उपहास,उपेक्षा,घृणा से सर्वस्वीकार्यता तक यात्रा की संघ ने: डॉ.शैलेन्द्र सिंह
उपहास, उपेक्षा और घृणा से सर्वस्वीकार्यता तक यात्रा की संघ ने: डॉ. शैलेन्द्र
देहरादून 09 अप्रैल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 98 वर्ष की जीवन यात्रा उपहास और उपेक्षा से शुरू हो कर सर्वग्राह्य सर्वमान्य सेवाभावी संगठन तक पहुंचने की है। इस उपलब्धि के लिए लाखों कार्यकर्ताओं ने 98 वर्ष बिना किसी प्रतिदान रात दिन परिश्रम किया है।
यह उद्गार संघ के नवागंतुक प्रांत प्रचारक डॉक्टर शैलेन्द्र सिंह ने यहां परेड ग्राउंड में आयोजित संघ के महानगर देहरादून उत्तर क्षेत्र के कार्यकर्ता एकत्रीकरण अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पहले संघ के हिंदू मात्र को संगठित करने के विराट लक्ष्य और कार्यकर्ताओं की अल्प संख्या देख उपहास होता था। फिर देश विभाजन और सामूहिक हिंसा के दोषियों को छोड़ राजनीतिक पूर्वाग्रह में स्वतंत्र भारत में संघ पर पहला प्रतिबंध लगाया गया जिसमें बहुत कठिनाई हुई लेकिन कार्यकर्ताओं ने धैर्य से काम लिया।
डॉक्टर शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि दूसरा प्रतिबंध आपात काल में लगा लेकिन तब तक समाज में संघ की अच्छी खासी स्वीकार्यता हो चुकी थी और संघ ने लोकतंत्र की लड़ाई में राजनीतिक दलों के साथ संघर्ष किया। तीसरा प्रतिबंध बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय लगा लेकिन तब तक देश में सब जगह संघ से सहमत जनों की उपस्थिति हो चुकी थी। इसलिए तीसरी बार प्रतिबंध कब लगा और अब हटा, पता ही नहीं चला।
आज सब जगह संघ की स्वीकार्यता है और सेवा संघ की पहचान। भारतवंशियों का पूरे विश्व में डंका बज रहा है। 23 बड़े देशों में भारतवंशी या तो राष्ट्र प्रमुख हैं या किसी वैश्विक संगठन/संस्था के मुख्य कार्यकारी। इनमें इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विश्व बैंक, गूगल आदि के प्रमुखों के नाम सबकी जुबान पर हैं।
डॉक्टर शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि एक समय अरब देशों में संघ की पांच शाखाएं दबे ढंके तरीके से होती थी जो आज 500 हो चुकी हैं। मोरारी बापू की रामकथा में दुबई के शासक रामचरित मानस की प्रति श्रद्धा से अपने सिर पर रखते हैं। उन्होंने कहा कि संघ कार्यकर्ताओं को देश प्रेम, राष्ट्रभक्ति , अनुशासन और बिना भेदभाव मानव सेवा संस्कार और अभ्यास में मिलती है। इसी से सब बाधायें हटती जाती हैं।
आयोजन में मुख्य अतिथि उत्तरांखड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर ओम प्रकाश सिंह नेगी थे। । अध्यक्षता महानगर संघचालक चंद्रगुप्त विक्रम ने की। इस अवसर पर महानगर कार्यवाह अरूण शर्मा भी थे। एकत्रीकरण में उत्तरी महानगर देहरादून के 11 नगरों के 3500 पूर्णगणवेशधारी कार्यकर्ताओं समेत 5125 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। संघ के इस उत्तर देहरादून क्षेत्र का विस्तार प्रेमनगर , मसूरी और रायपुर तक है।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने योगाभ्यास में भी भाग लिया। नये आये प्रांत प्रचारक डॉक्टर शैलेन्द्र सिंह का यह पहला बड़ा कार्यक्रम भी रहा।