प्रदेश अध्यक्ष न बनाएं जाने से नाराज़ कर्नल कोठियाल की आपा को टाटा बाई
उत्तराखंड में ‘आप’ के CM कैंडिडेट रहे अजय कोठियाल ने पार्टी से नाता तोड़ा, किनारे लगाने से थे नाराज
विधानसभा चुनाव 2022 में मुुख्यमंत्री पद का चेहरा कर्नल अजय कोठियाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने गंगोत्री विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। कोठियाल के इस्तीफे के बाद राजनीतिक गलियारो में हलचल मच गई।
आम आदमी पार्टी (AAP) के कर्नल अजय कोठियाल ने बुधवार पार्टी से इस्तीफा दे दिया। तीन महीने पहले ही संपन्न हुए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कर्नल कोठियाल ‘आप’ की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा थे। वह गंगोत्री विधानसभा सीट से मैदान में थे, लेकिन भाजपा के सुरेश सिंह चौहान से चुनाव हार गए। ‘आप’ का उत्तराखंड में खाता तक नहीं खुला था। इसके बाद पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले महीने प्रदेश यूनिट को भंग कर दिया था और काशीपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले दीपक बाली को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया था।
अजय कोठियाल ने अरविंद केजरीवाल को भेजे त्याग पत्र में कहा है कि मैं 19 अप्रैल 2021 से 18 मई 2022 तक पार्टी का सदस्य रहा और अब युवाओं, पूर्व सैनिकों, बुद्धिजीवियों, बुजुर्गों और महिलाओं की भावना को देखते हुए पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूँ।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी के अंदर उन्हें साइडलाइन होने से वह काफी नाराज चल रहे थे। प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दीपक बाली को सौंपने के बाद से ‘आप’ में रार शुरू हो गई थी। देहरादून में अध्यक्ष की ताजपोशी समारोह में कर्नल कोठियाल नजर नहीं आए थे।
समारोह से नदारद होने पर कोठियाल ने नाराजगी बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि वह स्वास्थ्य कारणाें की वजह से शामिल नहीं हो सके। हालांकि, कोठियाल उस दिन देहरादून में ही थे। उनके सोशल मीडिया एकाउंट पर तक नए अध्यक्ष को बधाई नहीं दी गई थी।
विधानसभा चुनाव 2022 में आम आदमी पार्टी का कोई भी प्रत्याशी अपनी जीत दर्ज नहीं कर पाया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के मुफ्त बिजली योजना सहित कई चुनावी वादों के बावजूद भी आप चुनाव में खाता भी नहीं खोल पाई थी।
कर्नल अजय कोठियाल (सेवानिवृत्त) भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं। आतंकियों के खिलाफ चलाए गए अलग-अलग अभियानों में उन्होंने 17 आतंकियों को ढेर किया है।
कोठियाल के बाद आम आदमी पार्टी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष भूपेश उपाध्याय ने भी इस्तीफा दे दिया है।
नाम – सेवानिवृत्त कर्नल अजय कोठियाल
जन्म – गुरदासपुर, पैतृक गांव- ग्राम चौंफा, जिला टिहरी गढ़वाल
वर्तमान में निवास – बसंत विहार देहरादून
जन्म तिथि – 26 फरवरी, 1968
शिक्षा – सेंट जोजेफ देहरादून, डीएवी पीजी कॉलेज से स्नातक
उपलब्धियां – दो बार के एवरेस्ट विजेता, एवरेस्ट अभियान का नेतृत्व किया, केदारनाथ पुनर्निर्माण में सक्रिय भूूमिका, नंदा देवी राजजात 2014 का संचालन, सेना के कई अभियानों को अंजाम दिया, यूथ फाउंडेशन के जरिए युवाओं को जोड़ा।
अजय कोठियाल भोले के फौजी- अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अजय कोठियाल को भोले का फौजी बताते थे। आम आदमी पार्टी को कोठियाल और कोठियाल को आम आदमी पार्टी से काफी उम्मीदें थीं। हालांकि विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।
17 खूंखार आतंकियों को किया ढेर
अजय कोठियाल ने भारतीय सेना में रहते हुए 17 खूंखार आतंकियों को ढेर किया था। इसके बाद से ही वे चर्चाओं में आए थे। आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने के बाद उन्होंने कहा था कि वह एक संस्था के जरिए नगर, कस्बों व गांवों में बेटियों के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर लगाएंगे। किशोरियों/युवतियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाएं जाएंगे। विषम परिस्थितियों में वे कैसे अपनी मदद कर सुरक्षित रहे, इसके लिए प्रशिक्षित ट्रेनर के माध्यम से उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी।
कोठियाल के पार्टी छोड़ने पर ‘आप’ पर कितना असर
कोठियाल भारतीय सेना में कर्नल रहे हैं। उत्तराखंड में सैनिक परिवारों की संख्या काफी है। आम आदमी पार्टी भी कोठियाल के इस जुड़ाव को पहाड़ पर राजनीति करने के लिए सकारात्मक बिंदु मानती थी। कोठियाल का अपने क्षेत्र के साथ ही कई इलाकों में अच्छा प्रभाव है। जाहिर है कि उनके पार्टी छोड़ने पर ‘आप’ को नुकसान होगा। हालांकि अभी कोठियाल ने अपने भविष्य के पत्ते नहीं खोले हैं।