फैक्ट चैक: बैक डोर से आईएएस नहीं बनी अंजलि बिड़ला
Fact Check : ओम बिरला की बेटी को लेकर फिर से वायरल हुई फर्जी पोस्ट, आईएएस में विधिवत चयनित हुई है अंजलि बिड़ला
पड़ताल में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। जांच में पता चला कि चला कि अंजलि ने यूपीएससी की दोनों परीक्षाओं को पहले ही प्रयास में पास किया था। साथ में इंटरव्यू भी क्लियर किया था।
Fact Check : ओम बिरला की बेटी को लेकर फिर से वायरल हुई फर्जी पोस्ट
नई दिल्ली 05 अप्रैल। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी अंजलि को लेकर एक बार फिर से सोशल मीडिया में एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि अंजलि बिरला ने बिना परीक्षा दिए यूपीएससी की परीक्षा पहले ही प्रयास में पास कर ली। साथ में मैसेज के माध्यम से यह फैलाने की कोशिश की जा रही है कि ओम बिरला के लोकसभा स्पीकर पद का फायदा उनकी बेटी को मिला है। हमारी पड़ताल में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। जांच में पता चला कि चला कि अंजलि ने यूपीएससी की दोनों परीक्षाएं पहले ही प्रयास में पास की थी। साथ में इंटरव्यू भी क्लियर किया था। हम एक बार पहले भी इस दावे की पड़ताल कर चुके है।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक यूजर अभिषेक सिंह कुशवाह ने एक अप्रैल को एक पोस्ट करते हुए लिखा, “बधाई हो मोदी है तो सब मुमकिन है आपके बच्चों को कितना भी पढ़ाओ और घर पर बैठा हूं जय जय श्री महाकाल।”
इस पोस्ट में ओम बिरला और उनकी बेटी की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए लिखा गया, “लोकसभा स्पीकर श्री ओम बिरला जी की बेटी बिना परीक्षा के अंजली IAS बनी। बधाई हो। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला पहले ही प्रयास में बनीं IAS(वो भी बिना परीक्षा दिए।) 90 सीट जो बैकडोर इंट्री के लिये रखा गया था। रुझान आने लगा है। देश के सबसे विश्वसनीय UPSC Exam में बैक डोर एंट्री ने देश के कठिन परिश्रम करने वाले प्रतियोगी छात्रों, गरीबों एवं ग्रामीण लोगों के बच्चों के लिए यूपीएससी का प्रवेश द्वार बंद करने की तैयारी की शुरुआत हो चुकी है। अब आप सिर्फ अपने बच्चों को नौकर बनाने के लिए तैयार रहिए, अधिकारी नहीं।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता हे। हमने वायरल दावे की सच्चाई जानने को सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का सहारा लिया। इसमें अंजलि बिरला के बारे में सर्च करने पर टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर मिली। 5 जनवरी 2021 को पब्लिश इस खबर में बताया गया कि यूपीएससी की ओर से करवाई जाने वाली सिविल सर्विस परीक्षा को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला ने पहले ही प्रयास में क्लियर कर लिया है। पूरी खबर यहां पढ़ें।
हमने पड़ताल आगे बढ़ाते हुए यूपीएससी की वेबसाइट स्कैन की। यहां हमें 4 जनवरी 2021 का एक नोटिफिकेशन मिला। इसमें बताया गया कि सिविल सर्विसेस मुख्य परीक्षा 2019 का रिजल्ट 4 अगस्त 2020 में ही जारी कर दिया गया था, जिसमें 829 प्रत्याशियों के नाम थे। चूंकि कुल वैकेंसी 927 थी, जिसके कारण कमीशन सिविल सर्विसेस एग्जामिनेशन रूल्स के रूल नंबर 16 (4) & (5) में कंसोलिडेटिड रिजर्व लिस्ट जारी की गई। यह लिस्ट स्कैन करने पर 67 नंबर पर अंजलि बिरला का नाम हमें मिला। इनका रोल नंबर 0851876 था।
हमने जांच आगे बढ़ाते हुए यूपीएससी के प्रीलिमिनरी एग्जाम 2019 का परिणाम चेक किया तो उसमें अंजलि का रोल नंबर मिल गया। मतलब साफ था कि उन्होंने यह परीक्षा पास की है। जांच आगे बढ़ाते हुए अंजलि के रोल नंबर को यूपीएससी मेन एग्जाम 2019 के रिजल्ट में भी ढूंढा। यहां भी हमें यह रोल नंबर मिला।
हमने पड़ताल में अंजलि बिरला से भी संपर्क किया था। उन्होंने जानकारी दी कि, “मैंने 2 जून 2019 को प्रीलिम्स और 20 सितंबर को मेंस की परीक्षा दी थी। इसके बाद 20 मार्च 2020 को इंटरव्यू दिया था। मेन्स की परीक्षा अटल आदर्श विद्यालय नई दिल्ली में दी थी। पढ़ाई में मम्मी और बहन का काफी सपोर्ट मिला था।”
अंजलि बिरला ने हमारे साथ एप्लीकेशन फॉर्म का विवरण और एडमिट कार्ड की कॉपी भी शेयर की थी। हमारी पिछली पड़ताल में विस्तार से यह सब मौजूद है।
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर अभिषेक सिंह कुशवाह की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यह अकाउंट जनवरी 2011 को बनाया गया था।
निष्कर्ष : हमारी पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। यह दावा पूरी तरह से बेबुनियाद है कि अंजलि बिरला ने बिना परीक्षा व इंटरव्यू दिए यूपीएससी की परीक्षा पास की थी। पड़ताल में साबित हुआ कि अंजलि ने प्रीलिम्स और मेन्स की परीक्षा पास करने के बाद इंटरव्यू भी क्लीयर किया था।
CLAIM REVIEW : लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी अंजलि ने बिना परीक्षा के पास की यूपीएससी की परीक्षा
CLAIMED BY : फेसबुक यूजर अभिषेक सिंह कुशवाह
FACT CHECK : False
Did Anjali Birla Daughter Of Lok Sabha Speaker Become Ias Without Giving Exams Know The Facts
Fact check : क्या बिना परीक्षा दिए IAS बनीं लोकसभा स्पीकर की बेटी Anjali Birla?, जानिए कितनी हकीकत, कितना फंसाना!
