उत्तराखंड के सीमांत जिलों में बसाये जायेंगें पूर्व सैनिक और युवा
Uttarakhand Assembly First Session 2022,
उत्तराखंड विधानसभा प्रथम सत्र: राज्यपाल के अभिभाषण से हुआ आगाज, लोकतंत्र की हत्या बताकर विपक्ष के वॉकआउट के साथ सदन स्थगित
देहरादून 29 मार्च। मंगलवार को उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के प्रथम सत्र का आरंभ राज्यपाल के अभिभाषण से हुआ और लोकतंत्र की हत्या बताकर विपक्ष के वॉकआउट करने के साथ सदन स्थगित हो गया।
उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा का प्रथम सत्र मंगलवार को शुरू हुआ। राज्यपाल के अभिभाषण से सत्र का आगाज हुआ। अभिभाषण में राज्यपाल ने सरकार के विकास कार्यों का ब्योरा पेश करने के साथ ही भविष्य के लिए प्रस्तावित योजनाओं की तस्वीर भी दिखाई।
अब बुधवार सुबह 11 बजे सदन शुरू होगा। सुबह 11 बजे शुरू हुए सत्र में राज्यपाल ने अभिभाषण में नए लक्ष्यों का संकल्प दोहराया। सदन में पहुंचकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को पहले विधानसभा सत्र की शुभकामनाएं दी। इसके बाद उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर प्रदेश को आगे बढ़ाएंगे।
राज्यपाल ने अभिभाषण में बताया कि प्रदेश में हिम प्रहरी योजना में भूतपूर्व सैनिकों और युवाओं को अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकटवर्ती जिलों में बसने के लिए सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की तर्ज पर प्रदेश में मुख्यमंत्री किसान प्रोत्साहन निधि की शुरुआत की जाएगी। महिला स्वयं सहायता समूह की व्यावसायिक पहल को सहायता प्रदान करने के लिए विशेष कोष गठित होगा।
महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर विपक्ष के तीखे तेवर
इसके अलावा राज्यपाल ने सरकार की भविष्य की सभी महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उत्तराखंड का राज्यपाल बनने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल (सेेेेवानिवृत्त्त) गुरमीत सिंह का यह पहला अभिभाषण था। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सरकार नए वित्तीय वर्ष के पहले चार माह को लगभग 21 हजार करोड़ रुपये का लेखानुदान पेश किया।
सदन में पेश किया गया 21 हजार 116 करोड़ का लेखानुदान,जानें कर्मचारियों के लिए कितना बजट
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा के पटल पर 21 हजार 116 करोड़ 81 लाख का लेखानुदान पेश किया। इस लेखानुदान में सरकार के चार महीने के खर्च की व्यवस्था की गई है। 16 हजार सात करोड़ राजस्व मद जबकि पांच हजार 109 करोड़ पूंजीगत मद में रखे गए हैं। विधानसभा सत्र के पहले दिन मंगलवार को राज्यपाल के बजट अभिभाषण के बाद शाम चार बजे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सदन के पटल पर लेखानुदान पेश किया।
लेखानुदान में राज्य के जरूरी खर्चों के साथ ही कर्मचारियों के वेतन और पेंशन का भी प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही राज्य में चल रही प्रमुख योजनाओं के लिए भी बजट की व्यवस्था की गई है। सदन में लेखानुदान पेश होने के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वित्त विभाग ने वर्ष 2022 -23 के लिए कुल 62 हजार 468 करोड़ 50 लाख का बजट प्रस्ताव तैयार किया था जिसके पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई तक के लिए 21 हजार 116 करोड़ 81 लाख का लेखानुदान सदन के पटल पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि लेखानुदान सरकार के जरूरी खर्चों का बजट है और आगे के महीनों के लिए बजट अगले सत्र में पेश किया जाएगा।
बुधवार को पास होगा लेखानुदान
विधानसभा में मंगलवार को लेखानुदान रखे जाने के बाद बुधवार को इसे पारित किया जाएगा। इससे एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्तीय वर्ष के लिए सरकार के पास खर्च के लिए बजट की व्यवस्था हो जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने इस बात के संकेत दिए कि बुधवार को ही सदन में लेखानुदान पास किया जाएगा। इससे बुधवार को ही सदन की कार्यवाही समाप्त होने की उम्मीद है।
