नौशाद नंदी के साथ भीख मांग रहा था भूरा नाम से

छद्मवेश धारण कर हिंदू आस्था को ठेस पहुंचाने वाले नौशाद की खुली पोल, हाथ जोड़कर बोला- नंदी के सहारे भीख मांगकर चलाता हूं घर

मेरठ के थाना सिविल लाइन क्षेत्र स्थित सूरज कुंड में नंदी (बैल) के साथ घूम रहे व्यक्ति का नाम नौशाद है। स्थानीय लोगों को शक हुआ, उन्होंने पूछताछ करते हुए तलाशी ली तो पाया कि यह छद्मवेश में मुसलमान है, जो हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुंचा रहा है।

पकड़े जाने पर हाथ जोड़कर छोड़ने की लगाई गुहार

उत्तर प्रदेश के मेरठ में  एक मुस्लिम हिन्दू आस्था के नाम पर ढोंग रचाकर लोगों को ठगता पकड़ा गया । वह खुद को मुस्लिम जोगी बता रहा था। भगवान शिव की सवारी नंदी यानी बैल को लेकर वह हिन्दू इलाकों में घर-घर जाकर भीख मांगता हुआ पकड़ा गया है। मुस्लिम जोगी के पकड़ में आने के बाद हिन्दूवादी नेता वहां पहुंच गए। उन्होंने आरोप लगाया है कि ऐसे लोग झूठा स्वांग रचकर रेकी करते हैं। वहीं, इस मुस्लिम जोगी के पास से उसके दो नामों नौशाद और भूरा के आधार कार्ड, एक हिन्दू महिला का फोटो और नींद की गोली मिली है। यह महिला को अपनी बहन बता रहा है। फिलहाल इस मामले पर पुलिस जांच की बात कह कर मीडिया से दूरी बनाए हुए है।

राज खुलते ही हाथ जोड़कर गुहार लगाने लगा नौशाद
मेरठ के थाना सिविल लाइन क्षेत्र स्थित सूरज कुंड में नंदी (बैल) के साथ घूम रहे व्यक्ति का नाम नौशाद है। स्थानीय लोगों को शक हुआ, उन्होंने पूछताछ करते हुए तलाशी ली तो पाया कि यह छद्मवेश में मुसलमान है, जो हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुंचा रहा है। राज खुलते ही इसने हाथ जोड़कर छोड़ने की गुहार लगाई और बताया कई पीढ़ियों से उसके दादा पिता यह काम कर रहे हैं। घटना की जानकारी मिलते ही हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही वहां पहुंच और जोगी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। मुस्लिम जोगी को पकड़ने वालों का आरोप है कि यह नशे की दवाएं लेता हैं। वहीं, हिंदू नेता सचिन सिरोही ने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे लोग रेकी कर घटना को अंजाम देते हैं।

सावन के पहले सोमवार पर भिक्षा लेने आया था
पकड़ा गया मुस्लिम जोगी सफाई दे रहा था कि वह केवल भिक्षा मांगने भर के लिए इस इलाके में आता था। वह अब इस काम को नहीं करेगा। उसने बताया कि बीमार पिता भीख मांगते है। नंदी को लेकर, वह बीमार होने के कारण नही आ पायें, आज सावन का पहला सोमवार होने के चलते वह भिक्षा लेने आया है।

पुलिस अधीक्षक नगर आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है, जांच के बाद ही कुछ कहा जायेगा। गौरतलब है कि इन दिनों कांवड़ यात्रा चल रही है, सावन माह शुरू हो गया है, ऐसे में इस प्रकार की घटनाएं अप्रिय वातावरण बना सकती है। हालांकि, सूचना है कि पुलिस ने नौशाद को चेतावनी देकर छोड़ दिया।

घंटी, माला, चंदन का टीका… साधु बनकर गाँव-गाँव घूम रहे थे मुस्लिम युवक, ‘नंदी दर्शन’ कराकर वसूलते थे पैसे: बदायूं में 3 गिरफ्तार
साधु बनकर घूम रहे तीन मुस्लिम युवक गिरफ्तार (फोटो साभार: बदायूं पुलिस)

