किसानों में तालिबान:निहंगो ने गुरूग्रंथ साहिब बेअदबी के नाम पै मारा दलित, एक का सरेंडर
सिंघु बॉर्डर पर निहंगों ने की युवक की हत्या:हाथ काटा, गर्दन पर वार किया फिर शव किसान आंदोलन के मंच के सामने लटका दिया
सोनीपत 15 अक्टूबर।किसान आंदोलन के हॉटस्पॉट में से एक सिंघु बॉर्डर आज एक अलग मामले को लेकर चर्चा में है। सिंघु बॉर्डर से लगे हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली में एक युवक की अंग-भंग लाश बैरिकेड पर लटकी मिलने से सनसनी फैल गई। दरअसल 35-36 साल के युवक लखबीर सिंह को निहंगों ने बेरहमी से मार दिया। पहले उसके हाथ-पैर काटे, उसे रस्सी से बांधकर 100 मीटर तक घसीटा और जब तड़प-तड़पकर उसका दम निकल गया तो निहंगों ने लाश किसान आंदोलन के मंच के सामने बैरिकेड से लटका दी।
दलित था मृतक लखबीर
लखबीर सिंह पंजाब के तरनतारन जिले के चीमा खुर्द गांव का रहने वाला था और जाति से दलित था। बताया जा रहा है कि उसकी नशे की लत के चलते पत्नी जसप्रीत तीन बेटियों को लेकर पांच साल पहले मायके चली गई थी। तब से लखबीर अपनी बुआ के घर रह रहा था। निहंगों का आरोप है कि लखबीर ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की, इसलिए उसे जान से मार दिया। निहंगों के इस कबूलनामे का वीडियो भी सामने आ चुका है।
निहंगों ने पुलिस को लाश उतारने से रोका, मीडिया को भी धमकाया
बीती रात करीब 3.30 बजे हुई इस घटना की जानकारी सुबह 5 बजे मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो निहंगों ने लाश उतारने से रोक दिया। मीडियापर्सन फोटो लेने लगे तो उन्हें भी धमकी दी गई कि फोन जेब में डाल लें। बाद में किसान नेता बलदेव सिरसा मौके पर पहुंचे तो पुलिस को डेड बॉडी उतारने दी गई। इसके बाद पुलिस ने लखबीर का शव सोनीपत के सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया। मौके पर कुछ लोगों से पूछताछ भी की गई, लेकिन पुलिस को कोई ठोस जानकारी नहीं मिली तो अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है और पुलिस जांच के सिलसिले में चीमा खुर्द गांव पहुंची है।
निहंगों ने लखबीर की एक हाथ की पूरी हथेली और एक पैर काटकर अलग कर दिया गया। वे कह रहे थे- पुलिस को जो करना है कर ले, आज इसे यहीं मार डालेंगे।
निहंग ठान चुके थे कि लखबीर को जिंदा नहीं छोड़ेंगे
लखबीर पर हमले के एक वायरल वीडियो में एक व्यक्ति हाथ में डंडा लिए हुए दिख रहा है। वह दावा कर रहा है कि गुरुवार रात 3.30 बजे घोड़ों की सेवा कर रहे निहंगों ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करते युवक को पकड़ा था। इसलिए निहंगों ने युवक का एक हाथ और एक पैर काट दिया है। अगर आज गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी हो जाती तो लोग कहते कि निहंग खुद तंबुओं में बैठे हैं और उन्हें गुरु महाराज की कोई परवाह नहीं है। पुलिस आएगी। उसे जो कार्रवाई करनी है कर ले, हमें किसी का डर नहीं। आज इसे यहीं मार डालेंगे।
लखबीर के शरीर पर जगह-जगह धारदार हथियारों से हमले के निशान पाए गए।
निहंगों का आरोप- लखबीर को पैसे देकर बेअदबी के लिए भेजा गया
