दुबई की दूसरी शहजादी जो तीन साल से कैदी है पिता की
कौन है Dubai की प्रिसेंज लतीफा, जो खरबपति पिता के महल से भागते हुए लापता हो गईं
दुबई की राजकुमारी लतीफा की साल 2018 से ही कोई पक्की खबर नहीं
दुबई के खरबपति शासक और यूएई के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद (UAE Prime Minister Sheikh Mohammed bin) की बेटी राजकुमारी लतीफा (Princess Latifa) की साल 2018 से ही कोई पक्की खबर नहीं. ये वो साल है, जब दुबई (Dubai) से भागते हुए वे भारत की समुद्री सीमा में पकड़ी गई थी।
राजकुमारी शेख लतीफा दुबई के खरबपति शासक शेख मोहम्मद अल मख्तूम की बेटी हैं. लगभग दो महीनों से उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे खुद के कैद में होने के संकेत दे रही थीं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पिता ने ही एक विला को जेल में बदलकर उन्हें कैद कर रखा है, जहां न तो उन्हें किसी से मिलने दिया जाता है और न ही कोई चिकित्सा सुविधा ही मिली. इसके बाद से लतीफा के जीवित होने के सबूत देने की मांग उठ रही है.
वीडियो से हुआ बवाल
संदिग्ध वीडियो फरवरी महीने में सामने आया था. इसे देखने पर लगता है कि वीडियो बाथरूम में छिपकर रिकॉर्ड किया गया हो. बीबीसी पैनोरमा ने वीडियो सामने लाते हुए संदेह जाहिर किया था कि वीडियो एक बार में नहीं, बल्कि कई छोटे-छोटे टुकड़ों में कई महीनों में रिकॉर्ड हुआ होगा. इसमें लतीफा कथित तौर पर अपने मित्रों को बता रही थीं कि बिना किसी जुर्म और ट्रायल के वे कैद में रखी गई हैं.
मानवाधिकार आयोग लगा रहा गुहार
अब संयुक्त राष्ट्र संघ की मानवाधिकार आयुक्त मार्टा हर्टाडो ने आवाज उठाते हुए कहा कि दुबई को अपनी राजकुमारी के जीवित होने का सबूत देना होगा. लेकिन अब तक इस बारे में परिवार ने राजकुमारी की कोई ताजा फोटो या वीडियो जारी नहीं की है. हां, बयान जारी करते हुए ये कहा कि राजकुमारी अस्वस्थ हैं और परिवार उनकी देखभाल कर रहा है. इसके बाद से फ्री लतीफा कैंपेन चला हुआ है.
क्यों भागीं देश से?
बता दें कि साल 2018 राजकुमारी दुबई से भाग रही थीं, लेकिन उन्हें भारत की समुद्र सीमा में पकड़ लिया गया था. इसके बाद से ही वे लापता हैं. तो तमाम ऐशोआराम के बीच रहने वाली राजकुमारी को अपने ही देश से भागने की क्या जरूरत पड़ गई? इसके पीछे खुद राजकुमारी लतीफा के मुताबिक उनके पिता यानी शेख मोहम्मद का हाथ रहा.
लतीफा के पिता रुआबदार शख्स और यूएई के पीएम
अस्सी के दशक में जन्मी राजकुमारी लतीफा का पूरा नाम लतीफा बिंत मोहम्मद अल-मखतूम है. वे दुबई के शासक शेख मुहम्मद की बेटी हैं. ये वही शख्स है, जिसे दुबई को बदलने और उसे सैलानियों की जगह बनाने का श्रेय मिलता है. शेख की जान-पहचान ब्रिटिश क्वीन एलिजाबेथ से भी है. लतीफा की मां हया बिंत अल हुसैन ने शेख मोहम्मद से साल 2004 में शादी की और उनकी दूसरी आधिकारिक पत्नी बनीं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक शेख मोहम्मद की आधा दर्जन से अधिक अनाधिकारिक पत्नियां भी मानी जाती हैं, जिनसे उनकी 30 संतानें हैं.
पहले भी भागने की कोशिश की थी
इसी बात से अंदाजा लग सकता है कि दुबई भले ही सैलानियों का स्वर्ग बनकर उभरा हो लेकिन महिलाओं के हालात वहां बदतर हैं. ठीक यही बात लतीफा को भी महसूस हुई कि वे महल की राजकुमारी होकर भी किसी कैदी से कम नहीं. लिहाजा उन्होंने महल से भागने की कोशिश की. पहली बार जब लतीफा ने ऐसा प्रयास किया, तब वे महज 16 साल की थीं. हालांकि वे आसानी से पकड़ ली गईं और अगले तीन सालों तक महल में कैद रहीं. ये जानकारी Free Latifa कैंपेन से मिली है.
गोवा की सीमा के पास पकड़ा गया
इसके बाद फरवरी 2018 में राजकुमारी लतीफा ने दोबारा भागने की कोशिश की. इस बार योजना के साथ भागते हुए उन्होंने ओमान की सीमा पार कर ली. वहां से बोट के जरिए वे इंटरनेशनल सीमा पार करते हुए भारत के गोवा समुद्र तट तक पहुंच गई थीं कि उन्हें भारत और यूएई की सेना ने मिलकर पकड़ लिया और राजकुमारी वापस दुबई लौट गईं. गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार लतीफा का भारत से फ्लोरिडा जाकर वहां राजनीतिक शरण लेने का प्लान था, लेकिन ऐसा हो नहीं सका.
राजकुमारी हया बिंत हुसैन पहले ही अपने पूर्व पति शेख मोहम्मद पर आरोप लगा चुकी हैं
एक और राजकुमारी भी भागने की कोशिश कर चुकी
वैसे लतीफा महल से भागने वाली पहली प्रिंसेज नहीं, बल्कि उनसे पहले भी दुबई के इस शासक की एक और बेटी भी भागने की कोशिश कर चुकी है. हालांकि यह बात थोड़ी पुरानी हो चुकी है. लतीफा से बड़ी राजकुमारी शम्सा ने 2000 में ब्रिटेन के सरे एस्टेट से भागने की कोशिश की थी. कुछ हफ्ते बाद 19 साल की शम्सा को कैंब्रिज से पकड़कर दुबई वापस ले आया गया था. भागने के बाद से शम्सा को कभी भी सार्वजनिक जीवन में नहीं देखा गया.
पत्नी ने भी लगाया शेख मोहम्मद पर आरोप
शेख मोहम्मद पर इंग्लैंड और वेल्स की कोर्ट में कई मामले भी चल रहे हैं, जिसमें पीड़िता खुद उनकी पत्नी हया बिंत हैं. अपने दो बच्चों के साथ ब्रिटेन में शरण लेने के बाद उन्होंने शेख के खिलाफ कई आरोप लगाते हुए मुकदमा किया. इनमें से कई आरोप साबित भी हो चुके हैं. दूसरी ओर शेख मोहम्मद का कहना है कि कोर्ट की बात केवल एकपक्षीय है और दूसरा पहलू उनसे पूछा ही नहीं गया. इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में फाइनेंशियल टाइम्स का हवाला देते हुए बताया कि शेख के खिलाफ मुकदमों का कोई असर यूएई पर नहीं दिखेगा क्योंकि वहां शाही परिवार की निजी जिंदगी पर कोई भी बात करने की मनाही है.
ब्रिटिश बॉडीगार्ड के साथ भागीं थी दुबई की बेगम, ब्रिटेन में खरीदा 100 करोड़ का घर,बेगम हया बिंत अल हुसैन ने शेख मोहम्मद बिन राशिद को छोड़ने का मन बना किया तलाक़ का मुकदमा
दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शामिल दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम की पत्नी बेगम हया बिंत अल हुसैन से जुड़ी एक और जानकारी सामने आई है. बेगम हया बिंत एक ब्रिटिश बॉडीगार्ड के साथ भागी थी और दोनों ने लंदन में एक आलीशान घर खरीदा है.
बताया जाता है कि बेगम हया ब्रिटेन में राजनीतिक शरण लेने की कोशिश में हैं. यही नहीं उन्होंने शेख मोहम्मद बिन राशिद को छोड़ने का मन बना लिया है और जल्द तलाक लेने को हैं. हालांकि, इनकी शादी में दो देशों के राजनीतिक और कूटनीतिक संबंध भी जुड़े हुए थे. गौरतलब है कि पिछले हफ्ते बेगम हया 271 करोड़ रुपये और दोनों बच्चों को लेकर दुबई से फरार हो गई थीं.
बताया जाता है कि हया दुबई से पहले जर्मनी आईं और अब उन्होंने ब्रिटेन में शरण ले ली . हया ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ बकिंगम पैलेस गार्डेंस में एक घर खरीदा. बकिंघम पैलेस गार्डेंस ऐसा इलाका है जहां पर दुनिया के सबसे अमीर लोग रहते हैं. सुल्तान ने अपनी पत्नी के इस तरह से भागने पर एक कविता लिखकर अपना दर्द बयां किया था. सुल्तान ने कविता अरबी भाषा में लिखी है. जिसका शीर्षक का अंग्रेजी अनुवाद है- ‘YOU LIVED AND DIED’. कविता में शेख नेेेे बेेेेइंतहा खूूबसूरत पत्नी सेे मिले धोखे पर गुस्सा जाहिर किया है.
सुल्तान राशिद ने अपनी कविता में लिखा, “बेवफा, तुमने सबसे कीमती भरोसे को धोखा दिया और अब तुम्हारा खेल सबके सामने आ गया. तुम्हारे झूठ बोलने का वक्त खत्म हो गया और अब ये मायने नहीं रखता कि हम क्या थे और तुम क्या हो.” राशिद मकतूम ने कविता के अंत में लिखा, अब मेरी जिंदगी में तुम्हारी कोई जगह नहीं है, तुम जिसके के साथ रहना चाहती हो, रहो. अब मुझे तुम्हारे जिंदा या मरने से कोई फर्क नहीं पड़ता. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस कविता को लिखने के लिए राशिद को उनके बड़े बेटे ने प्रेरित किया था. वह उनकी पहली पत्नी के बेटे हैं. वह हया को बिल्कुल पसंद नहीं करते हैं. हया से शादी करने के बाद राशिद ने अपनी अन्य पत्नियों को लगभग छोड़ दिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुल्तान राशिद के 7 बीवियां और 30 बच्चे हैं.