धराली आपदा पर ले रहे मौज,करिश्मा अजीज,अली शोहराब,दानिश पर चार केस
Uttarkashi Cloudburst Case filed against those who made objectionable comments after disaster
धराली आपदा बाद आपत्तिजनक टिप्पणियों पर मुकदमा, आरोपितों की तलाश
धराली आपदा के बाद सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट मामले में मुकदमा लिख पुलिस आरोपितों की तलाश में जुट गई है.

देहरादून 09 अगस्त 2025। धराली आपदा के बाद सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। अली सोहराब, दानिश मलिक और अहमद अंसारी नाम के इन आरोपितों ने फेसबुक पर आपदा बात ऐसी बातें लिखीं जिनसे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। पुलिस आरोपितों को ढूंढ रही है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि मंगलवार को आपदा बाद सोशल मीडिया पर कुछ आपत्तिजनक पोस्ट वायरल हुई थीं। अली सोहराब ने घटना की तस्वीर अपने फेसबुक पेज पर अपलोड कर आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसके बाद दानिश मलिक और अहमद अंसारी व अन्य ने कुछ और टिप्पणियां कीं।

उससे उत्तरकाशी के क्षेत्रीय लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची। यही नहीं, उनकी इस टिप्पणी से लोगों में वैमनस्य फैलने का भी खतरा बना है। ऐसे में पुलिस ने स्वत: संज्ञान ले शहर कोतवाली में मुकदमा लिखा है। आरोपितों की तलाश को टीम गठित हुई है।

उत्तराखंड पुलिस ने धराली में आई प्राकृतिक आपदा को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट कर दो समुदायों में नफरत फैलाने के मामले में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा है। पुलिस सब इंस्पेक्टर विक्की टम्टा ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में शुक्रवार को कोतवाली पुलिस स्टेशन में चार FIR लिखी गई हैं।
उन विवादास्पद और आपत्तिजनक पोस्ट के बारे में जानकारी देते हुए टम्टा ने बताया कि चार आरोपियों में से एक आरोपित ने धराली में आई बाढ़ से पहले और बाद की दो तस्वीरें अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर करते हुए इसे प्रकृति का बुलडोजर बताया था। उसने उन तस्वीरों के साथ लिखा था, ‘धराली गांव में आपदा… प्रकृति का बुलडोजर’
इसके बाद अन्य आरोपितों के कृत्यों की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन लोगों ने पहले आरोपित की पोस्ट के जवाब में भड़काऊ टिप्पणियां (कमेंट्स) करते हुए धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया।इनमें से एक ने उस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा था, ‘मस्जिदों, मजारों और मदरसों को तोड़ना बंद करो।’ एक अन्य ने लिखा था, ‘यह वही जगह है जहां मुसलमानों के घर तोड़े जाते हैं।’ टम्टा ने कहा कि चारों आरोपितों को पकडने की कोशिशें जारी हैं।
धराली में आई बाढ़ को प्रकृति का बुलडोजर बता उड़ाया था मजाक
इस विषय को लेकर लोगों को सचेत करते हुए देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा कि धराली में हुई आपदा के बारे में लोगों को गुमराह करने के लिए बिना सत्यापन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी खबरें अपलोड करने या इससे जुड़ा कंटेंट शेयर करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Uttarakhand Dehradun Indecent Post On Uttarkashi Dharali Accident Case Filed Against Karishma Aziz Ali Sohrab And Many Others In Dehradun
उत्तरकाशी के धराली दुर्घटना पर अभद्र पोस्ट, करिश्मा अजीज, अली शोहराब समेत कई पर देहरादून में मुकदमा

इसके पहले सात अगस्त को बजरंग दल ने कुछ मुस्लिमों के उत्तरकाशी त्रासदी और भारतीय सैनिकों पर सोशल मीडिया में असंवेदनशील, अशोभनीय टिप्पणी करने से नाराज होकर नगर कोतवाली में शिकायत की थी।

उत्तरकाशी के धराली मे आपदा का कुछ मुस्लिमों के सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने से हिंदू समर्थक संगठनों में उबाल है। देहरादून में हिंदू संगठनों ने कोतवाली में धराली प्राकृतिक आपदा पर हास्य टिप्पणियों के खिलाफ मुकदमा कराया है।
नगर कोतवाली में शिकायती पत्र से बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों ने कहा है कि उत्तरकाशी धराली में विनाशकारी जल प्रलय आया और इसमें भारी जान-माल का नुकसान हुआ है। वहीं, भारतीय सेवा के जवान भी लापता हैं।
इस आपदा से जहां एक ओर पूरा देश-प्रदेश दुखी है,वहीं सोशल मीडिया पर कुछ मुस्लिम भारतीय सैनिकों और आम जन की त्रासदी में मृत्यु व क्षेत्र में जनजीवन के नुकसान पर लगातार आपत्तिजनक, अशोभनीय हास्य टिप्पणी कर रहे है। भारतीय जवानों पर भी अशोभनीय और अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं।
कड़ी कार्रवाई की मांग की गई
समुदाय विशेष के लोगों की इस टिप्पणी से हिंदू समाज आहत है और ऐसे देश विरोधी सांप्रदायिक हिंसा को जन्म देने वाले तत्वों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। इस संबंध में बजरंग दल प्रांत मिलन प्रमुख विकास वर्मा ने बताया कि समुदाय विशेष के लोगों द्वारा जिस तरह से त्रासदी और भारतीय जवानों के खिलाफ टिप्पणी की गई है, वह अशोभनीय है।

