अशोक कुमार-ओपी मिनोचा की ‘साइबर एनकाउंटर्स ‘ की जनजागरुकता बचायेगी गाढ़ी कमाई
बहुप्रतीक्षित पुस्तक”साइबर एनकाउंटर्स” के अंग्रेजी संस्करण का हुआ विमोचन
नई दिल्ली 22 अप्रैल। साइबर अपराधों पर प्रभावी रोकथाम को जन-जागरूकता अभियान सबसे सशक्त माध्यम के रूप में उभरा है l उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार एवं डीआरडीओ के पूर्व वैज्ञानिक ओ0पी0 मनोचा द्वारा लिखित जन जागरूकता अभियानों को प्रोत्साहित करती” साइबर एनकाउंटर्स” पुस्तक के अंग्रेजी संस्करण का विमोचन आईआईटी दिल्ली के सेमिनार हॉल में गुरुवार को आईआईटी एलुमनाई एसोसिएशन के आयोजित समारोह में किया गया l
पुस्तक का विमोचन लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डॉक्टर राजेश पंत पीएमओ में राष्ट्रीय सिक्योरिटी समन्वयक , अमन गुप्ता समन्वयक एवं मनोज यादव राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में महानिदेशक ने किया l विमोचन के उपरांत जन-जागरूकता अभियानों को आंदोलन में बदलने की दूरगामी सोच के साथ यह पुस्तक आज से पाठकों के बीच उपलब्ध है l
पुलिस महानिदेशक,उत्तराखंड अशोक कुमार एवं ओ0पी0 मनोचा, (पूर्व-डी0आर0डी0ओ0 वैज्ञानिक) की लिखित पुस्तक “साइबर एनकाउंटर्स” प्रतिष्ठित पेंगुइन रैंडम हाउस से प्रकाशित हुई है l पुस्तक की प्रस्तावना सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ने लिखी है l
“साइबर एनकाउंटर्स” पुस्तक के लेखक अशोक कुमार उत्तराखंड कैडर के 1989 बैच के आई0पी0एस अधिकारी है एवं वर्तमान में पुलिस महानिदेशक,उत्तराखंड हैं। उनकी लिखित प्रथम पुस्तक “खाकी में इंसान” को बी0पी0आर0एंड0डी और गृह मंत्रालय से जी0बी0 पंत पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है l आंतरिक सुरक्षा पर आधारित उनकी दूसरी पुस्तक “चैलेंजेज टू इंटरनल सिक्योरिटी ” मैकग्रा हिल ने प्रकाशित की है l
“साइबर एनकाउंटर्स”में सहयोगी लेखक ओपी मनोचा डी0आर0डी0ओ0 में विभिन्न रक्षा परियोजनाओं को क्रियान्वित करने के साथ ही सक्रिय ब्लॉगर एवं लेखक हैं l 12 आकर्षक कहानियों के रूप में प्रस्तुत की गई यह पुस्तक सोशल मीडिया में साइबर अपराधियों के द्वारा प्रदर्शित नकली पहचान, रैनसमवेयर, कार्ड क्लोनिंग, सेक्सटॉर्शन और फिशिंग आदि से संबंधित वास्तविक साइबर अपराधों से पाठकों को रूबरू कराती हैlयह पुस्तक साइबरस्पेस में होने वाले अपराधों के बारे में लोगों को जागरूक करने के साथ ही अपराधियों के द्वारा आजमाएं गए नए तौर-तरीकों पर प्रकाश डालती है l
कार्यक्रम में साइबर अपराध रोकथाम में रुचि रखने वाले विशेषज्ञ एवं कानूनी विशेषज्ञ,वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षाविदों एवं 1,000 से अधिक छात्रों की उपस्थिति सभागार में रही l
कार्यक्रम में उपस्थित पाठकों को संबोधित करते हुए अशोक कुमार ने कहा कि साइबर अपराध रोकना वर्तमान में सबसे बड़ी चुनौती है l उन्होंने कहा कि जन-जागरूकता के माध्यम से इन अपराधों को न केवल नियंत्रित कर सकते हैं, बल्कि साइबर अपराधों के उपयोग की जा रही नई तकनीकों से समय रहते आम नागरिकों को जागरूक कर उनकी मेहनत की कमाई साइबर अपराधियों से बचाने को मिशन मोड में काम करने की आवश्यकता हैl
पुस्तक के सहयोगी लेखक ओ0पी0 मनोचा ने साइबर अपराधियों के उपयोग किए जा रहे नए-नए टूल्स के बारे में जानकारी दी l बॉलीवुड थ्रिलर फिल्म ‘कहानी’ की पटकथा एवं पत्रकार लेखक सुश्री अद्वैत काला की संचालित पैनल चर्चा में साइबर अपराधियों के उपयोग की जा रही तकनीकों एवं साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने में पुलिस के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में विस्तार से चर्चा हुई l पैनल चर्चा के बाद पाठकों ने पुस्तक के लेखक से साइबर अपराध के संबंध में कई प्रश्न किए l समस्त प्रश्नों के उत्तर “साइबर एनकाउंटर्स” पुस्तक के लेखक अशोक कुमार ने साइबर अपराधियों के उपयोग की जा रही तकनीकों एवं उनके विस्तृत समाधान के साथ दिए हैं l साइबर एनकाउंटर पुस्तक के हिंदी संस्करण का विमोचन आगामी दिनों में देहरादून में किया जाएगा lकार्यक्रम के आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती डॉक्टर अलकनंदा अशोक ने किया। कार्यक्रम की मास्टर ऑफ सेरेमनी श्रीमती शक्ति मनोचा और सुश्री चारुल शर्मा द्वारा की गई l