निहंगों का कहना है कि लखबीर को साजिश में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के लिए भेजा गया था। इसके लिए उसे 30 हजार रुपए दिए गए थे। यहां घोड़ों की सेवा कर रहे निहंगों ने उसे पकड़ लिया और घसीटते हुए पंडाल के पास लाया गया।
लखबीर का मौत से पहले का वीडियो भी सामने आया
मौत से पहले के एक वीडियो में लखबीर खून से लथपथ तड़पता हुआ दिख रहा है। कुछ लोग उससे कह रहे हैं कि अपना नाम बताओ, कहां से आया और किसने यहां भेजा? वो कह रहा है कि सच्चे पातशाह गुरु तेग बहादुर निहंगों को मेरा वध करने की आज्ञा बख्शें और मुझे अपने चरणों में स्थान दें।
सिंघु बॉर्डर पर एक निहंग का सरेंडर:युवक की हत्या के 15 घंटे बाद पहला आरोपी सामने आया, कहा- यह गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला
सिंघु बॉर्डर पर युवक की हत्या के 15 घंटे बाद एक निहंग ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। कुंडली थाने से पुलिस की एक टीम शुक्रवार शाम 6 बजे सिंघु बॉर्डर पर निहंगों के डेरे में पहुची। सोनीपत के DSP वीरेंद्र राव की अगुआई वाली इस टीम के कुछ मेंबर सीधे निहंगों के साथ उनके पंडाल में चले गए, जबकि बाकी पुलिसवाले पंडाल के बाहर खड़े रहे। इस टीम में सोनीपत सीआईए के इंचार्ज योगेंद्र यादव भी शामिल थे। निहंगों के डेरे में सरबजीत सिंह नाम के निहंग ने पुलिस टीम के सामने सरेंडर किया। युवक की हत्या शुक्रवार तड़के करीब साढ़े 3 बजे हुई थी।
सरेंडर से पहले सरबजीत सिंह को सिरोपा पहनाया गया।
DSP वीरेंद्र राव की अगुआई में पुलिस टीम के साथ
सरबजीत सिंह शाम 6.15 बजे डेरे से गुरु ग्रंथ साहिब के दर्शन के लिए निकला। इस दौरान वहां मौजूद निहंगों ने बोले सो निहाल के नारे भी लगाए। सरेंडर से पहले सरबजीत सिंह को सिरोपा पहनाया गया। यह केसरिया रंग का वस्त्र होता है, जिसे सम्मान का प्रतीक माना जाता है। सरेंडर के बाद सरबजीत ने कहा कि यह किसान आंदोलन का नहीं, बल्कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला है।
दिनभर कुंडली थाने में मौजूद थे रोहतक IG
रोहतक रेंज के IG संदीप खिरवार शुक्रवार दोपहर सवा 2 बजे से सोनीपत के डीसी ललित सिवाच और सोनीपत के एसपी जशनदीप रंधावा के साथ कुंडली थाने में डेरा डालकर बैठे हुए थे। तीनों अधिकारी लगातार निहंगों और किसान आंदोलन से जुड़े नेताओं से बातचीत करते रहे, ताकि वारदात में शामिल लोगों का सरेंडर कराया जा सके। शाम करीब साढ़े 5 बजे निहंग जत्थेबंदियां जब सरबजीत सिंह का सरेंडर करवाने के लिए तैयार हो गईं, तो IG संदीप खिरवार ने DSP वीरेंद्र राव के नेतृत्व में पुलिस टीम निहंगों के डेरे में भेजी।
आरोपित निहंगों को लेने के लिए सिंघु बॉर्डर पर स्थित डेरे में पहुंची पुलिस की टीम।
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा: CM खट्टर
इधर, सिंघु बॉर्डर की घटना पर चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास में हाई लेवल मीटिंग हुई। इसमें गृह मंत्री अनिल विज, पुलिस महानिदेशक समेत सीनियर अफसर शामिल हुए। मीटिंग में CM मनोहर लाल खट्टर ने निष्पक्ष कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, कानून के मुताबिक सख्त कार्रवाई की जाएगी।
