फैक्ट चैक: गलत है राष्ट्रपति का वेतन टैक्स फ्री होने का दावा
फेक न्यूज एक्सपोज:राष्ट्रपति की सैलरी टैक्स फ्री होती है, तो रामनाथ कोविंद पौने 3 लाख टैक्स कैसे दे सकते हैं? जानिए इसकी सच्चाई
क्या हो रहा है वायरल: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 25 जून को यूपी के झींझक में लोगों से कहा था कि सबसे ज्यादा वेतन देश के राष्ट्रपति को मिलता है। हमें 5 लाख मिलता है, जिसमें पौने 3 लाख टैक्स में चला जाता है। तो बताइए बचा कितना? और जितना बचा उससे कहीं ज्यादा तो हमारे अधिकारी और अन्य दूसरे लोगों को मिलता है। यहां जो टीचर्स बैठे हुए हैं उन्हें तो सबसे ज्यादा मिलता है।
अब सोशल मीडिया पर कई लोग दावा कर रहे हैं कि राष्ट्रपति की सैलरी टैक्स फ्री होती है, तो पौने 3 लाख टैक्स कैसे दे सकते हैं।
और सच क्या है?
इस दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इससे जुड़े की-वर्ड्स गूगल पर सर्च किए। सर्च रिजल्ट में हमें भारत सरकार की वेबसाइट legislative.gov.in पर राष्ट्रपति की आय से जुड़ी जानकारी मिली।
आयकर अधिनियम 1961 की धारा 10 के अनुसार, कोई भी आय जिसे कानून के तहत विशेष रूप से आयकर से छूट प्राप्त नहीं है, वो कर योग्य मानी जाती है। पड़ताल करने पर हमें राष्ट्रपति की आय के कर मुक्त होने की कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं मिली।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की उम्र 75 साल है और उनकी मासिक आय 5 लाख रुपए है यानी कि वार्षिक आय 70 लाख रुपए है। आयकर अधिनियम के अनुसार, वरिष्ठ नागरिक जिनकी वार्षिक आय 10 लाख रुपए से ज्यादा हो, उन्हें 30% आयकर देना पड़ता है।
राष्ट्रपति कोविंद के आयकर का हिसाब लगाने के लिए कई और जानकारियों का होना जरूरी है। लेकिन ये कहना गलत होगा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद टैक्स नहीं देते या उनकी आय टैक्स फ्री है।
साफ है कि सोशल मीडिया पर राष्ट्रपति की इनकम को टैक्स-फ्री होने का किया जा रहा दावा गलत है।