इंदौर-ऋषिकेश में मिले 6 टुकड़े शव,रेप में विफल अधेड़ ने की थी हत्या
Indore To Rishikesh वाली मिस्ट्री सुलझी, इशारों में पत्नी ने बताई सच्चाई, फोन ने पति को पहुंचाया जेल
मध्य प्रदेश के इंदौर में कुछ दिन पहले ट्रेन में महिला के बॉडी के टुकड़े मिले थे. अब इस मामले का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. हत्या के इस केस में पुलिस ने आरोपित उज्जैन से पकड़ा है.
देहरादून/इंदौर24 जून 2024.इंदौर जीआरपी पुलिस ने महू नागदा पैसेंजर एक्सप्रेस में मिली महिला की लाश का अनावरण कर दिया है. ट्रेन में महिला की बॉडी 6 टुकड़ों में मिली थी. पुलिस ने उज्जैन से आरोपित पकड़ लिया है. इस पूरे मामले में महिला का फोन आरोपित तक पहुंचाने को सबसे महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ. आरोपित को जेल पहुंचाने में उसकी मूक बधिर पत्नी के बयान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. दरअसल, 8 जून को इंदौर रेलवे स्टेशन पर तब हड़कंप मच गया जब चावल की बोरी में लाश के टुकड़े मिले थे. पुलिस ने मामले की पड़ताल की तो सिर्फ यह पता चला कि शव किसी महिला का है. पुलिस इस मामले में इन्वेस्टिगेशन कर रही थी कि तभी ऋषिकेश से भी महिला के कटे हाथ और पैर मिलने की सूचना मिली.
दोनों के डीएनए टेस्ट कराकर पता चला शरीर के टुकड़े मीरा बेन नाम की महिला के थे. पुलिस एसटीएफ ने नाम के आधार पर रतलाम से सटे हुए वनवासी इलाकों में भेज कर इन्वेस्टिगेशन करवाया. महिला की पहचान रतलाम के बिलपांक थाना क्षेत्र की निकली. मामले में पुलिस को जांच में सबसे महत्वपूर्ण क्लू महिला का मोबाइल सिद्ध हुआ जिससे पुलिस आरोपित तक पहुंची.
पति से लड़ाई कर निकली थी महिला
दरअसल, महिला मीरा बेन अपने पति से लड़ाई कर 6 जून को उज्जैन आ गई थी. उज्जैन स्टेशन पर बैठी थी तो कमलेश पटेल उसे खाना खिलाने के नाम पर महिला को अपने घर ले गया. आरोपित उज्जैन स्टेशन के पास ही हीरा मिल की चाल में रहता है. 6 जून को मीरा बेन आरोपित के घर ही रही. 7 तारीख को कमलेश नशा कर घर लौटा और महिला के खाने में नशीली गोलियां मिलाई. फिर कुछ देर बाद उससे जबरदस्ती करने लगा. महिला ने विरोध किया तो उसने लोहे की रॉड उसके सिर पर दे मारी.
आरोपित कमलेश पटेल को लगा कि महिला मर गई है जबकि महिला सिर्फ बेहोश हुई थी. उसने रस्सी से उसका गला घोट कर उसे मार डाला. 7 जून को वह घर से बाहर चला गया. उसी रात धारदार हथियार लेकर नशा कर उसने रात भर महिला के शव के टुकड़े किए. सुबह ट्रेन उसके घर के पास प्लेटफार्म पर आई तो उसने पहला बोरा इंदौर महू नागदा पैसेंजर ट्रेन में रख दिया. जब तक वह दूसरा बोरा घर से लाता तब तक ट्रेन निकल गई थी. उसने फिर कुछ देर इंतजार किया और अगला बोरा ऋषिकेश जाने वाली ट्रेन में रख दिया.
