नौ घंटे पूछताछ,11.50 लाख कैश जब्ती बाद संजय राऊत चार अग. तक गिरफ्तार
आखिर क्या है वह सबसे बड़ा आरोप, जिस पर ED ने संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया
मुंबई 01 अगस्त। पात्रा चॉल जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में 9 घंटे तक छापेमारी के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत को रविवार को ईडी ने हिरासत में ले लिया। राउत पर जांच में सहयोग न करने का आरोप है। ईडी की टीम ने 1000 करोड़ से ज्यादा के पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में उनसे घंटों पूछताछ की। राउत घर से निकले तो भगवा दुपट्टा लहराते नजर आए।
शिवसेना को रविवार को बड़ा झटका लगा। पात्रा चॉल घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में 9 घंटे तक छापेमारी के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हिरासत में ले लिया। राउत पर जांच में सहयोग न करने का आरोप है। इससे पहले ईडी की टीम ने 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में उनसे घंटों पूछताछ की। सुबह सात बजे ईडी के 20 से अधिक अधिकारी राउत के घर पहुंचे। उन्होंने राउत से गोरेगांव पात्रा चाल घोटाले के बारे में सवाल किए, लेकिन राउत ने उनके किसी भी सवालों का जवाब नहीं दिया। आखिरकार 9 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने राउत को हिरासत में लिया। दोपहर बाद उन्हें दक्षिण मुंबई स्थित ईडी दफ्तर ले जाया गया। वहां भी इस घोटाले कथित भूमिका के बारे में उनसे पूछताछ जारी रही।
इससे पहले, ईडी ने उनके खिलाफ कई समन जारी किए थे। उन्हें 27 जुलाई को भी बुलाया गया था। राउत ने आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक बदले की भावना से निशाना बनाया जा रहा है। राउत के घर पर ईडी की टीम के पहुंचते ही उनके समर्थक वहां जमा हो गए और उन्होंने राउत के समर्थन में नारेबाजी की। ईडी कार्रवाई के दौरान मुंबई पुलिस ने भांडुप स्थित राउत के घर से ईडी दफ्तर तक सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर रखी थी।
क्या हैं आरोप
– 2007 में एमडीए ने गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर स्थित पात्रा चॉल के रिडिवेलपमेंट का काम संजय राउत के रिश्तेदार प्रवीण राउत की गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया था
– यहां एमडीए की 47 एकड़ जमीन पर कुल 672 घर बने हैं, रीडिवेलपमेंट के बाद गुरु आशीष कंपनी को 3500 से ज्यादा फ्लैट बनाकर देने थे
– 14 साल बाद भी कंपनी ने लोगों को फ्लैट बनाकर नहीं दिए, तो पीड़ितों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया
– इस मामले में प्रवीण राउत की 9 करोड़ रुपये और संजय राउत की पत्नी वर्षा की 2 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त हो चुकी है
1034 करोड़ रुपये के घोटाले में राउत का कनेक्शन?
म्हाडा, संजय राउत के रिश्तेदार प्रवीण राउत की गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी और हाउसिंग डेवलपमेंट ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की मिली भगत से यह घोटाला हुआ है। 2007 में म्हाडा ने गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर स्थित पात्रा चॉल के री-डेवलपमेंट का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया था। म्हाडा के लिए फ्लैट्स बनाने के बाद बची हुई जमीन को प्राइवेट डेवलपर्स को बेचना था, लेकिन 14 साल बाद भी कंपनी ने लोगों को फ्लैट बनाकर नहीं दिए। पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। आरोप लगा है कि यह करीब 1034 करोड़ का घोटाला है। इस मामले में प्रवीण राउत के 9 करोड़ रुपये और संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत की 2 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त हो चुकी है।
गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन पर आरोप