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (lok shaba spekar om birla ) की छोटी बेटी अंजलि बिरला (anjali birla ias) के आईएएस बनना 2021 से ही सोशल मीडिया (social media )पर छाया हुआ है। दरअसल सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि वे बिना यूपीएससी (upsc )परीक्षा दिए ही आईएएस (ias) बन गई हैं। यह भी कह जा रहा है कि आरक्षित कोटे में से किसी अभ्यर्थी को हटाकर उन्हें शामिल किया गया है।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई हुई है। दरअसल इसके पीछे उनका यूपीएससी में उनका सलेक्शन होना है। आपको बता दें कि हाल ही संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की ओर से सिविल सेवा परीक्षा 2019 के 89 उम्मीदवारों के रिजर्व कैटेगरी की सूची जारी की गई थी, जिसमें अंजलि बिरला का नाम भी था। तभी से सोशल मीडिया पर यह बहस चल रही है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि बिड़ला को बिना यूपीएससी परीक्षा दिए ही आईएएस बना दिया गया है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि आरक्षित कोटे में से किसी अभ्यर्थी को हटाकर उन्हें शामिल किया गया है। यानी उन्हें बैकडोर से लाकर आईएएस में एंट्री दी गई है। जानिए क्या है इस तथ्य का दावा और कितना सच और कितना फंसाना ।
बैकडोर से एंट्री की बात गलत
आपको बता दें कि इस बहस के बाद समाचार एजेंसी एएफपी ने सिविल सर्विसेज (मुख्य) परीक्षा – 2019 के लिए मेरिट सूची को स्कैन किया है। इसमें अंजलि का नाम और रोल नंबर पाया है। इस पोस्ट में यह भी सामने आया कि यूपीएससी की ओर से जारी 89 लोगों की यह सूची रिजर्व कैटेगरी की सूची है, जिसमें उनका भी नाम शामिल था। यह सूची संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। ऐसे में अंजलि बिरला के बैकडोर से आने की बात सही नहीं पाई गई है।
सोशल मीडिया ट्रोल्स का था यह दावा
आपको बता दें कि कई पॉलिटिकल पार्टी के समर्थक पेजों ने भी अंजलि बिरला के आईएएस बनने पर उन्हें ट्रोल किया है। यहां तक की मध्यप्रदेश यूथ कांग्रेस के सचिव बबलू खिंची तक ने उनके आईएएस बनने को लेकर आलोचना की थी। इसके अलावा आई सपोर्ट तेजस्वी यादव सहित तमाम पोस्टों में उनके बैकडोर से बिना परीक्षा आईएएस बनाने को लेकर बात कही जा रही है।
अंजलि बिरला ने भी लिखा पोस्ट
आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर चल रही इन अफवाहों को खारिज करते हुए अंजलि बिड़ला ने भी ए पोस्ट साझा किया है। इसमें इंस्टाग्राम पोस्ट में अंजलि बिरला ने लिखा है कि मुझे इंटरनेट पर वायरल हो रही अफवाहों का तथ्य जांचने के लिए संपर्क किया गया है। जब मैंने इस वायरल ट्वीट / पोस्ट को पढ़ा तो मुझे हंसी आई …। अफवाहें सुनने में हमेशा मजेदार रहती है, लेकिन इस निराधार, नासमझी की पोस्ट की मैं आलोचना करती हूं।
दिया आलोचकों को जबाव
अंजलि बिरला ने अपने पोस्ट में लिखा कि UPSC सिविल सेवा परीक्षा एक वर्ष में तीन चरणों में आयोजित की जाती है। यदि आप इन तीनों को पास करते हैं तभी आप केवल सिविल सर्वेंट बन सकते हैं। UPSC CSE बेहद निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया है। इसमें कोई बैकडोर एंट्री नहीं है। उन्होंने आगे लिखा कृपया कम से कम संस्था का सम्मान करें।
बताया – तीनों स्टेज को किया क्लीयर
इस पोस्ट में अंजलि बिरला ने सभी डॉक्यूमेंट्स भी पेश किए। ताकि लोग जान पाएं कि उन्होंने तीनों स्टेज के एग्जाम को क्लीयर किया है। अपने पोस्ट में अंजलि बिरला ने यह भी बताया कि सामान्य श्रेणी में केवल 8 अंक से पहली सूची में उनका नाम रह गय़ा था।
इंटरनेट पर हो रही नासमझी पर किया कटाक्ष
अंजलि बिरला ने कहा कि यूपीएससी की ओर से हर साल परीक्षा ली जाती है। उन्होंने आगे कहा कि किसी की मेहनत को इस तरह बदनाम करना गलत है। मैं आशा करती हूं कि समाज में लोग इंटरनेट से कठोरता और नासमझी से दूर होंगे।
समर्थन में आने वाले लोगों को भी कहा शुक्रिया
आपको बता दें कि इस इंस्टाग्राम पोस्ट में जहां अंजलि बिरला ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों लोगों को फटकार लगाई। वहीं उन्हें सपोर्ट करने वाले लोगों को उन्होंने धन्यवाद दिया है।