अस्पताल पर राकेट से हुई मौतों पर संवेदना,मोदी ने की फिलिस्तीनी राष्ट्रपति से बात
प्रधानमंत्री मोदी ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति से की बात, गाजा विवाद पर भारत अपने पुराने रुख पर कायम
भारतीय प्रधानमंत्री ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की है.इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिकों की मौत पर भी अपनी संवेदना व्यक्त की.
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति संग प्रधानमंत्री मोदी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली,19 अक्टूबर 2023,भारतीय प्रधानमंत्री ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की है.इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिकों की मौत पर भी अपनी संवेदना व्यक्त की.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान स्पष्ट किया कि भारत फिलिस्तीन के लोगों के लिए मानवीय मदद जारी रखेगा. क्षेत्र में आतंकवाद,हिंसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर अपनी गहरी चिंता साझा की.इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया.
युद्ध में 3785 लोगों की गई जान
आपको बता दें कि गाजा में फिलीस्तीनियों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 3,785 हो गया है. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल द्वारा युद्ध की घोषणा के बाद से गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,785 तक पहुंच गई है, जिनमें 1,524 बच्चे, 1,000 महिलाएं और 120 बुजुर्ग लोग शामिल हैं. इसके अलावा 12,493 अन्य घायल हुए हैं, जिनमें 3,983 बच्चे और 3,300 महिलाएं शामिल हैं.
गौरतलब है कि इजरायल और हमास के बीच जारी जंग को आज 12 दिन हो चुके हैं. पिछले 12 दिनों में इस जंग में कई बड़े अपडेट सामने आए हैं. जैसे एक दिन पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने इजरायल दौरे पर तेल अवीव पहुंचे थे. यहां उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की थी.
इजरायल के दौरे पर पहुंचे ऋषि सुनक
सिर्फ जो बाइडेन ही नहीं बल्कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी इजरायल के दौरे पर पहुंचे थे. गुरुवार को तेल अवीव पहुंचे सुनक ने कहा कि इस मुश्किल समय में ब्रिटेन इजरायल के साथ खड़ा है. हालांकि, ईरान, जॉर्डन, लेबनान समेत कई मुस्लिम देश इजरायल के विरोध में लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. लेकिन, इसकी फिक्र किए बिना इजरायल लगातार गाजा पर एयरस्ट्राइक कर रहा है.
हमास ने कब किया था इजरायल पर हमला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमले को अंजाम देने के लिए आतंकी संगठन हमास ने पूरा प्लान पहले ही तैयार कर लिया था. प्लान को हमास की 5 यूनिट्स ने अंजाम दिया. सबसे पहले 7 अक्टूबर की सुबह 6.30 बजे मिसाइल यूनिट के जरिए 3 हजार रॉकेट दागे गए. इतने बड़े हवाई हमले से इजरायल के लोग सकते में आ गए. फिर एयरबॉर्न यूनिट के जरिए पैराग्लाइडर से आतंकी इजरायल में घुसे. फिर कमांडो यूनिट ने जमीन पर बाड़ काटी और गाजा पट्टी से आतंकी इजरायल में दाखिल हुए. इस दौरान हमास की ड्रोन यूनिट हमला करने और सूचना जुटाने में जुटी रही. इजरायल का अनुमान है हमास के करीब 1000 लड़ाकों ने घुसपैठ की.
हमास और इजरायल में जारी जंग के बीच इस देश का बड़ा फैसला, कहा- देश छोड़ें इजरायली राजदूत
हमास के इजरायल पर किए गए हमले के बाद इजरायली सेना गाजा में लगातार बमबारी कर रही है. गाजा पर इजरायल के इस हमले को कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्ताव पेट्रो ने यहूदियों पर नाजी के किए गए अत्याचार से तुलना की थी. जिसके बाद इजरायली राजदूत और कोलंबिया के राष्ट्रपति के बीच सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई ।