‘सस्टेनेबल ट्रांसफॉर्मेशन’ को ईएसजी शिखर सम्मेलन 2024 आयोजित
आरएलजी सिस्टम्स इंडिया और पॉलिसी टाइम्स चैंबर ऑफ कॉमर्स ने आयोजित किया ‘सस्टेनेबल ट्रांसफॉर्मेशन’ को ईएसजी शिखर सम्मेलन 2024
नई दिल्ली, 25 जुलाई, 2024 – आरएलजी सिस्टम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने पॉलिसी टाइम्स चैंबर ऑफ कॉमर्स के सहयोग से ईएसजी शिखर सम्मेलन 24 जुलाई 2024 को सिल्वर ओक हॉल, इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ईएसजी (एनवायर्नमेंटल, सोशल, गवर्नेंस) ढांचे के अभिसरण और कार्यान्वयन को संबोधित करना था, और इसमें नीति निर्माताओं, स्थिरता अधिकारियों, सीएसआर प्रमुखों, रिसाइकिलर्स, आपूर्ति श्रृंखला प्रमुखों, प्रौद्योगिकी नेताओं, वित्त नेताओं, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं सहित 150 से अधिक प्रतिष्ठित प्रतिभागियों ने भाग लिया। उद्योग विशेषज्ञों ने ईएसजी ढांचे, बीआरएस रिपोर्टिंग, जोखिम प्रबंधन, ईएसजी के माध्यम से व्यापार विकास और पर्यावरणीय प्रभाव आकलन सहित महत्वपूर्ण ईएसजी विषयों और रुझानों पर चर्चा की।
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के संयुक्त सचिव सुजीत कुमार बाजपेयी ने शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया और सतत विकास को आगे बढ़ाने में ईएसजी अभिसरण के महत्व पर जोर दिया।
भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के पूर्व वरिष्ठ निदेशक डॉक्टर संदीप चटर्जी, रीकोनॉमी ग्रुप में कम्प्लाई डिविजन के सीईओ पैट्रिक विडेमैन और वैलपैक के नीति प्रमुख जॉर्ज एटकिंसन ने ‘ग्लोबल लर्निंग्स’ साझा की और ईएसजी अभिसरण के महत्व पर जोर दिया।
‘सस्टेनेबल लिविंग’ को ‘पंचामृत लक्ष्यों’ की पृष्ठभूमि में संकल्पित यह शिखर सम्मेलन पॉलिसी टाइम्स चैंबर ऑफ कॉमर्स और आरएलजी सिस्टम्स इंडिया लिमिटेड के 2024 के लिए आयोजित ‘सस्टेनेबिलिटी सीरीज’ का चौथा आयोजन है। मई 2021 से शीर्ष 1000 सूचीबद्ध कंपनियों के लिए ‘पंचामृत लक्ष्यों’और सेबी की बीआरएस रिपोर्टिंग ने आगे विचार-विमर्श को मंच तैयार किया था, शिखर सम्मेलन का उद्देश्य रूपरेखा कार्यान्वयन के संबंध में विभिन्न हितधारकों के बीच अभिसरण के दायरे पर संवाद और अंतर्दृष्टि के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाना था। चर्चाओं में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि अकेले सर्कुलरिटी आने वाले दशकों में $624 बिलियन बचा सकती है, जबकि ईएसजी निवेश $40 ट्रिलियन वैश्विक विकास अवसर प्रस्तुत करते हैं।
मुख्य अतिथि भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय की वस्त्र आयुक्त श्रीमती रूप राशि ने कहा कि भारत में 165 बिलियन डॉलर का विशाल कपड़ा उद्योग है, जिसके 2030 तक 300 बिलियन डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है। वस्त्र उद्योग में टिकाऊ प्रथाओं में भारत के प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्होंने श्रोताओं को बताया कि भारत दुनिया का केवल 8.5% कपड़ा अपशिष्ट पैदा करता है, जबकि दुनिया की 17% आबादी यहीं रहती है, जो भारत की जिम्मेदार औद्योगिक प्रथाओं का स्पष्ट उदाहरण है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि खपत रोकने की अवधारणा के बजाय जिम्मेदार कपड़ा उत्पादन को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
इस अवसर पर रेकोनॉमी ग्रुप के सीईओ-कम्प्लाई डिविजन, श्री पैट्रिक विडेमैन ने कहा, “आज, पर्यावरण, सामाजिक और शासन संबंधी विचार केवल अनुपालन आवश्यकताओं से कहीं अधिक हैं, ये व्यवसाय की सफलता को रणनीतिक अनिवार्यताएं हैं। ईएसजी समिट 2024 ने स्थिरता के क्षेत्र में मूल्यवान संवाद और कार्यवाही को एक मजबूत आधार तैयार किया है। मुझे विश्वास है कि ईएसजी समिट 2024 जैसे आयोजन और उद्योग जगत के नेताओं, नीति निर्माताओं और अन्य हितधारकों के सामूहिक प्रयास एक स्थायी भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेंगे”। उन्होंने आगे कहा, “हम रेकोनॉमी और आरएलजी में पिछले सौ वर्षों से वैश्विक स्तर पर आपूर्ति श्रृंखलाओं को पेशेवर बनाने वाली एक रैखिक अर्थव्यवस्था पर दक्षता से आगे बढ़ रहे हैं, और अब हम उस अवधारणा को एक सरक्युलर सेटअप में फिर से पेश करने जा रहे हैं”।
आरएलजी सिस्टम्स इंडिया की एमडी सुश्री राधिका कालिया ने एक स्थायी भविष्य की उम्मीद जताते हुए कहा, “ईएसजी समिट 2024 के माध्यम से सस्टेनेबल ट्रांसफॉर्मेशन को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा बनकर मुझे गर्व की अनुभूति हो रही है। यह कार्यक्रम हमारे संचालन के मूल में और उससे परे पर्यावरण, सामाजिक और शासन सिद्धांतों को शामिल करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। आज यहां उद्योग जगत के नेताओं, नीति निर्माताओं और स्थिरता अधिवक्ताओं की सम्मानित सभा ने मेरे भीतर यह मजबूत उम्मीद जगाई है कि एक समुदाय के रूप में हम वास्तव में एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देने को कदम उठा रहे हैं जो संवाद, अंतर्दृष्टि और कार्यवाही को प्रोत्साहित करता है। इस तरह के सहयोगी प्रयास हमारी आपूर्ति श्रृंखलाओं को फिर से परिभाषित करेंगे, सर्कुलर अर्थव्यवस्था सिद्धांतों का लाभ प्रदान करेंगे और ईएसजी निवेश क्षमता को अनलॉक करेंगे। मुझे विश्वास है कि सतत निष्ठापूर्ण प्रयास और इरादे के से, हम भारत और दुनिया के लिए एक सस्टेनेबल भविष्य बनाने का अपना लक्ष्य साकार करेंगे।”
वैलपैक के नीति प्रमुख श्री जॉर्ज एटकिंसन ने कहा, “ईएसजी शिखर सम्मेलन 2024 अनुस्मारक है कि हम अपनी स्थिरता प्रतिबद्धताओं को मूर्त कार्यों में बदलें। यद्यपि हम ईएसजी निवेशों में महत्वपूर्ण अवसर देखते हैं, तथापि यह आवश्यक है कि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और स्थिर भविष्य बनाने को इस क्षमता का दोहन करें। ईएसजी ढांचे के अभिसरण पर चर्चा ने हमारी आर्थिक आकांक्षाओं को पर्यावरणीय प्रबंधन के साथ संरेखित करने और यह सुनिश्चित करने के महत्व पर महत्वपूर्ण प्रकाश डाला है कि हमारी प्रगति टिकाऊ और समावेशी हो। ईपीआर के सफल कार्यान्वयन के लिए कई देशों में जिन मुख्य प्रयासों को सुनिश्चित किया जाना चाहिए उनमें नीति की निरंतरता और उपभोक्ताओं के साथ संचार शामिल है। मजबूत प्रवर्तन अत्यंत आवश्यक है”।