कर्नाटक में आर्थिक चमत्कार,10 साल में देश में 16 से पांचवां सबसे अमीर राज्य बना
How The Fastest Development In Karnataka Now Third Richest State
क्या है कर्नाटक में आर्थिक चमत्कार का तिलिस्म? 16वें पायदान से सीधा तीसरा सबसे अमीर राज्य बना
रुचिर शर्मा
Karnataka Economy : कर्नाटक ने देश के किसी भी राज्य की तुलना में सबसे तेजी से ग्रोथ की है। इस राज्य की इकॉनमी 8 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ी है। यह राष्ट्रीय औसत से 2 प्रतिशत अधिक है। प्रति व्यक्ति आय के मामले में यह राज्य 16वें सबसे अमीर राज्य से तीसरा सबसे अमीर राज्य बन गया है।
हाइलाइट्स
1-देश के किसी भी राज्य की तुलना में कर्नाटक ने की सबसे तेज ग्रोथ
2-8 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ी है कर्नाटक की इकॉनमी
3-प्रति व्यक्ति आय के मामले में तीसरा सबसे अमीर राज्य बना कर्नाटक
नई दिल्ली 09 मई : 25 वर्षों में 30 रोड ट्रिप्स के साथ भारत में चुनावों (Elections) को फॉलो करते हुए मैंने कई सरप्राइज देखे हैं। लेकिन पिछले महीने कर्नाटक (Karnataka) की स्टोरी ने जितना सरप्राइज किया उतना किसी ने नहीं किया। हम गए तो पॉलिटिकल कैंपेन (Political Campaign) के लिये थे, लेकिन हमने वहां एक नया इकॉनमिक चमत्कार देखा। पांच साल पहले हमारी कर्नाटक की इलेक्शन ट्रिप में कई दुखद बातें देखने को मिली थीं। जैसे- डेवलपमेंट का अभाव, फूस की छतें, टूटी-फूटी दुकानें आदि। अब ये सब गायब थीं। अब हमें लाल टाइल वाली छतें और अच्छे से पेंट की हुई कंक्रीट की दीवारें देखने को मिलीं। हासन के पास एक गांव अरेहल्ली में आमतौर पर आवारा लोगों के बेवजह घूमते हुए दिखने की उम्मीद होती है। लेकिन इस बार हम वहां 40,000 रुपये प्रति पिल्ले के हिसाब से रॉटवीलर (कुत्ते की एक ब्रीड) बेचने वाले ब्रीडर से मिले।
8% सालाना बढ़ी कर्नाटक की इकॉनमी
दूसरे भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की तुलना में कर्नाटक कभी भी गरीब नहीं था। लेकिन यह कभी अमीर भी नहीं था। फिर पिछले दशक में ग्लोबल टेक कंपनियों के चलते राजधानी बेंगलुरु तेजी से डेवलप हुई। ग्रोथ को आगे बढ़ाने के लिए एग्रीकल्चर और इसे जुड़ी सर्विसेज भी तकनीक से जुड़ीं। कर्नाटक की इकॉनमी (Karnataka Economy) करीब 8 % सालाना की दर से बढ़ी है। यह राष्ट्रीय औसत से पूरा 2 % अधिक है। लेकिन बड़ा चमत्कार यह है कि राज्य की ग्रोथ का सीधा फायदा प्रति व्यक्ति इनकम (Per Capita Income of Karnataka) में भी देखने को मिला।
16वें से 5वें सबसे अमीर राज्य तक जा पहुंचा
2010 से 2020 के बीच कर्नाटक प्रति व्यक्ति आय में 16वें सबसे अमीर राज्य से बढ़कर 5वें सबसे अमीर राज्य तक जा पहुंचा। भारत के आजादी के बाद के रिकॉर्ड्स साल 1960 से शुरू होते हैं। आंकड़ों के अनुसार कोई भी बड़ा राज्य एक दशक में इतनी तेजी से आगे नहीं बढ़ा है। केरल इसके आस-पास रहा। यह 1990 से 2000 के बीच रैंकिंग में 9 स्थान ऊपर गया था।
अब तीसरा सबसे अमीर राज्य
साल 2020 से कर्नाटक लागातर आगे बढ़ रहा है और यह अब तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है। वहीं, यह बड़े राज्यों में पहले स्थान पर है। कर्नाटक ने एक दशक में अपनी औसत आय लगभग तीन गुना बढ़कर 2.8 लाख रुपये कर ली है। हमने अपनी इस ट्रिप में जो पाया वह एक ऐसा राज्य था, जो पिछड़ेपन के संकेतों को इस तेजी से मिटा रहा था, जो हमने कभी नहीं देखी थी। हमने बिहार जैसे बेहद गरीब राज्य को काफी लो बेस से बड़ी बढ़त हासिल करते देखा है, लेकिन रैंकिंग में यह बमुश्किल ही आगे बढ़ता है।
कल्याणकारी खर्चों पर बजट 3 गुना हुआ
कर्नाटक के आर्थिक उछाल से कल्याणकारी खर्चों पर बजट भी बढ़ रहा है। यह 10 साल में करीब तीन गुना हो गया है। यह किसी भी राज्य में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है। खास बात यह है कि यह पैसा राष्ट्रीय डिजिटल हस्तांतरण प्रणाली के माध्यम से सीधे लाभार्थियों के पास जाता है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से विकास में मदद मिल रही है।