फैक्ट चैक: मानहानि मुकदमें से बचने को राहुल ने हटाये वीर सावरकर संबंधित ट्वीट

‘राहुल गाँधी ने डिलीट किए वीर सावरकर पर अपने सारे ट्वीट्स, विपक्ष में फूट के बाद अब केस होने का डर’: सोशल मीडिया पर वायरल दावा, जानें क्या है सच्चाई
राहुल गाँधी ने वीर सावरकर पर सारे ट्वीट्स डिलीट किए? जानें सच

हाल ही में कॉन्ग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने वीर सावरकर का अपमान किया। हालाँकि, ये पहली बार नहीं है जब राहुल गाँधी ने विनायक दामोदर सावरकर का अपमान किया हो। वो और उनकी पार्टी कई वर्षों से लगातार ऐसा करती आ रही है। इससे उनके ही गठबंधन साथी उद्धव ठाकरे ने आपत्ति जताई है। महाराष्ट्र में पार्टी के प्रति गुस्सा बढ़ रहा है, लेकिन वहाँ के कॉन्ग्रेस नेता गाँधी परिवार की चाटुकारिता के कारण कुछ नहीं बोल रहे।

अब सोशल मीडिया पर कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि राहुल गाँधी ने आलोचनाओं और विपक्षी एकता में फूट के बाद वीर सावरकर पर किए अपने सारे ट्वीट्स डिलीट कर लिए हैं। इस दावे के साथ स्क्रीनशॉट्स भी शेयर किए जा रहे हैं। इंजीनियर राजेश सिंह नामक ट्विटर यूजर ने लिखा, “अरे चमचो! क्या हुआ? राहुल बाबा की हवा निकल गई। वीर सावरकर पर सारे ट्वीट ही डिलीट कर डाले। ये डर अच्छा लगा” कई अन्य लोगों ने भी ऐसे दावे किए।

 

 

राहुल गाँधी को ‘मोदी समाज’ को भला-बुरा कहने के बाद अदालत द्वारा 2 वर्ष की सज़ा सुनाई जा चुकी है, जिसके बाद न सिर्फ उनकी संसद सदस्यता चली गई बल्कि उन्हें लुटियंस दिल्ली के तुगलक रोड स्थित उस बँगले को भी खाली करने को कहा गया, जहाँ वो 19 वर्षों से रहते हैं। दीप मणि त्रिपाठी नामक यूजर ने लिखा, “राहुल गाँधी द्वारा वीर सावरकर पर की गई टिप्पणी पर, केस दर्ज कराने की बात की चर्चा पर राहुल गाँधी ने सावरकर वाले ट्वीट डिलीट कर दिए। डर अच्छा है।”

 

विनोद कुमार जांगिड़ नामक यूजर ने लिखा, “कथित तौर पर राहुल गाँधी ने वीर सावरकर पर अपने सभी ट्वीट डिलीट कर दिए हैं, सावरकर जी के पोते द्वारा वीर सावरकर जी के खिलाफ लगातार अपमानजनक और निराधार बयानों के लिए राहुल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की धमकी देने के बाद।”

 

‘राहुल गाँधी ने वीर सावरकर पर अपने सारे ट्वीट्स डिलीट किए’ – जानें क्या है सच्चाई

हालाँकि, जब हमने ऑनलाइन पड़ताल की तो पाया कि राहुल गाँधी ने इस अवधि में अपना कोई ट्वीट डिलीट नहीं किया है। उन्होंने पिछले कुछ दिनों में कोई ट्वीट डिलीट नहीं किया है। ऐसे में वीर सावरकर पर अपने ट्वीट्स डिलीट किए जाने की बात झूठी है, अफवाह है। राहुल गाँधी के ‘Cached Tweets’ में भी कोई ऐसा ट्वीट नहीं दिख रहा जिसे डिलीट किया गया हो। ये भी हो सकता है कि वीर सावरकर पर उन्होंने ट्वीट किया ही न हो इसीलिए ट्विटर पर नहीं दिख रहा हो, क्योंकि उन्होंने अधिकतर ऐसे बयान प्रेस कॉन्फ्रेंस-रैलियों में दिए हैं और पार्टी के ट्विटर हैंडल से ये सब डाला गया।

जवाहरलाल नेहरू के खानदान से ताल्लुक रखने वाले राहुल गाँधी को वीर सावरकर की आलोचना करने में शर्म आनी चाहिए, क्योंकि नेहरू जब पहली बार जेल गए थे तब उन्हें बाहर निकालने के लिए उनके पिता मोतीलाल ने दिन-रात एक कर दिया था। नेहरू मुश्किल से 12 दिन जेल में टिके। जबकि, वीर सावरकर ने लगातार 11 वर्षों कालापानी की सज़ा झेली, जहाँ उन्हें काफी प्रताड़ित किया गया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *