ABVP ने जीता दिल्ली विवि छात्रसंघ चुनाव,NSUI को उपाध्यक्ष पद
दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन रिजल्ट:प्रेसिडेंट, सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी पोस्ट पर ABVP की जीत; NSUI का वाइस प्रेसिडेंट
नई दिल्ली 23 सितंबर।दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (DUSU) चुनाव में प्रेसिडेंट, सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी पदों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की जीत हुई है। वाइस प्रेसिडेंट पोस्ट NSUI ने जीती है।
प्रेसिडेंट पद पर तुषार डेढ़ा (ABVP) जीत गए हैं। उन्हें 23 हजार 460 वोट मिले। जबकि हितेश गुलिया (NSUI) को 20 हजार 345 वोट मिले।
देखें पदवार रिजल्ट
4 सेंट्रल पोस्ट के लिए 24 उम्मीदवार
इस बार यूनिवर्सिटी की 4 सेंट्रल पोस्ट के लिए 24 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), कांग्रेस से जुड़े नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI), माकपा समर्थित स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और CPI-ML (लिबरेशन) से संबद्ध ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) ने चारों पदों पर उम्मीदवार उतारे थे।
देश के गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने डूसू चुनाव में एबीवीपी की जीत को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जीत पर दी बधाई
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने डूसू चुनाव परिणाम को लेकर ट्वीट किया और कहा कि स्वामी विवेकानन्द के आदर्शों से प्रेरित होकर एबीवीपी ने हमेशा हमारे युवाओं के दिलों में राष्ट्रवाद और निस्वार्थ सेवा की लौ जलाई है।
यहां पढ़ें किसको कितने मत मिले
अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई हितेश गुलिया को 20,345 वोट मिले हैं। तो वहीं एबीवीपी के तुषार डेढ़ा को 23 हजार 460 मत मिले हैं। उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के अभि दहिया को 22331 वोट और एबीवीपी सुशांत धनखड़ को 20502 वोट मिले हैं। सचिव पद पर एबीवीपी की अर्पिता को 24534 वोट और वहीं एनएसयूआई की यक्षणा शर्मा को 11597 वोट मिले हैं। सह सचिव पद पर एबीवीपी के सचिन बैंसला को 24955 वोट और एनएसयूआई के शुभम कुमार को 14960 वोट मिले हैं।
डूसू चुनाव में एबीवीपी ने मारी बाजी
एबीवीपी से जीते ये तीन छात्र – फोटो : सोशल मीडिया
दिल्ली विश्व विद्यालय में छात्र संत्र चुनाव के परिणाम सामने आ चुके हैं। जिसमें एबीवीपी ने तीन पदों पर बाजी मारी है और वहीं एनएसयूआई ने एक पद जीता है। अध्यक्ष पद पर एबीवीपी की ओर से तुषार डेढ़ा ने जीत हासिल की है। वहीं उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के अभि दहिया ने जीत हासिल की है।
बीते चुनाव का मतदान प्रतिशत
वर्ष 2011 35.00
वर्ष 2012 40.40
वर्ष 2013 43.38
वर्ष 2014 44.43
वर्ष 2015 43.30
वर्ष 2016 37.00
वर्ष 2017 42.80
वर्ष 2018 44.46
वर्ष 2019 39.90
ABVP सपोर्टर्स ने तीन पोस्ट पर जीत की खुशी पटाखे जलाकर जाहिर की।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू बोले- राहुल गांधी ने जीत में मदद की
किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में ABVP को जीत की बधाई दी। उन्होंने लिखा, “राहुल गांधी ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में प्रचार किया, जिससे ABVP को अपना वोट शेयर बढ़ाने में मदद मिली। ABVP के सभी विनर्स, कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों को बधाई।”
4 साल बाद चुनाव, पिछली बार चार में से 3 पद ABVP जीती
दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्र संघ के चुनाव 4 साल बाद हुए हैं। आखिरी बार चुनाव 2019 में हुए थे। तब ABVP ने चार में से तीन सीटें कब्जा ली थी। कोरोना के कारण 2020 और 2021 में चुनाव नहीं हो पाये, जबकि एकेडमिक कैलेंडर में डिस्टर्बेंस के कारण 2022 में इलेक्शन शेड्यूल नहीं हुए।
चीफ इलेक्शन ऑफिसर प्रोफेसर चंद्रशेखर ने बताया कि यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को रिकॉर्ड 42% मतदान हुआ। 52 कॉलेजों में वोटिंग EVM से करवाई गई, जबकि कॉलेज यूनियन के लिए बैलट पेपर पर वोटिंग हुई। यह 2019 में हुए चुनाव के 39.90% से 2.10 प्रतिशत ज्यादा रहा। हालांकि 2018 में रिकॉर्ड 44.46% और 2017 में 42.8% वोटिंग हुई थी।
वोटिंग के दौरान कॉलेज के बाहर उम्मीदवारों के समर्थक पंफलेट उड़ाते हुए।
चुनाव पर खर्च किए 60 लाख से एक करोड़ रुपए
छात्रसंघ चुनाव की गाइडलाइंस बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में एक कमेटी बनाने का आदेश दिया था। 2006 में लिंगदोह कमेटी ने अपनी सिफारिशें दी कि एक कैंडिडेट प्रचार पर 5 हजार रुपए ही खर्च करेगा। इन्हें सुप्रीम कोर्ट ने भी मंजूर किया था।
इसके अनुसार एक कैंडिडेट सिर्फ 5 हजार रुपए खर्च कर सकता है। कमेटी ने कहा था कि प्रचार में किसी भी तरह के प्रिंटेड पोस्टर्स का इस्तेमाल नहीं होगा और इन्हें यूनिवर्सिटी की कुछ तय जगहों पर ही लगाया जाएगा। पर वर्कर्स बताते हैं कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रेसिडेंट इलेक्शन पर 60 लाख से 1 करोड़ रुपए तक खर्च किए गए।