संगठनों ने आंदोलन की दी चेतावनी
ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणियों से रुष्ट हिंदू संगठनों ने नगर कोतवाली में आपत्तिजनक पोस्ट लिखने वालों के खिलाफ प्रदर्शन कर शिकायती पत्र दिया और करिश्मा अजीज, अली शोहराब सहित कई लोगों के खिलाफ शिकायत की है। उनकी पोस्ट का स्क्रीनशॉट भी कोतवाली में शिकायती पत्र के साथ दिए हैं। बजरंग दल प्रांत मिलन प्रमुख विकास वर्मा ने चेतावनी भी दी है कि पुलिस इन लोगों पर कठोर कार्रवाई नहीं करती है तो प्रदेश के सभी सामाजिक और धार्मिक हिंदू संगठन बड़ा आंदोलन करेंगें, क्योंकि मुस्लिमों ने जैसे अशोभनीय टिप्पणी त्रासदी में मारे गए लोगों और भारतीय सेना के जवानों के प्रति की है, वह सांप्रदायिक सद्भावना को चुनौती दे रही है।
प्रतिनिधिमंडल में सामाजिक कार्यकर्ता शलैन्द्र डोभाल, मीनू ढीढा़न, सुनिता बिष्ट, निखिल, आचार्य विपुल बंगवाल, राजेश सोमवंशी, आशीष बलूनी, राघव उपाध्याय, सौरभ गौतम, हर्ष सहगल, गौरव तोमर, ऋषभ उपाध्याय, सोनू, मनोज, विशाल वाल्मीकि व अन्य रहे।

Uttarkashi Cloudburst: धराली आपदा के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फेक वीडियो और तस्वीरें
उत्तरकाशी के धराली में आपदा के बाद इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कई फर्जी वीडियो और तस्वीरों पर पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल ने संज्ञान ले चेतावनी दी कि जो लोग फर्जी वीडियो और तस्वीरें फैलाकर भ्रम पैदा कर रहे हैं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी.

धराली आपदा बाद इंटरनेट मीडिया पर कई फेक वीडियो व तस्वीरें प्रसारित हुई हैं। बीते मंगलवार को ही उत्तर प्रदेश के गोंडा की सड़क दुर्घटना में मृतकों की तस्वीर धराली आपदा की बताकर प्रसारित की गई, बुधवार को बाढ़ में फंसे एक व्यक्ति की वीडियो धराली गांव की बताई गयी। मध्य प्रदेश में बाढ़ में डूड बाप-बेटे की मौत व उनके शव भी धराली आपदा से जोड़कर प्रसारित किये गये। पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल ने इंटरनेट मीडिया में भ्रम फैलाने वालों को चिह्नित करने की बात कही है.

ऊपर वाले का इंसाफ… धराली आपदा पर पूर्व सपा सांसद एसटी हसन का बयान भाजपा ने कहा शर्मनाक
समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद एस टी हसन ने धराली प्राकृतिक आपदा मस्जिदों और मज़ारों के गिराए जाने पर ऊपर वाले का इंसाफ़ बताया है.

धराली आपदा पर सपा पूर्व सांसद टी एस हसन का विवादित
एक ओर धराली में सेना अभी जिंदगियां बचाने को युद्धस्तर पर जुटी है. वहीं, दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद एस टी हसन ने उत्तराखंड और हिमाचल में आई आपदा के लिए मस्जिद और मज़ार गिराए जाने पर इसे ऊपर वाले का इंसाफ़ बताया है. ह यह पहली बार नहीं है, एस टी हसन के बोल बिगड़े हैं, इससे पहले भी वह कांवड यात्रा से लेकर कई अन्य विषयों पर आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं.

ये आपदाएं वहां क्यों आ रही हैं…?
एस टी हसन समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के करीबी हैं. एस टी हसन का बेतुका बयान अखिलेश यादव को भी परेशानी बन सकता है. एस टी हसन से उत्तराखंड के धराली में आपदा के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘सैकड़ों लोग मलबे में दबे हैं. ये बड़ी दुख भरी घटना है, वहां गांव का गांव साफ हो गया है. इतनी बारिश भी नहीं थी, तब ऐसी आपदा आई. ये आपदाएं वहां क्यों आ रही हैं? हमें इस बात पर विचार करना चाहिए.’

जब उसका इंसाफ होता है…
समाजवादी पार्टी के नेता ने कहा, कि ‘धराली में आपदा का एक बड़ा कारण जंगलों से पेड़ कटना है. हमने जंगलों के साथ बड़ी नाइंसाफी की. लगातार पेड़ काटे जा रहे हैं. एक बात यह भी है कि उत्तराखंड और हिमाचल में दूसरे मजहब का कोई सम्मान नहीं हो रहा. किसी भी धार्मिक स्थल पर चाहे वो दरगाह, मस्जिद या फिर मंदिर हो, बुलडोजर नहीं चलना चाहिए. दुनिया चलाने वाला कोई और है. उसका इंसाफ होता है, तो फिर वो इंसान कैसे भी खुद को नहीं बचा पाता.’

जख्मों पर नमक मिर्च लगाने वाला बयान
भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने एस टी हसन को उनके बयान पर आड़े हाथों लेते हुए कहा,कि ‘प्राकृतिक आपदाएं संपूर्ण मानवता को दुखदाई होती हैं.सपा सांसद का बयान जख्मों पर नमक मिर्च लगाना है. प्राकृतिक आपदा को मजहबी खांचे में बांटना शर्मनाक है.किसी को भी ऐसा नहीं करना चाहिए.सपा ऐसे सांसद को प्रोत्साहित करती है.’

मंगलवार को बादल फटने के कारण खीरगाड़ बरसाती नाले में आयी भीषण बाढ़ में आधा धराली गांव तबाह हो गया और कई लोग लापता हैं. सेना के जवानों के साथ-साथ कई एजेंसियां धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं.अभी तक 1300 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है.लेकिन अभी तक काफी लोग फंसे हुए हैं.



