दिल्ली दंगों के षड्यंत्रकारी उमर खालिद व ताहिर हुसैन: अदालत

Delhi Violence : अदालत ने कहा- प्रथमदृष्ट्या उमर खालिद और ताहिर हुसैन ने अपने अन्‍य साथियों के साथ मिलकर रची साजिश
दिल्‍ली की अदालत ने जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद(Umar Khalid) और आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) का प्रथमदृष्टया दंगों का षड्यंत्रकारी माना है.सांप्रदायिक हिंसा में 53 लोगों की मौत हो गई थी.
नई दिल्ली.05 जनवरी। दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को कहा,’यह प्रदर्शित करने के लिए प्रथमदृष्टया उपयुक्त आधार हैं कि जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद(Umar Khalid) , आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) और अन्य ने पिछले वर्ष उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों (Delhi Violence) के दौरान षड्यंत्र रचे थे. अदालत ने मामले में पूरक आरोपपत्र का संज्ञान लेते हुए यह टिप्पणी की. मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार ने कहा कि पिछले वर्ष फरवरी में खजूरी खास इलाके में सांप्रदायिक हिंसा से जुड़े मामले में खालिद के खिलाफ कार्यवाही आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त सामग्री उपलब्ध है.

अदालत ने कहा कि एक गवाह का बयान यह प्रदर्शित करने के लिए पर्याप्त है कि उस वक्त खालिद, ताहिर हुसैन के कथित संपर्क में था. हुसैन पर मुख्य षड्यंत्रकारी होने का आरोप है जिसने दंगे भड़काए और लोगों से लूटपाट करने तथा संपत्तियों को जलाने के लिए भीड़ को उकसाया. अदालत ने कहा कि अभियोजन ने आरोपपत्र में आरोप लगाया है कि दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में सांप्रदायिक दंगे भड़काने के आपराधिक षड्यंत्र में खालिद ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया. अदालत ने अपने आदेश में कहा, ‘आरोपी व्यक्तियों द्वारा भीड़ को उकसाने के कारण लोगों के साथ लूटपाट की घटना हुई और घरों एवं दुकानों सहित संपत्तियों को जलाया गया. उन्होंने सार्वजनिक संपत्ति को भी नष्ट किया.’

अदालत साथ ही कही ये बात

अदालत ने कहा कि अभियोजन ने गवाह राहुल कसाना के बयानों का जिक्र किया है और उसने सीआरपीसी की धारा 161 (पुलिस द्वारा जांच) के तहत बयान दर्ज कराए हैं, जिसमें उसने कहा है कि उस वक्त वह हुसैन के वाहन चालक के रूप में काम कर रहा था.अदालत ने कहा कि उसके बयान के मुताबिक कसाना ने आरोपी हुसैन को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोगों और इसमें हिस्सा लेने वाले लोगों को कथित तौर पर पैसे बांटते देखा था. अदालत ने कहा कि बयान में आरोप है कि वह 8 जनवरी 2020 को हुसैन को लेकर शाहीन बाग गया, जहां हुसैन कार से उतरने के बाद एक कार्यालय में गया और कुछ समय बाद वह उमर खालिद और खालिद सैफी के साथ कथित तौर पर कार्यालय में घुसा.

अदालत ने कहा कि इस प्रकार प्रथमदृष्ट्या इस बात के उपयुक्त आधार हैं कि उमर खालिद, आरोपी ताहिर हुसैन और अन्य आरोपियों ने अपराध में मिलकर षड्यंत्र रचे, जैसा कि आरोपपत्र में जिक्र किया गया है. इसलिए, आरोपी उमर खालिद के खिलाफ कार्यवाही आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त सामग्री मौजूद है.अदालत ने जांच अधिकारी को निर्देश दिया कि संबंधित जेल अधीक्षक के माध्यम से पूरक आरोपपत्र की एक प्रति खालिद को दी जाए. संशोधित नागरिकता कानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच पिछले वर्ष 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी, जिसमें 53 लोगों की मौत हो गई और करीब 200 व्यक्ति जख्मी हो गए थे.
7 जनवरी को गुरुग्राम में ड्राई रन, वैक्सीन लगवाने 75 हेल्थ वर्कर बनेंगे डमी मरीज
गुरूग्राम सीएमओ वीरेंद्र यादव के मुताबिक ड्राई रन (Dry Run) की प्रकिया 7 जनवरी को सुबह 7 से 9 बजे के बीच किए जाने की प्लानिंग की गई है. बताया गया है कि जिले में चिह्नित किए गए वैक्सीनेशन पॉइंट में से किन्हीं तीन जगहों पर 25-25 स्वास्थ्यकर्मि
LAST UPDATED:JANUARY 5, 2021, 10:26 PM IST
गुरुग्राम. सर्वाधिक कोरोना मामल लेकर आया है. इस क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की ओर से कोरोना वैक्सीन देने की तैयारियां पूरी कर ली गई है. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अभी वैक्सीन तो नहीं आई है, लेकिन व्यवस्थाओं को लेकर वह मुस्तैद है. कोविड-19 वैक्सीन लगाए जाने के लिए यहां ड्राई रन शुरू कर दिया गया है. इसमें 75 हेल्थ वर्कर्स (health workers) को डमी मरीज के तौर पर तैयार किया गया है.

