फैक्ट चैक:मवेशी भरे ट्रकों का ये वीडियो अडाणी पोर्ट नहीं बसरा इराक का है
ट्रकों में भरे मवेशियों का ये वीडियो गुजरात के अडानी पोर्ट का नही
Fact Check: गुजरात के अडाणी पोर्ट से गायों को निर्यात किए जाने का दावा FAKE, वायरल वीडियो भारत का नहीं
गुजरात स्थित अडाणी पोर्ट से अरब देशों को गोवंश के निर्यात का दावा फेक है और इसके साथ वायरल हो रहा वीडियो भारत का नहीं, बल्कि इराक स्थित पोर्ट या बंदरगाह का है, जिसे भारत के नाम पर फेक दावे के साथ चुनावी संदर्भ में शेयर किया जा रहा है।
देहरादून 06 मई 2024। लोकसभा चुनाव के लिए जारी मतदान के बीच सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में बंदरगाह पर पशुओं से भरे ट्रकों की कतार को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह गुजरात स्थित अडाणी पोर्ट का दृश्य है, जहां से अरब देशों के गोवंश को निर्यात किए जाने की तैयारी चल रही है।
हमने अपनी जांच में इसे गलत पाया। वायरल वीडियो का गुजरात के पोर्ट से कोई संबंध नहीं है और न ही यह वीडियो भारत स्थित किसी पोर्ट या बंदरगाह का है।
क्या है वायरल?
सोशल मीडिया यूजर ‘Adnan Hameed’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “गुजरात :- अडानी के पोर्ट पर हजारों गाय ट्रको में खड़ी है। अरब के देशों में जाने के लिए… वहां पर उनकी कौन सी पूजा होगी।”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
गुजरात :- *अडानी* के पोर्ट पर *हजारों गाय* 🐄 ट्रको में खड़ी है। *अरब के देशों* में जाने के लिए… 😱😱😱
जिन्हे वहां काटा जाएगा…..कहा मर गए भक्तों..?? गधों को याद दिला दूं की गौ मांस का धंधा करने वालो से ही भाजपा ने चंदा लिया है। सब पैसे का खेल है।
😄 pic.twitter.com/ATGh3zOXDQ— Surya Raj नागवंशी (@Nagvanshi88) April 26, 2024
पड़ताल
वायरल वीडियो मे किसी बंदरगाह पर गोवंश से भरे ट्रकों की लंबी कतार को देखा जा सकता है और इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह गुजरात के अडाणी पोर्ट्स से गायों के निर्यात का वीडियो है, जिन्हें गोकशी के लिए अरब देशों को भेजा जा रहा है।
वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह वीडियो ‘Hamed ELhagary’ नाम के फेसबुक यूजर्स की प्रोफाइल पर मौजूद मिला, जिसे अरबी टेक्स्ट या कैप्शन के साथ साझा किया गया है।
अरबी में लिखे शब्दों को ट्रांसलेट करने पर हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली, जिससे इस वीडियो के लोकेशन की पुष्टि हो सके।
सर्च में हमें एक अन्य यूजर की प्रोफाइल पर यह वीडियो लगा मिला। हालांकि, किसी भी वीडियो में इसके गुजरात या भारत से संबंधित होने की जानकारी नहीं थी। वीडियो को गौर से देखने पर हमें दो ऐसे व्यक्ति नजर आए, जिनका पहनावा आम तौर पर खाड़ी देशों के लोगों से मिलता है।
वायरल वीडियो में अरबी वेशभूषा में नजर आ रहे लोग।
वीडियो के लोकेशन की पुष्टि के लिए हमने इसके कुछ अन्य की-फ्रेम्स को दुबारा से रिवर्स इमेज सर्च किया। सर्च में हमें Al Mayadeen Channel नाम के यू-ट्यूब चैनल पर एक साल पहले अपलोड किया हुआ वीडियो मिला, जो इराक स्थित कासर बंदरगाह का है।
नीचे दिए गए कोलाज में वायरल क्लिप में नजर आ रहे बंदरगाहों के बीच की समानता को देखा जा सकता है।
वायरल वीडियो को लेकर हमने अडाणी समूह के प्रवक्ता से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, “इस वीडियो का हमारे किसी पोर्ट से कोई संबंध नहीं है।”
हमने मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में आने वाले apeda.gov.in की वेबसाइट को भी चेक किया, जहां भारत से किए जाने मांस निर्यात का आंकड़ा मौजूद है। आंकड़ों के मुताबिक, भारत के मांस निर्यात में अधिकांश हिस्सेदारी भैंस के मांस की है। भारत सरकार गोमांस का निर्यात नहीं करती है।
सोशल मीडिया सर्च में हमें Aabhas Maldahiyar के आधिकारिक एक्स अकाउंट से ‘ट्वीट (आर्काइव लिंक) किए हुए आरटीआई के जवाब की प्रति मिली, जिसमें APEDA की तरफ से बताया गया है कि भारत सरकार की तरफ से गोमांस के निर्यात की अनुमति नहीं है।
No. India does not export “cow-meat” as it is illegal to do so.