ईडी सूत्रों के मुताबिक, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन पर आरोप है कि इसके संचालकों ने 47 एकड़ जमीन पर म्हाडा की फ्लैट बनाने के बजाय उसे 8 अलग-अलग बिल्डरों को बेच कर 1034 करोड़ रुपये कमाए। म्हाडा ने मार्च 2018 में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जांच ईओडब्ल्यू कर रही है। ईओडब्ल्यू ने फरवरी 2020 में प्रवीण राउत को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, प्रवीण राउत को कोर्ट ने जमानत दे दी लेकिन पीएमसी बैंक घोटाला मामले में ईडी ने प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया।
संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर का नाम आया
प्रवीण संजय राउत के करीबी माने जाते हैं। प्रवीण से हुई पूछताछ में संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर का नाम आया। सुजीत संजय राउत का करीबी माना जाता है। ईडी ने सुजीत के ठिकानों पर छापेमारी कर कई अहम दस्तावेज जब्त किए। इन्हीं दस्तावेज से ईडी को प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी राउत और संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के बीच 55 लाख रुपये के लोन की जानकारी मिली। इस रकम से दादर में वर्षा की ओर से एक फ्लैट खरीदने का आरोप है।
अलीबाग में जमीन खरीदने का भी आरोप
इसके साथ ही, म्हाडा लैंड डील में प्रवीण राउत को कमीशन के तौर पर 95 करोड़ रुपये मिलने और सुजीत पाटकर की एक वाइन ट्रेडिंग कंपनी में संजय राउत की बेटी का पार्टनर होने का भी आरोप लगा है। इसके अलावा, संजय की पत्नी वर्षा राउत और सुजीत पाटकर की पत्नी पर रुपयों में हेराफेरी कर संयुक्त रूप से अलीबाग में जमीन खरीदने का भी आरोप है। हालांकि, इन आरोपों को संजय राउत ने ट्वीट और प्रेस कॉफ्रेंस कर बार-बार खारिज किया है।
लगभग 9 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने संजय राउत को हिरासत में ले लिया है। रविवार की सुबह 7 बजे ही ईडी के अधिकारी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के साथ संजय राउत के घर रविवार सुबह सात बजे पहुंच गए थे। ये कार्रवाई पात्रा चॉल घोटाले के मामले में हो रही है।
ईडी ने शिवसेना सांसद संजय राउत को लंबी पूछताछ के बाद हिरासत (Sanjay Raut detained by ED) में ले लिया है। इसके बाद राउत संजय ईडी दफ्तर पहुंचे जहां उनके लगभग तीन घंटे से पूछताछ की जा रही है। हालांकि राउत के वकील का दावा है कि उन्हें न तो हिरासत में लिया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है, बस पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के अनुसार राउत के घर से ईडी ले लगभग 11 लाख रुपए 50 हजार रुपए कैश जब्त किये हैं। राउत ने आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध के लिए निशाना बनाया जा रहा है। उनके भाई ने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे के करीबी होने से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
ईडी के हिरासत में लिए जाने के बाद संजय राऊत के भाई सुनील राऊत ने कहा कि है सुबह करीब सात बजे 20-22 अधिकारी तलाशी वारंट लेकर संजय राउत के आवास पर पहुंचे। लेकिन उन्हें पात्रा चॉल मामले से जुड़ा कोई दस्तावेज नहीं मिला। गिरफ्तार होने के बाद भी वह झुकने वाले नहीं हैं। कोई दस्तावेज जब्त नहीं किया गया, कोई पूछताछ नहीं की गई। उन्होंने यह भी कहा कि उद्धव ठाकरे के नजदीकी होने के कारण संजय को निशान बनाया जा रहा।
इससे पहले ईडी ने उनके खिलाफ कई समन जारी किए थे और 27 जुलाई को भी तलब किया था। पात्रा चॉल जमीन घोटाले को लेकर ईडी के अधिकारी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के साथ संजय राउत के घर रविवार सुबह सात बजे पहुंच गए थे। इस पूरे मामले को लेकर राउत ने आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध के लिए निशाना बनाया जा रहा है। इस बीच शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि संजय राउत पर कार्रवाई एजेंसी ने की है। हमने किसी से नहीं कहा है। अगर वे बेगुनह होंगे तो छूट जाएंगे। उनसे हमारी कोई दुश्मनी नहीं है।
हिरासत में लिए जाने के बाद संजय राउत के सोशल मीडिया ट्वीटर हैंडल से ट्वीट हुआ है, जिसमें लिखा है- आप ऊस व्यक्ती को नहीं हरा सकते..