गुरूग्राम सीएमओ वीरेंद्र यादव के मुताबिक ड्राई रन की प्रकिया 7 जनवरी को सुबह 7 से 9 बजे के बीच किए जाने की प्लानिंग की गई है. बताया गया है कि जिले में चिह्नित किए गए वैक्सीनेशन पॉइंट में से किन्हीं तीन जगहों पर 25-25 स्वास्थ्यकर्मियों को बुलाया जाएगा. इसके बाद उन पर टीका लगाने का डेमो किया जाएगा. यह रिहर्सल ठीक उस तरह से की जाएगी जैसे असल में टीका लगाया जाना है. ड्राई रन में टीकाकरण के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को ही चुना गया है. इन्हें वास्तविक टीका नहीं बल्कि डम्मी टीका दिया जाएगा. यह ड्राई रन जिले में तीन जगहों पर किया जाना है. जिन जगहों पर यह टीकाकरण किया जाएगा इसके लिए स्थान का चयन फिलहाल नहीं किया गया है. ड्राई रन के पूरा होने के साथ ही इसकी जानकारी शासन को भेजी जानी है.

हरियाणा में भी ड्राई रन

इधर, हरियाणा में पंचकूला के बाद गुरुग्राम में भी ड्राई रन किया जा रहा है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने तैयारियां पूरी कर ली है. इस दौरान वैक्सीन के भंडारण, उसकी ढुलाई का इंतजाम, वैक्सिनेशन स्थल पर भीड़ प्रबंधन, सोशल डिस्टेंस, कोविन पोर्टल पर संबंधी डाटा अपलोड करना, टीका लगाने के बाद किसी की हालत बिगड़ने पर इंतजाम की तैयारी को भी परखा जाएगा. वैक्सिनेशन का काम बिना किसी रुकवट के तय वक्त पर पूरा किया जा सके इसीलिए ड्राई रन के दौरान इस पूरी प्रक्रिया की प्रक्क्टिस की जानी हैं

उमर खालिद ने कोर्ट में चार्जशीट पर दर्ज कराई आपत्ति, बोले- मेरे ऊपर क्या आरोप, अब तक नहीं पता

दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) से जुड़े गंभीर आरोपों के तहत जेल में बंद जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद (Omar Khalid) ने कोर्ट में चार्जशीट पर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि मेरे ऊपर क्या आरोप, अब तक नहीं पता.
उमर खालिद ने कोर्ट में चार्जशीट पर दर्ज कराई आपत्ति, बोले- मेरे ऊपर क्या आरोप, अब तक नहीं पता
यूएपीए जैसी गंभीर धाराओं में आरोपी है उमर खालिद
पिछले साल हुई दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) से जुड़े गंभीर आरोपों के तहत जेल में बंद जेएनयू (JNU) के पूर्व छात्र उमर खालिद (Omar Khalid) ने कोर्ट में चार्जशीट का मुद्दा उठाते हुए आपत्ति दर्ज कराई है. उमर खालिद ने कोर्ट में कहा कि चार्जशीट दायर हुए करीब डेढ़ महीना हो गया, लेकिन अब तक उन्हें यह पता नहीं चल सका कि उनके खिलाफ क्या आरोप लगाए गए हैं. खालिद ने अपनी यह आपत्ति कड़कड़डूमा कोर्ट के समक्ष रखी जहां दिल्ली हिंसा से जुड़े मामलों की सुनवाई चल रही है. चार्जशीट की कॉपी न मिलने को उमर खालिद ने ट्रायल को अपने अधिकार के खिलाफ बताया है.

यूएपीए जैसी गंभीर धाराओं में आरोपी बनाए गए उमर खालिद की आपत्ति पर कड़कड़डूमा कोर्ट में सरकार ने भी अपना पक्ष रखा. दिल्ली सरकार ने कोर्ट को बताया गया कि इसमें कोई भी परेशानी नहीं है और उमर खलिद को चार्जशीट की कॉपी जेल के कंप्यूटर पर उपलब्ध करा दी जाएगी जिसे वह पढ़ सकेंगे.
शरजील इमाम और अतहर खान ने भी रखी अपनी बात
वहीं, मामले की सुनवाई के दौरान हिंसा के एक अन्य आरोपी शरजील इमाम और अतहर खान ने भी अपनी बात कोर्ट के सामने रखी. इमाम ने फेयर ट्रायल की मांग करते हुए कहा कि जब हिंसा हुई तो मैं जेल में था और इस पूरे मामले में मेरा कोई रोल नहीं है. इसके अलावा अतहर खान ने कोर्ट को बताया कि वह जब भी मेडिकल चेकअप के लिए बाहर जाता है तो उसे 14 दिन के लिए क्‍वारंटाइन कर दिया जाता है. यही नहीं, उसे अपने वकील से भी नहीं मिलने दिया जाता है. अतहर खान ने कहा कि जो भी जेल कर्मी रोज बाहर जाते हैं उन्हें क्‍वारंटाइन नहीं किया जाता है लेकिन मुझे हर बार किया जाता है.सरकार की तरफ से दी गई ये दलील
मामले की सुनवाई के दौरान आरोपी अतहर खान की शिकायत पर दिल्ली सरकार की तरफ से दलील दी गई कि क्वारंटाइन का नियम हाई पावर कमेटी की तरफ से तय किया गया है. इन तमाम दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने आरोपियों की न्यायिक हिरासत 19 जनवरी तक बढ़ा दी है.

आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यूएपीए के तहत गिरफ्तार उमर खालिद के खिलाफ पिछले साल नवंबर के आखिरी सप्ताह में चार्जशीट दायर की थी. स्पेशल सेल की चार्जशीट में उमर खालिद को रिमोट कंट्रोल की तरह पूरे एपिसोड को कंट्रोल करने वाला बताया गया था।

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