्थल पर पूर्व में भी दो बड़ी दुर्घटनायें हो चुकी हैं। हालांकि टीम की ओर से अभी तक अंतिम रूप से रिपोर्ट तैयार नहीं की गई है और राज्य के अफसरों को इस संदर्भ में कोई जानकारी भी नहीं दी गई है।
हालांकि बस के चालक ,जो बस के अनियंत्रित होते ही उसके भरोसे निश्चिंत बैठे यात्रियों को उनकी किस्मत पर छोड़ बाहर कूद गया था,के स्टीयरिंग फेल होने के दावे की तकनीकी जांच भी किये जाने की जरूरत है ।
राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता राजेश पंत ने टीम की ओर से दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किए जाने की पुष्टि की है।
इधर लोनिवि के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि टीम रोड सेफ्टी ऑडिट करने के बाद वापस लौट गई है और अब अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को ही सौंपेगी