जो कभी हार नहीं मानता! झुकेंगे नही! जय महाराष्ट्र।
चलती कार पर भगवा गमछा लहराते ईडी दफ्तर पहुंचे संजय राउत
महाराष्ट्र की पात्रा चॉल घोटाले मामल में ईडी (ED) ने शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjy Raut detained) को हिरासत में ले लिया है। रविवार 31 जुलाई को उनसे लगभग 9 घंटे लगातार पूछताछ हुई। इससे पहले उन्हें ईडी के दफ्तर बुलाया गया था। हालांकि वे गये नहीं। ईडी दफ्तर समय संजय राउत ने कहा कि लोगों के खिलाफ झूठे आरोप और दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं। यह सब शिवसेना और महाराष्ट्र को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है। संजय राउत नहीं झुकेंगे।
‘सही वजह संयत राउत ही बता सकते हैं: अजीत पवार’
इस मामले में राकांपा नेता अजित पवार का भी बयान आया है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कई लोगों को ईडी का नोटिस मिला है. जांच एजेंसियां, चाहे वह ईडी हो, सीबीआई हो, आईटी हो या राज्य की एजेंसियां, ये सभी शिकायत मिलने पर जांच करती हैं। संजय राउत के मामले में यह बार-बार हो रहा है इसलिए इसके पीछे का सही कारण वही बता सकते हैं।
ईडी के अधिकारी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के साथ संजय राउत के घर रविवार सुबह सात बजे पहुंच गए। यहां छापेमारी शुरू की। वहीं, राउत ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है और आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध के लिए निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने ईडी की कार्रवाई के कुछ ही देर बाद ट्वीट किया, ‘मैं दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की सौगंध खाता हूं कि मेरा किसी घोटाले से कोई संबंध नहीं है।’ उन्होंने लिखा, ‘मैं मर जाऊंगा, लेकिन शिवसेना को नहीं छोडूंगा।’
एकनाथ शिंदे ने किया व्यंग्य
संजय राउत के घर छापेमारी मामले में महाराष्ट्र मुुुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बयान आया है। उन्होंने कहा कि ईडी की जांच चल रही है। अगर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है तो डर क्यों रहे हैं? वह एक बड़े MVA नेता थे। एकनाथ शिंदे ने कहा कि ED ने पहले भी जांच की थी। अगर ED केंद्र सरकार के डर से काम करता है तो सुप्रीम कोर्ट को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। ED अपना काम कर रहा है।
संजय राउत के शिवसेना नहीं छोड़ूंगा बयान पर शिंदे ने कहा, ‘उन्हें बुलाया किसने है? हम तो नहीं बुला रहे न बीजेपी। मैं साफ कह देता हूं अगर कोई ईडी के डर से हमारे साथ जुड़ने की बात कह रहा है तो मेरी बिनती है मत आओ हमारे साथ। हम ईडी या दबाव डाल किसी को नहीं बुला रहे। हमारे साथ जो लोग जुड़े उन पर कोई दबाव नहीं।’
जुटे शिवसैनिक
संजय राउत के घर सुबह 7 बजे ईडी पहुंची। ईडी के साथ सीआईएसएफ की फोर्स भी थी। घर के बाहर से लेकर अंदर तक फोर्स तैनात की गई। संजय राउत के घर ईडी पहुंचने की खबर बाहर आई तो शिवसैनिक उनके घर के बाहर जुटने लगे। कुछ ही देर में दर्जनों शिव सैनिक मैत्री के बाहर पहुंच गए। नारेबाजी करने लगे और धरने पर बैठ गए। राजनीति तेज होने लगी।
पडोसियों ने बुलाई पुलिस
इधर संजय राउत के भांडुक स्थित आवास पर ईडी ने छापेमारी की तो सैकड़ों शिवसैनिकों ने बाहर नारेबाजी शुरू कर दी। काफी देर तक जब शोरकुल और तमाशा बंद नहीं हुआ तो पड़ोसियों ने फोन करके पुलिस से प्रदर्शनकारियों को शांत कराने को कहा। पड़ोसियों ने कहा कि उन्हें सुबह से इस नारेबाजी से परेशानी हो रही है। वहीं बताया जा रहा है कि अभी तक ईडी को वे दस्तावेज नहीं मिले हैं जिनकी तलाश वह कर रही है। इसलिए संजय राउत के तीनों ठिकानों पर सर्च अभियान जारी है।