मोबाइल ने आरोपित तक पहुंचाया
इस पूरे घटनाक्रम में आरोपित तक पुलिस के पहुंचने में महिला के मोबाइल की महत्वपूर्ण भूमिका रही. महिला मीरा बेन की हत्या बाद आरोपित ने उसका फोन चालू किया था. इससे पुलिस को लास्ट लोकेशन मिल गई. उसने फिर से फोन बंद किया, लेकिन अगली बार अपनी सिम उसने मोबाइल में डाली . इसे पुलिस ने ट्रैक कर लिया. पूरे घटनाक्रम में आरोपित कमलेश पटेल की मूक बधिर पत्नी के बयान की आरोपित को सलाखों के पीछे पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही. पुलिस ने साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट ज्ञानेंद्र पुरोहित के माध्यम से आरोपित की पत्नी के बयान दर्ज करवाए. आरोपित कमलेश ने अपने पत्नी के सामने ही महिला की जान ले शव के टुकड़े किए थे. यह सब महिला ने साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट ज्ञानेंद्र पुरोहित के माध्यम से पुलिस को बताया।
ट्रेन में जिसकी लाश टुकड़ों में मिली..वो महिला थी रतलाम की:हाथ पर गुदा नाम भाई का; पति बोले- मामूली विवाद में मारे थे दो थप्पड़
इंदौर में 7 जून को यार्ड में खड़ी ट्रेन में जिस महिला का दो हिस्सों में कटा शव मिला था, उसकी 19 जून को पहचान हुई । महिला रतलाम जिले के बिलपांक थाना क्षेत्र में मउ गांव निवासी थी। उसके हाथ पर जो नाम लिखा मिला है, वह उसके भाई का नाम है। महिला की पहचान करने वाली बहनों के हाथ पर भी यही नाम लिखा है।
जीआरपी टीआई संजय शुक्ला के मुताबिक पुलिस टीम महिला के माता-पिता और बहनों से बात करने पहुंची। डीएनए सैंपल लिए गए ।
दरअसल, इंदौर जीआरपी को 9 जून को यार्ड में खड़ी इंदौर-नागदा ट्रेन में एक महिला का शव मिला था। शव का बाकी का हिस्सा दो दिन बाद ऋषिकेश में मिला। यहां मिले शव के हाथ पर मीराबेन गोपाल भाई का नाम गुदा मिला था। इससे महिला के गुजराती होने की जानकारी मिली।
पुलिस ने इसके बाद गुजरात और मध्य प्रदेश से सटे गुजरात के शहरों में गुमशुदा महिलाओं की जानकारी निकाली। रतलाम के पास के गांव में इस नाम की महिला की गुमशुदगी सामने आने के बाद पुलिस मृतका के घर तक पहुंच गई।
मृतका के हाथ पर मीरा बेन गोपाल भाई के नाम का गोदना गुदा था। पुलिस को इससे मृतका के परिवार तक पहुंचने में मदद मिली।
हाथ पर भाई का नाम लिखवाने का ट्रेंड
मीरा बाई वनवासी समाज की है। समाज में बचपन में पिता या मां के बदले भाई का नाम हाथ पर लिखवाने का ट्रेंड है। मृतका मीरा बाई सहित छह बहनें हैं। एक और बहन के हाथ पर भी भाई का नाम लिखा है। पुलिस के अनुसार उसका भी डीएनए सैंपल लेकर जांच करवाई जाएगी। ताकि यह पता लग सके कि 6 जून को लापता हुई उक्त महिला मीरा बाई ही है।
The Woman Found In Pieces In 2 Trains Was Finally Identified Police Made A Big Revelation
2 ट्रेनों में टुकड़ों में मिली महिला निकली रतलाम की मीरा बेन, पुलिस का बड़ा अनावरण
मध्यप्रदेश में पिछले दिनों इंदौर रेलवे स्टेशन के एक डब्बे में महिला का शव दो टुकड़ों में मिलने से हड़कंप मच गया था। बाद में शव के दो टुकड़े ऋषिकेश में एक ट्रेन में मिले थे। महिला की पहचान में पुलिस सफल हो गई है। उसकी पहचान के साथ ही कई और अनावरण भी हुए हैं।
इंदौर शहर और ऋषिकेश में दो ट्रेनों में तीन बोरियों में जिस महिला के शरीर के टुकड़े मिले थे, वह मीरा बेन निकली। वह मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के मऊ गांव निवासी बताई जा रही है। उसके दो बच्चे भी हैं। पहचान की पुष्टि करते हुए राजकीय रेलवे पुलिस पुलिस अधीक्षक संतोष कोरी ने मंगलवार बड़ा अनावरण किया है।
बता दें, कि अब इस मामले में उसके पति और कथित प्रेमी से पूछताछ हो रही है। हाल ही में उसकी दोस्त बनी एक महिला से भी पूछताछ हो रही है। 9-10 जून को दो ट्रेनों में बोरियों में मिले कटे-फटे शव को खोई हुई महिला की रिपोर्ट से जोड़ने में पुलिस को नौ दिन लग गए। इस मामले में कई एंगल निकल रहे हैं। मीरा 6 जून को अपने पति भंवर से झगड़ा कर बिलपांक इलाके में अपने घर से बाहर निकली थी। उसके बाद वह घर वापस नहीं आई। उसको पति ने कुछ दिन खोजा और फिर 12 जून को पुलिस में उसके खोने की रिपोर्ट लिखाई।
सीसीटीवी फुटेज से मिल सकते हैं सूत्र
कोरी ने बताया कि झाबुआ,अलीराजपुर और रतलाम जिलों में खोये लोगों की जांच करते जीआरपी अधिकारियों को उसकी फाइल मिली। महिला के हाथों पर हिंदी में मीरा बेन और गोपाल भाई के टैटू थे। उसके पति को पुलिस स्टेशन बुलाया गया,जहां उसने अवशेषों की पहचान की। कोरी ने बताया कि डीएनए मिलान भी किया जा रहा है। मीरा की 15 और 13 साल की बेटियों ने पुलिस को बताया कि घर से निकलने से एक रात पहले उसका अपने पिता से झगड़ा हुआ था।
प्रेम संबंध का अनावरण
पुलिस ने पाया है कि उसका लखन नाम के व्यक्ति से प्रेम संबंध था,जो विवाहित और तीन बच्चों का पिता है। उलझाऊ बात यह है कि मीरा का फोन बंद होने के समय पति और प्रेमी दोनों की मोबाइल लोकेशन उनके काम वाली जगह पर मिली। पुलिस अब उस जगह के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, जहां उसका फोन आखिरी बार एक्टिव हुआ था। राजकीय रेलवे पुलिस पुलिस अधीक्षक ने मामले में कहा कि हम उसके घर से निकलने के समय से उसकी गतिविधियों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। ताकि इस गुत्थी को सुलझाया जा सके।
राशन दुकान पर गई, सामान लिया फिर कपड़े लेकर चली गई
महिला की दो बेटियां हैं। दोनों बेटियों को पता नहीं कि मां और पिता के बीच कहासुनी हुई। 6 जून को छोटी बेटी ने मीरा को एक थैले में कपड़े रखते हुए देखा था। आमतौर पर वह मजदूरी के लिए बाहर जाते हैं, तो उसने पूछा नहीं। लेकिन पति ने पूछताछ में बताया कि उसकी मामूली बात को लेकर कहासुनी हो गई थी जिसके बाद पत्नी को दो थप्पड़ मार दिए थे। इसके बाद मीरा राशन की दुकान पर पहुंची। पुलिस ने यहां के रिकॉर्ड चेक किए तो राशन का सामान लेने की बात सामने आई। इसके बाद घर से कपड़े लेकर वह चली गई।
महिला के पति को इंदौर बुलाकर होगी पूछताछ
टीआई संजय शुक्ला के मुताबिक जहां महिला रहती है। वहां अधिकतर मजदूर परिवार के लोग रहते हैं। यहां से कई महिलाओं को मजदूरी को ले जाया जाता है जिसके चलते महिलाओं पर किसी के साथ कहीं जाने पर रोक-टोक नहीं रहती। इसके कारण अभी पुलिस पति के अलावा दूसरे एंगल पर भी जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक अभी पति को पूछताछ के लिए इंदौर लाया जाएगा।
इंदौर में ट्रेन में मिले थे युवती के शव के टुकड़े, ट्रॉली बैग में धड़, दूसरे थैले में हाथ-कमर के नीचे का हिस्सा था
इंदौर रेलवे स्टेशन के यार्ड में युवती का शव मिला था। शव तीन हिस्सों में था। कमर के नीचे का हिस्सा और हाथ धड़ से कटे मिले हैं। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम कराया था। टीआई संजय शुक्ला के मुताबिक शनिवार रात 12 बजे ट्रेन की सफाई के दौरान सफाईकर्मी इंजन के पीछे दूसरे नंबर के कोच में पहुंचा। यहां सफाई करने के दौरान झाड़ू बर्थ के नीचे अटक गई। सफाईकर्मी को लगा कोई सामान भूल गया। उसने झांककर देखा तो नीचे बैग और एक थैला था। ट्रॉली बैग में लॉक नहीं था, उसे जब खोला तो उसमें युवती का धड़ था। उसके हाथ नहीं थे।