धामी के समझाने पर लिया चैक अंकिता के पिता ने,कहा -चाहिए मौत के बदले मौत

Ankita Murder Case: अंकिता के परिजनों से मिले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, चेक सौंपते ही फफक पड़े पिता
मुख्यमंत्री धामी ने अंकिता के माता-पिता को आश्वासन दिया कि आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाएगा।

अंकिता के परिजनों से मिले मुख्यमंत्री धामी

श्रीनगर 30 सितंबर। बेटी अंकिता भंडारी की हत्या से गमजदा परिजनों को ढांढस बंधाने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को स्वयं डोभ श्रीकोट पंचायत के धूरो पहुंचे। उन्होंने अंकिता के माता-पिता व भाई से मुलाकात कर उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में 25 लाख रुपये का चेक सौंपा।

चेक देखकर अंकिता के पिता फफक पड़े और सहायता राशि लेने से इन्कार कर दिया। मुख्यमंत्री के काफी समझाने के बाद वह चेक लेने को राजी हुए। उन्होंने कहा कि लोग परिवार को बदनाम कर रहे हैं। परिवार पहले ही बेटी के गम में डूबा है और ऐसी बातें दुख बढ़ा रही हैं।

मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि हत्याकांड के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। दोपहर में गृह विभाग की समीक्षा बैठक के फौरन बाद मुख्यमंत्री धामी पौड़ी के डोभ श्रीकोट स्थित अंकिता भंडारी के घर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने परिजनों को आश्वस्त किया कि अंकिता को न्याय दिलाने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराएंगे।

धामी ने बताया कि मामले की जांच को डीआईजी पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठित है। हत्याकांड के तीनों आरोपितों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। उन्होंने कहा कि जांच में जिन भी लोगों की भूमिका संदेह के दायरे में है,उन सभी पर कार्रवाई होगी।

उन्होंने कहा कि कोई भी आरोपित बख्शा नहीं जाएगा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत, जिलाधिकारी डॉक्टर विजय कुमार जोगदंडे, एसएसपी यशवंत सिंह चौहान, एसडीएम आकाश जोशी आदि भी थे।

बीएल संतोष ने दी अंकिता को श्रद्धांजलि

नई दिल्ली से देहरादून पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने अंकिता को श्रद्धांजलि अर्पित की। भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में संतोष ने अंकिता की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए। पार्टी ने पूरे प्रदेश में श्रद्धांजलि सभायें आयोजित की। इनमें प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, पूर्व सीएम डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक व त्रिवेंद्र सिंह रावत, सांसद नरेश बंसल आदि ने भी अंकिता को श्रद्धांजलि दी।

HARIDWAR/HARIDWAR MP RAMESH POKHRIYAL NISHANK STATEMENT ON ANKITA BHANDARI MURDER CASE
अंकिता मर्डर केस पर बोले निशंक- मेरी भी तीन बेटियां, दोषियों को सजा दिलाने तक चैन से नहीं बैठेंगे

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने अंकिता भंडारी मर्डर केस को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने साफ लहजे में कहा कि दोषियों को सजा दिलाने तक वो चैन से नहीं बैठेंगे.साथ ही इस मुद्दे पर राजनीतिकरण न करने की अपील की.वहीं,आरएसएस नेता की आपत्तिजनक टिप्पणी के सवाल पर उठकर चलते बने.

बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर राजनीति पर हरिद्वार सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भड़क गए. उनका कहना है कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन इसमें भी राजनीति शर्मनाक है. वो खुद तीन बेटियों के पिता हैं और उन्हें भी पता है कि किसी भी बेटी के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए.उन्होंने साफ कहा कि जब तक दोषियों को दंड नहीं मिल जाता,तब तक वो चैन से बैठेंगे नहीं .

निशंक ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है, ऐसी घटनाएं प्रदेश कलंकित करती है. यह कलंक हर कीमत पर मिटाया जाना चाहिए.आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा होगी. उन्होंने अपील की कि इसे राजनीति का मुद्दा न बनाएं. किसी भी माता पिता की बेटी के साथ ऐसी घटना हो,वो किसी को बर्दाश्त नहीं हो सकता है.इसलिए इस मामले में प्रदेश के सभी दल एकजुट हैं,दोषियों को सजा दिलाकर ही चैन लेंगे.

आरएसएस नेता की आपत्तिजनक टिप्पणी के सवाल पर नहीं दिया जवाब

अंकिता भंडारी हत्याकांड में आरएसएस नेता विपिन कर्णवाल की आपत्तिजनक टिप्पणी के जिक्र (RSS Leader Vipin Karnwal Controversial Post) पर डॉक्टर निशंक बिना कुछ बोले चलते बने.

अंकिता भंडारी मर्डर केस का मामला

पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगा भोगपुर के वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. अंकिता रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी में थी. वो 18 सितंबर को रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर हुआ.

वहीं, जब पुलिस ने जांच की तो वनंत्रा रिजॉर्ट के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत लिया और पूछताछ की.आरोपियों ने पुलिस के सामने सारा सच उगल दिया. आरोपियों ने अंकिता भंडारी को नहर में धकेल दिया था. जिससे उसकी मौत हो गई. मामले में पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य (Pulkit Arya father Vinod Arya) के बेटे रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके बाद कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं, बीती 24 सितंबर को अंकिता का शव चीला बैराज से बरामद हुआ. जिसके बाद शव को एम्स ऋषिकेश ले जाया गया. जहां उसका पोस्टमार्टम किया गया.वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग को लेकर मोर्चरी के बाहर कांग्रेसियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जमकर हंगामा भी किया, लेकिन स्थिति की नजाकत को देखते हुए डॉक्टरों के पैनल ने हाथों-हाथ रिपोर्ट की जानकारी नहीं दी. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में उसके शरीर पर चोट के निशान मिले. जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि 28 अगस्त से रिजॉर्ट में ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद से ही मालिक और उसके सहयोगी उसे प्रताड़ित कर रहे थे. वहीं, श्रीनगर में अंकिता का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान काफी बवाल भी हुआ था. अब आरोपितों को पुलिस की रिमांड पर लिया गया है.

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