संजय राउत ने दिखाया हौसला
इस दौरान संजय राउत लगातार ट्वीट करते रहे। उन्होंने कहा कि वह बालसाहेब ठाकरे के शिष्य हैं उनकी जान भले ही चली जाए लेकिन वह आत्मसमर्पण नहीं करेंगे न ही शिवसेना छोड़ेंगे। वह लगातार ट्विटर पर ऐक्टिव रहे। लगभग 6 घंटे बाद वह अपने घर की खिडकी पर आए और वहां से लटककर हाथ हिलाया। उन्होंने शिवसैनिकों को यह संदेश दिया कि वह ईडी की कार्रवाई से घबराने वाले नहीं।
नवनीत राणा और रावसाहेब का निशाना
संजय राउत के घर ईडी के छापे को बीजेपी की राजनीति कार्रवाई करार देने पर केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि सीबीआई और ईडी स्वतंत्र रूप से काम करते हैं। इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। वहीं अमरावती सांसद नवनीत राणा ने कहा कि संजय राउत को बहुत पहले गिरफ्तार हो जाना चाहिए था। उन्होंने गरीबों के हक का पैसा खाया है।
गरीबों के पैसों से किया भ्रष्टाचार, पहले ही गिरफ्तार होना चाहिए था..संजय राउत पर ED की कार्रवाई पर नवनीत राणा
संजय राउत के घर पर ईडी की छापेमारी को लेकर अमरावती सांसद नवनीत राणा का बयान सामने आया है। राणा ने कहा कि राउत के पास भ्रष्टाचार को लेकर कोई जवाब नहीं है क्योंकि वे चारो तरफ से फंस चुके हैं। नवनीत ने कहा कि राउत ने गरीबों के पैसों से भ्रष्टाचार कर यह संपत्ति अर्जित की है।
हाइलाइट्स
संजय राउत के घर ईडी की छापेमारी पर नवनीत राणा की प्रतिक्रिया
‘प्रवर्तन निदेशालय को राउत के खिलाफ पहले करनी चाहिए कार्रवाई’
‘संजय राउत के पास भ्रष्टाचार से बचने के लिये कोई रास्ता नहीं’
‘गरीबों के पैसों से किया है भ्रष्टाचार, राउत के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई’
SANJAY RAUT NAVNEET RANA
संजय राउत और नवनीत राणा (फाइल फोटो)
शिवसेना सांसद संजय राउत के घर पर ईडी यानी कि प्रवर्तन निदेशालय ने रविवार सुबह छापेमारी की है। संजय राउत पर पात्रा चॉल मामले (Patra Chawl Land Scam) में घोटाले का आरोप है, जिसको लेकर ईडी ने संजय राउत को तलब किया था। लेकिन तमाम आनाकानी करने के बाद भी राउत ईडी के सामने पेश नहीं हुए। जिसके बाद माना जा रहा है कि ईडी ने इसी मामले में रविवार सुबह संजय राउत (Sanjay Raut) के घर पर छापेमारी की है। वहीं ईडी की इस कार्रवाई पर अमरावती से सांसद नवनीत राणा की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। नवनीत राणा (Navneet Rana) ने कहा है कि ईडी को संजय राउत के खिलाफ यह कार्रवाई और पहले ही करनी चाहिए थी। नवनीत ने कहा कि राउत ने गरीबों के पैसों से भ्रष्टाचार किया है, जिसके लिए उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
बहानेबाजी करते हैं संजय राउत: नवनीत राणा
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस साल 28 जून को संजय राउत को 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की पूछताछ को तलब किया था। संजय राउत ने मॉनसून सत्र के चलते जांच में शामिल होने से इनकार कर दिया था। एजेंसी ने शिवसेना सांसद को कारण बताते हुए उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती दी थी। वहीं इसको लेकर अमरावती सांसद नवनीत राणा का आरोप है कि ईडी के संजय राउत को बार-बार बुलाए जाने के बाद भी वे बहानेबाजी करते हैं।
क्या है पात्रा चॉल घोटाला ?
बात साल 2007 की है जब पात्रा चाल का विकास करने का काम महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी की तरफ से गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था। गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी HDIL की सिस्टर कंपनी है। इस प्रोजेक्ट में कंस्ट्रक्शन कंपनी को 47 एकड़ जमीन पर वहां रहने वाले लोगों को 672 फ्लैट बनाकर और करीब 3000 फ्लैट्स म्हाड़ा को देने थे। लेकिन कंस्ट्रक्शन कंपनी ने वहां किसी भी तरह का विकास नहीं किया और न ही म्हाड़ा को फ्लैट दिए। बजाय इसके उसने पूरी जमीन FSI 8 बिल्डर को 1034 करोड़ रुपये में बेच दी।
हाइलाइट्स
पात्रा चॉल घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग का संजय राउत पर आरोप
संजय राउत के घर पहुंची हैं ईडी की टीमें
शिवसेना कार्यकर्ता संजय राउत के घर के बाहर जमा हुए, नारेबाजीसंजय राउत ने ईडी की कार्रवाई पर किए अटैकिंग ट्वीट
महाराष्ट्र में पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप संजय राउत पर लगा है। ईडी जांच कर रही है। रविवार सुबह शिवसेना सांसद संजय राउत के घर ईडी की टीमें पहुंचीं और जांच शुरू की। ईडी संजय राउत को हिरासत में ले सकती है। इधर संजय राउत ने ईडी के घर पहुंचते ही एक के बाद एक कई ट्वीट कर दावा किया कि वह ईडी से नहीं डरते। उन्होंने शायराना अंदाज में भी केंद्र पर निशाना साधा। संजय राउत ने कहा कि वह मर जाएंगे लेकिन समर्पण नहीं करेंगे।
संजय राउत ने सबसे पहले ट्वीट में शिवसेना के चुनाव चिन्ह धनुष तीर के साथ तस्वीर पोस्ट कर लिखा, फिर भी शिवसेना नहीं छोड़ेगी..। उन्होंने लिखा, …फिर भी शिवसेना की लड़ाई जारी रहेगी। संजय राउत ने एक के बाद एक हमलावर ट्विट किए और दावा किया कि उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में झूठा फंसाया जा रहा है।
‘लड़ना जारी रखूंगा’
शिवसेना संसद ने ट्वीट किया, ‘झूठी कार्रवाई.. झूठा सबूत, मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा.. मैं मर भी जाऊं तो समर्पण नहीं करूंगा। जय महाराष्ट्र।’ इस ट्वीट के बाद संजय राउत ने कहा, ‘मेरा किसी घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। यह मैं शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की शपथ लेकर कह रहा हूं.. बालासाहेब ने हमें लड़ना सिखाया है.. मैं शिवसेना के लिए लड़ना जारी रखूंगा।’
‘लडते रहेंगे’
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने लिखा,’जय हो शिवसेना!!! लड़ते रहेंगे..’ उन्होंने शिवसेना के मुखपत्र में केस के संबंध में एक संपादकीय भी लिखा। उन्होंने लिखा कि मनी लॉन्ड्रिंग कानून के विरोध की कोई वजह नहीं है। मुख्य रूप से यह कानून ड्रग्स, हवाला, स्मगलिंग से होनेवाले आर्थिक लेन-देन पर पाबंदी लगाने को है। परंतु इसका खौफ विरोधी व विधायक-सांसदों में ही अधिक है। लेकिन इससे महाराष्ट्र में हिंदुत्व बेवजह बदनाम हो रहा है!
संजय राउत ने सवाल उठाया कि हिंदुस्तान के समक्ष खड़ी सबसे बड़ी समस्या कौन-सी है? इस सवाल के लिए मेरा जवाब जनसंख्या एवं भ्रष्टाचार है। उसमें सत्ताधारियों का सिंहासन अस्थिर होगा तो और दो बातें होती हैं। हमें मिली सत्ता अल्पकाल को है, इस वजह से शासक तेजी से पैसा खाने लगते हैं तथा शासक बदलनेवाला है, ऐसी भावना नौकरशाहों में आ जाए तो वे भी भ्रष्टाचार करते समय किसी तरह की कानूनी पाबंदियों की परवाह नहीं करते हैं। तीसरा महत्वपूर्ण भ्रष्टाचार मतलब जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जाता है, ऐसा आरोप लगानेवाले ही उन भ्रष्टाचारियों को शुद्धिकरण कर देव घर में बैठाते हैं। यह भ्रष्टाचार सबसे ज्यादा घातक है। हमारे देश में फिलहाल यही हो रहा है। महाराष्ट्र में तो इस पर शोध होना चाहिए।