दून को स्वर्ण पदक, क्षयमुक्ति लक्ष्य जनसहभागिता बिना नहीं: नरेश बंसल
देहरादून 26 मार्च। राज्य सभा सांसद नरेश बंसल ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2030 तक क्षयमुक्ति लक्ष्य के मुकाबले भारत को 2025 तक क्षयमुक्त करने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य बिना सक्रिय सहयोग प्राप्त नहीं किया जा सकता। अभी देश में 10 लाख निक्षय मित्र सहयोग कर रहे हैं। इस दिशा में देशभर में घर-घर सर्वेक्षण में देहरादून जनपद का स्वर्ण पदक प्राप्त करना आशा जताता है कि क्षयमुक्ति में भी देहरादून सबसे आगे रहेगा क्योंकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसी वर्ष उत्तरांखड को क्षयमुक्त करने का लक्ष्य रखा है।
विश्व क्षय दिवस पर सर्वे चौक स्थित आईआरडीपी सभागार में आयोजित संगोष्ठी में सांसद बंसल ने कहा कि क्षय और अन्य रोगों का कारण गंदगी,गरीबी और कुपोषण है जिसे समाप्त करने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 11 करोड़ शौचालय तथा नौ करोड़ लोगों को उज्जवला गैस कनेक्शन देने के साथ 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अन्न सुनिश्चित किया है।
बंसल ने इस अवसर पर अपने परिचित एमरजेंसी में जेल यात्रा करके आये सामाजिक कार्यकर्ता शिवकुमार शर्मा की क्षय रोग से अकाल मृत्यु का उल्लेख करते हुए कहा कि वे दो के स्थान पर पांच क्षयरोगियों को गोद लेने का संकल्प ले रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने महानगर के शीर्ष सामाजिक कार्यकर्ता विजय स्नेही के माता-पिता के नाम से बने न्यास को अपनी सांसद निधि से मोक्ष वाहन देने की घोषणा भी की। क्षय मुक्ति दिवस कार्यक्रम के पश्चात विधिवत पूजन से उसका लोकार्पण किया गया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजय जैन ने बताया कि 2020 में देहरादून जनपद में 3899 क्षय रोगी चिन्हित किए गए थे जो 2021 में बढ़कर 4520 और 2022 में 5918 हो गये। इस वर्ष अभी तक यह संख्या 1113 हो चुकी है। जनपद में छह उपचार ईकाईयों में 22 डीएमसी कार्यकर्ता हैं फिलहाल 2404 रोगियों का उपचार कर रहे हैं जिनमें से 1900 को निक्षयमित्र पोषण आहार का दायित्व निभा रहे हैं।
कार्यक्रम में निक्षयरोग सहयोगियों हिमालय वैलनेस कंपनी के डॉक्टर फारुख,बालाजी संस्था के डॉक्टर अवधेश कुमार, लायंस क्लब डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रजनीश गोयल, रोटरी क्लब के तपन कौशिक, इस फाउंडेशन की हेमलता बहन, होप संस्था के लारेंस तथा डॉक्टर जीबी सेबेस्टियन, साईं इंस्टिट्यूट की आरती,जीत संस्था के चंदन सिंह बिष्ट,किरण बिष्ट तथा श्रद्धा जैन,उद्यमी संजय जैन तथा पंकज गुप्ता को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम संचालन करते हुए जिला क्षय अधिकारी डॉक्टर मनोज वर्मा ने बताया कि 2015 में घर घर सर्वेक्षण में प्रति लाख जनसंख्या पर 400 क्षयरोगी पाये गये थे जो 2022 में घटकर 275 मिले हैं। उन्होंने कहा कि क्षय रोगी की पहचान उपचार की दिशा में पहला पग होता है।
इस अवसर पर देहरादून के मेडिकल कॉलेजों में कराये गये पोस्टर प्रतियोगिता में दून मेडिकल कॉलेज की महिमा राठी को प्रथम तथा पूजा चौहान को द्वितीय, एम्स ऋषिकेश से धवनी बनीथला को प्रथम तथा स्वप्नव नंदा को द्वितीय और एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज के शशांक भंडारी को प्रथम तथा श्रुति गुलाटी को द्वितीय पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम में महापौर सुनील उनियाल गामा,विधायक खजान दास तथा मुख्य विकास अधिकारी झरना कामठान के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता गोविंद मोहन भी थे।