कर्मचारियों के वेतन, भत्तों के लिए 8025 करोड़
लेखानुदान में राज्य के सरकारी कर्मचारियों के वेतन और भत्तों के लिए 5796 करोड़ का प्रावधान किया गया है। जबकि सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन और अन्य लाभ के लिए 2229 करोड़ का प्रावधान किया गया है। राज्य सरकार द्वारा लिए गए ऋणों के भुगतान के लिए 1563 करोड़ जबकि ब्याज भुगतान के लिए 2256 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
बजट में केंद्र पोषित योजनाओं के लिए 3715 करोड़ जबकि बाह्य सहायतित योजनाओं के लिए 593 करोड़ की व्यवस्था की गई है।
वहीं राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होते ही विपक्ष ने सदन में महंगाई के विरोध में बैनर दिखाने शुरू किए। विपक्ष ने सत्र के दौरान महंगाई, बेरोजगारी जैसे विषयों पर सरकार को घेरने को तैयारी रही।
कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ को दिलाई शपथ
विस अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूरी ने कहा कि मेरा प्रयास जनता की आशाओं और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए लोकतांत्रिक संस्था को सशक्त बनाना होगा। नीतियों और कानून के निर्माण तथा जनहित से जुड़े विषयों के लिए सदन को व्यापक चर्चा का केंद्र बनाकर ही हम कार्यपालिका पर नियंत्रण रखते हुए जनकल्याण कर सकते हैं। इससे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूरी ने विधानसभा भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में कांग्रेस के किच्छा विधानसभा से विधायक तिलकराज बेहड़ को विधानसभा सदस्य के रुप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। कांग्रेस के विधायक तिलकराज बेहड़ स्वास्थ्य खराब होने के कारण सदन में शपथ नहीं ले पाए थे| आज सत्र के पहले दिन सदन में प्रवेश करने से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हे अपने कार्यालय कक्ष में शपथ दिलाई| इस दौरान कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, विधायक सुमित हृदयेश, भुवन कापड़ी मौजूद रहे।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को सदन के भीतर फ्लोर मैनेजमेंट की जिम्मेदारी
उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के प्रथम वर्ष का पहला सत्र आज से शुरू हो चुका है। सत्र शुरू होने से पहले उन्होंने विधायी एवं संसदीय कार्य के लिए कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को अधिकृत कर दिया था। इस संबंध में उन्होंने सचिव विधायी को निर्देश दिए थे। मंत्री बनने से पहले अग्रवाल विधानसभा अध्यक्ष का दायित्व निभा चुके हैं। उनके संसदीय एवं विधायी कार्य के इस अनुभव को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें सत्र के दौरान यह जिम्मेदारी सौंपी है। अग्रवाल सदन में मुख्यमंत्री से संबंधित प्रश्नों के न सिर्फ उत्तर देने के लिए अधिकृत होंगे, बल्कि उनकी अनुपस्थिति सभी संसदीय दायित्व पूरे करेंगे। वह सदन के भीतर फ्लोर मैनेजमेंट की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं।
अभिभाषण पर चर्चा की मांंग पर अड़ा विपक्ष
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद अपराह्न तीन बजे सदन शुरू होना था, लेकिन फिर चार बजे के लिए सदन स्थगित कर दिया गया। इसके बाद चार बजे सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो, विपक्ष राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा की मांंग पर अड़ गया। इस दौरान विपक्ष के तेवर तीखे रहे। विपक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करने की मांग की। जिस पर संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि कार्यमंत्रणा के बाद सदन से अभिभाषण पास हो चुका है। प्रीतम सिंह भी अभिभाषण पर चर्चा की मांग पर अड़े रहे। जिसके चलते सदन कल बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।