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में साधु बनकर गाँव-गाँव घूम रहे तीन मुस्लिमों को रविवार (29 अक्टूबर 2023) को गिरफ्तार किया गया। ये ‘नंदी दर्शन’ के नाम पर लोगों से पैसे वसूलते थे। इनकी पहचान अनीस, वली मोहम्मद और शाकिर के तौर पर सामने आई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला उसावां थाना क्षेत्र का है। यहाँ रविवार को गाँव नवीगंज में 3 संदिग्ध साधु वेश में पहुँचे। इन सभी के पास एक-एक बैल थे। घंटी, माला, चंदन का टीका आदि लगाकर इन्होंने बैल को नंदी का रूप दे रखा था। घर-घर जा कर भीख माँगने के साथ लोगों को बैलों से आशीर्वाद भी दिला रहे थे। लोगों को इनके हाव-भाव और बोली से शक हुआ। ग्रामीणों ने तीनों को रोक कर पूछताछ शुरू कर दी। इस बीच मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई।

पुलिस ने मौके पर पहुँचकर तीनों संदिग्धों को कस्टडी में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में तीनों मुस्लिम समुदाय के निकले। इनकी पहचान शाहजहाँपुर जिले के अनीस और वली मोहम्मद तथा हरदोई जिले के शाकिर के तौर पर हुई। तीनों ने बताया कि बैल उनके ही हैं जिनके माध्यम से उन्होंने कमाई करने के लिए हिन्दू वेश धारण किया था। तीनों काफी समय से उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में ये काम कर रहे थे.

तीनों आरोपित आपस में रिश्तेदार हैं। इनकी पोल खुलने के बाद ग्रमीणों ने उन पर धोखा देने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया। इन सभी पर केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने तीनों बैलों को भी मुक्त करवा दिया है। थाना प्रभारी रामेन्द्र सिंह के मुताबिक आसपास के जिलों से तीनों के रिकॉर्ड को खँगाला जा रहा है। इन सभी द्वारा रेकी आदि की आशंका को ले कर भी पुलिस जाँच कर रही है।

बताते चलें कि साधु वेश में बैल के साथ मुस्लिमों की गिरफ्तारी की ये पहली घटना नहीं है। जुलाई 2022 में बिहार के हाजीपुर में एक मंदिर के बाहर से 6 ऐसे मुस्लिम युवकों को पकड़ा गया था, जो हिन्दू साधु की वेशभूषा में भिक्षा ले रहे थे। सभी युवक उत्तर प्रदेश के बहराइच के रहने वाले थे। इन्होंने भी अपने साथ एक नंदी रखा था। इसी तरह बिहार के ही मुंगेर जिले से तीन मुस्लिम युवकों को हिन्दू साधु की वेशभूषा में भिक्षा माँगते हुए धरा गया था।

Who Are Muslim  Jogi Whom Roam And Beg With Bull Nandi Like Hindu Hajipur Video Goes Viral
क्या मुसलमानों में भी होते हैं भगवाधारी योगी, जो नंदी बैल को लेकर मांगते हैं भीख?
बिहार के वैशाली जिले में बीते दिनों यूपी के 6 मुस्लिम युवकों को पकड़ा गया था जो नदी बैल को लेकर भीख मांग रहे थे। लेकिन क्या कोई मुस्लिम समुदाय में भी साधु का वेश रखा जाता है? क्या नंदी बैल को लेकर इस तरह भीख मांगी जाती है।

बिहार के वैशाली जिले के हाजीपुर में कदम घाट से कुछ दिन पहले छह संदिग्धों को पकड़ा गया था, जो साधु के वेश में थे और बसहा बैल लेकर भिक्षाटन कर रहे थे। जब इनका संबंध मुस्लिम समुदाय से निकला तो बजरंग दल के एक स्थानीय नेता ने कानून हाथ में लेकर इनकी जमकर पिटाई की थी। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। पुलिस को मामले की जानकारी लगी तो साधु के वेश में घूमने वाले युवकों को पकड़कर थाने ले आई। मुस्लिम समुदाय से संबंध रखने वाले ये 6 लोग बसहा बैल (नंदी, शिवजी की सवारी) के साथ साधु का वेश धारण किए हुए थे और घूम-घूमकर भिक्षा मांग रहे थे। जब थाने में पुलिस ने इन युवकों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि यह उनका खानदानी पेशा रहा है। सवाल उठ रहा है कि साधु के वेश में भिक्षा मांगने वाले ये मुस्लिम जोगी हैं कौन?