तीनों अधिकारियों की मीटिंग के दौरान थाने के बाहर तैनात पुलिस बल।
पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी कराई गई
पुलिस ने मारे गए युवक का शव सोनीपत सिविल अस्पताल पहुंचाया। तीन डॉक्टरों के पैनल ने मृतक लखबीर का पोस्टमॉर्टम किया। कुंडली थाना पुलिस ने इसकी वीडियोग्राफी भी करवाई है। सिविल अस्पताल में मृतक युवक का कोई भी परिजन नहीं पहुंचा। इससे पहले पूरे कुंडली को पुलिस छावनी बना दिया गया।
पुलिस चौकस, आने-जाने वालों पर नजर
सिंघु बॉर्डर पर हुई हत्या के बाद सोनीपत पुलिस अलर्ट मोड पर है। केएमपी फ्लाईओवर के नीचे पुलिस का नाका लगा हुआ है। यहां हर आने-जाने वाले पर नजर रखी जा रही है। सुबह के समय यहां कुछ देर के लिए भारी वाहनों को घटनास्थल की तरफ जाने से रोका भी गया। केएमपी फ्लाईओवर से थोड़ा आगे पार्कर मॉल के पास भी पुलिसकर्मी तैनात हैं। उधर सोनीपत में केएमपी फ्लाईओवर से लेकर सिंघु तक किसानों के पंडाल और टेंट लगे हुए हैं। हालांकि इनमें बहुत कम लोग मौजूद हैं, फिर भी पुलिस अलर्ट मोड पर है। कई टेंट और पंडालों में किसान ताश खेलते नजर आए।
सोनीपत में व्यवस्था संभालने के लिए मौजूद पुलिस टीम।
पुलिस ने साफ करवाया घटनास्थल
कुंडली पर जिस जगह युवक की हत्या कर बॉडी लटकाई गई थी, पुलिस ने डेडबॉडी अस्पताल पहुंचाने के बाद उस जगह को साफ करवा दिया गया है। यहां पड़े खून को भी पुलिस और किसान नेताओं ने धुलवा दिया। ऐसा इसलिए किया गया ताकि किसी तरह का तनाव न फैले।
किसान आंदोलन में स्थिति सामान्य
सुबह तनावपूर्ण माहौल, दोपहर होते-होते सबकुछ सामान्य
आंदोलन स्थल पर मर्डर के बाद सुबह के समय माहौल तनावपूर्ण रहा, मगर दोपहर होते-होते सब कुछ सामान्य हो गया। आंदोलन स्थल पर आवाजाही भी आम दिनों की तरह रही। मुख्य मंच पर वक्ता रूटीन दिनों की तरह भाषण देते रहे तो महिलाएं और पुरुष पंडाल में शांति से बैठे रहे। शुक्रवार सुबह वारदात के बाद एकबारगी यहां किसानों में थाेड़ा सा भय का माहौल दिखा, मगर संयुक्त किसान मोर्चे का बयान आने के बाद सब कुछ सामान्य हो गया।
किसानों के मंच पर अपनी प्रस्तुति देतीं दो बच्चियां
किसान बोले -हत्या की बात सुनी तो चिंता हुई, मगर अब सब सामान्य
कुंडली मे आंदोलनस्थल पर मौजूद किसानों से बात की गई तो वह शुक्रवार सुबह हुई युवक की हत्या को भूलकर सामान्य नजर आए। कैथल जिले के कैलरम गांव के किसान साधु राम , रमेश, धीर सिंह और सतबीर ने कहा कि सुबह जब पता चला कि एक आदमी को मार दिया गया है तो थोड़ी चिंता हुई। भय भी लगा कि अब क्या होगा। हम मौके पर गए, लेकिन तब तक पुलिस शव ले जा चुकी थी। माहौल में कही तनातनी नहीं दिखी तो राहत भरी सांस ली।
सिंघु बॉर्डर पर किसानों के लिए खाना तैयार करते रसोइये।
पंडाल में किसानों के लिए रसोइये खाना बनाने में लगे रहे। आज हरियाणा के अधिकतर पंडालों में दशहरे के पर्व पर हलवा बनाया गया हैै।