Here is a RTI. https://t.co/TqmaDMbmaX pic.twitter.com/wbqXPq3yo0
— Aabhas Maldahiyar 🇮🇳 (@Aabhas24) June 26, 2023
वायरल वीडियो क्लिप को शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 25 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: गुजरात स्थित अडाणी पोर्ट से अरब देशों को गोवंश के निर्यात का दावा फेक है और इसके साथ वायरल हो रहा वीडियो भारत का नहीं, बल्कि इराक स्थित पोर्ट या बंदरगाह का है, जिसे भारत के नाम पर फेक दावे के साथ चुनावी संदर्भ में शेयर किया जा रहा है।
Claim Review : गुजरात अडाणी पोर्ट से अरब देशों को भेजी जा रही गायें।
Claimed By : FB User-Adnan Hameed
Fact Check : झूठ
सोशल मीडिया पर बंदरगाह पर खड़े ट्रकों में भरे मवेशियों का एक वीडियो वायरल है. दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो गुजरात स्थित अडानी बंदरगाह (Adani Port) का है. दावा ये भी है कि अडानी पोर्ट से भारत की गायों को अरब देशों में निर्यात किया जा रहा है.
पोस्ट का अर्काइव यहां देखें
सोर्स : स्क्रीनशॉट/X
यही दावा करते अन्य पोस्ट्स के अर्काइव यहां और यहां देखें.
क्या ये सच है ? : नहीं, वायरल वीडियो गुजरात के अडानी पोर्ट का नहीं है.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : वायरल वीडियो के फ्रेम को गूगल लेंस के जरिए सर्च करने पर हमें कई मीट के व्यापारियों और कंपनियों के पेज की तरफ से शेयर किए गए पोस्ट में यही वीडियो मिला.
Hamid Elhagary नाम के यूजर ने ये वीडियो 19 अप्रैल को शेयर किया था. इस अकाउंट से मवेशियों के ऐसे कई वीडियो अपलोड किए जाते हैं.
अब हमने रिवर्स सर्च और कुछ कीवर्ड्स के जरिए वायरल वीडियो से मिलते जुलते अन्य बंदरगाह के विजुअल तलाशने शुरू किए. तो हमें वेरिफाइड यूट्यूब चैनल Al Mayadeen Channel पर अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. ये वीडियो ईराक के बसरा में स्थित उम्म कस्र (Umm Wasr) बंदरगाह का है.
हमने ईराक के बंदरगाह और वायरल वीडियो की तुलना की तो हमें कई समानताएं मिलीं, जैसे इस ग्राफिक में देखा जा सकता है कि ईराक के बंदरगाह पर भी समुद्र के ठीक सामने एक नीले रंग के वेयर हाउस या शेड का स्ट्रक्चर है. ऐसा ही वायरल वीडियो में भी है.
वायरल वीडियो और ईराक के बंदरगाह के बीच तुलना
सोर्स : स्क्रीनशॉट/X/यूट्यूब/
क्या वीडियो अडानी पोर्ट से मिलता है ? : हमने गूगल के satellite view के जरिए अडानी पोर्ट को वायरल वीडियो से मिलाकर देखा. इससे साफ हो रहा है कि वीडियो अडानी पोर्ट का नहीं है.
गूगल के सैटेलाइट व्यू में देखा जा सकता है कि पानी और बंदरगाह के बीच काफी दूरी है. जबकि वायरल वीडियो में पानी और बंदरगाह के बीच दूरी नहीं है.
हालांकि, नीली छत दोनों विजुअल में दिख रही है पर छत के बगल में बनी इमारत एक जैसी नहीं है.
हमने गुजरात में मौजूद अडानी ग्रुप की तरफ से चलाए जा रहे अन्य बंदरगाहों के विजुअल्स से भी वायरल वीडियो को मिलाकर देखा, पर कोई समानता हमें नहीं मिली.
दोनों विजुअल्स में दिख रहे बंदरगाह में फर्क देखा जा सकता है
सोर्स : Google Maps/Screenshot
वीडियो में दिख रहे ट्रक : वीडियो में दिख रहे ट्रकों को गौर से देखने पर हमें Mercedes-Benz का लोगो दिखा. गौर करने वाली बात ये है कि इस कंपनी के ट्रक भारत में उपलब्ध नहीं हैं
पहली बार इस बात को फैक्ट चेकिंग संस्थान FactCrescendo ने पॉइंट आउट किया था.
गाड़ी के विजुअल यहां देखे जा सकते हैं.
(Source: Viral video/Screenshot
भारत में Daimler AG ग्रुप की तरफ से ट्रकों की बिक्री की जाती है, जिसका नाम है BharatBenz.
हमने मर्सडीज बेन्ज के लोगो को भारत बेन्ज के लोगो से मिलाकर देखा, तो पाया कि ये दोनों बिल्कुल अलग हैं.
दोनों लोगो बिल्कुल अलग हैं
सोर्स : Wikimedia Commons/Screenshot
निष्कर्ष : हम वीडियो की सटीक लोकेशन और इसके पूरे संदर्भ की पुष्टि नहीं कर सके. लेकिन, हमारी पड़ताल में ये साफ हो गया है कि वीडियो गुजरात के अडानी पोर्ट का नहीं है.
टॉपिक: Adani port