लेकिन सबसे पहले जानते हैं आखिर मामला क्या था

मामला 25 जुलाई का है। वैशाली जिले के हाजीपुर में कदम घाट पर स्थित एक मंदिर में साधु के वेश में 6 युवक रख रहे थे। दिन में युवक बसहा बैल लेकर निकलते और भिक्षा मांगकर वापस शाम को मंदिर पर आ जाते हैं। लेकिन मंदिर के पुजारी को इनकी गतिविधियों पर संदेह हुआ तो बात फैलने लगी। 6 युवकों के मंदिर पर रुकने की बात बजरंग दल के स्थानीय नेता जिला अध्यक्ष आर्यन सिंह को भी पता चली। आर्यन सिंह ने इन लोगों को पकड़ा और कानून हाथ में लेते हुए मारपीट करते हुए पूछताछ करनी शुरू कर दी। आरोप है कि ये लोग साधु के वेश में रहते हैं लेकिन मंदिर में होने वाली आरती में शामिल नहीं होते और न ही प्रसाद ग्रहण करते हैं। आर्यन सिंह ने कानून हाथ में लेते हुए इनकी बेरहमी से पिटाई करते हुए पूछताछ की। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और सभी छह लोगों को थाने ले आई, जहां उनसे पूछताछ की गई।

बसहा बैल को घुमाकर भिक्षा मांगना इनका खानदानी पेशा: पुलिस
पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए सभी छह युवक करीम अहमद, हसन, सैय्यद अली, हलीम अहमद, महबूब और लुंबो यूपी के बहराइच जिले के निवासी हैं। पुलिस ने इनका वेरिफिकेशन कराया और फिर छोड़ दिया। इन लोगों ने पुलिस को बताया कि बसहा बैल को घुमाकर भिक्षा मांगना इनका खानदानी पेशा है। इसी से ये लोग गुजर-बसर करते हैं। पुलिस के रिकॉर्ड में इन लोगों का कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है।

कौन होते हैं ये मुस्लिम जोगी?
अब सवाल उठ रहा है कि क्या मुस्लिम समुदाय में हिंदू की भांति साधु का वेश धारण कर बसहा को लेकर कोई भिक्षा मांग सकता है? इस सवाल का जवाब हाजीपुर में पकड़ गए युवकों में से एक महसूब ने दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महबूब ने बताया- ‘हम लोग मुसलमान हैं, लेकिन नंदी बैल घुमाना और भिक्षा मांगना हमारा खानदानी पेशा है। हमारे पुरखे भी यही काम किया करते थे।’

जब इस बारे में पड़ताल की कई तो पता चला कि यूपी के कानपुर, फतेहपुर, उन्नाव, प्रतापगढ़, प्रयागराज, मिर्जापुर, बाराबंकी, बस्ती जैसे कुछ जिलों में ऐसे मुस्लिम हैं जो बसहा को लेकर भिक्षाटन करके गुजर-बसर करते हैं। बताया जाता है कि जोगियों के कुछ लोग मुस्लिम शासन में धर्मांतरण कर गये लेकिन नंदी के साथ भिक्षा मांगना नहीं छोड़ा । इस वजह से ये लोग एक जगह से दूसरे जगह घूम-घूमकर भिक्षाटन करते है। इन लोगों को मुस्लिम योगी या मुस्लिम जोगी कहा जाता हैं। इनमें मदरिया फकीर भी होते हैं, जो आपको कई बार बंदर या लंगूर लेकर सड़कों पर तमाशा दिखाते हुए मिल जाएंगे।(29 जुलाई 2022 नवभारत टाइम्स)

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