कृषि बिलों का अता-पता नहीं, बस मोदी ख़राब: आंदोलन के सात वीडियो

‘बिल सही है, लेकिन मोदी अच्छे नहीं’: बिल का पता नहीं, किसान के नाम पर धमाचौकड़ी खूब; देखें कुछ दिलचस्प Video

जारी है ‘किसान आंदोलन’

केंद्र द्वारा लागू तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन करने आ रहे हजारों किसान एक और रात सड़क पर बिताने के साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर अब भी जमे हुए हैं। वहीं, किसान नेता सरकार द्वारा प्रस्तावित रणनीति पर मंथन कर रहे हैं।

किसानों के आंदोलन की वजह से कई सड़क और दिल्ली आने वाले रास्ते बंद हैं, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों से बुराड़ी मैदान में आकर प्रदर्शन करने की अपील की है और कहा कि वे जैसे ही निर्धारित स्थान पर जाएँगे उसी समय केंद्र वार्ता को तैयार है। शाह ने कहा किसानों के प्रतिनिधिमंडल को चर्चा के लिए तीन दिसंबर को आमंत्रित किया गया है।

इस बीच KNOW THE NATION के कई वीडियो सामने आए हैं। एक वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि भीड़ को किस तरह से एकत्रित किया गया है। तथाकथित किसान विरोध-प्रदर्शन में भाग लेने वाले लोगों को कानून का कोई ज्ञान नहीं है। रिपोर्टर ने जब एक ‘प्रदर्शनकारी’ से पूछा कि वो यहाँ पर किस कानून का विरोध करने के लिए आए हैं तो उनका कहना था कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, वो तो बस अपने रोजगार के लिए आए हैं।

इसी तरह के वीडियो में एक शख्स का कहना है कि पीएम मोदी काला कानून लाकर उनकी जमीनें छीनकर अंबानी-अडाणी को देना चाहते हैं। पीएम उनकी फसल को प्राइवेट कर देंगे, इसलिए वह प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वो अपने गाँव से 2-3 महीने का राशन लेकर आए हैं।

प्रदर्शन में शामिल एक शख्स से जब पूछा गया कि वो यहाँ पर क्यों आए हैं तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि वो किसान भाइयों का साथ देने के लिए आए हैं, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि किसान लोग प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि इतना तो उनको भी नहीं पता, वो तो बस समर्थन देने के लिए आ गए हैं।

इस दौरान जब किसान एकता संघ के छात्र विंग के नेता से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो इसका समर्थन इसलिए कर रहे हैं ताकि सरकार को सत्ता से उतार सके। जब उनसे पास हुए बिल का नाम पूछा गया तो उन्होंने सिर्फ हवाबाजी ही की।

एक तथाकथित प्रदर्शनकारी का कहना था कि पीएम मोदी ने जो किया वह सही नहीं किया, जमींदारों का नुकसान किया। किसान बिल के बारे में पूछने पर उनका कहना था कि बिल तो सही है, लेकिन मोदी जी अच्छे नहीं हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यहाँ पर काफी लोग पंजाब से आए अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए यहाँ आए हैं।

इस प्रदर्शन में साक्षी गुप्ता नाम की एक AAP नेता भी शामिल थी। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो यहाँ पर अरविंद केजरीवाल का सपोर्ट करने के लिए आई है। इस काले कानून को हटाने के लिए 1 महीना लगे या 6 महीना, वो जुटे रहेंगे। फार्म बिल पर उनका कहना था एसएसपी जो लाया गया है, एएसपी जो हटा रहे हैं, लगा रहे हैं, वो सब गलत है।

इसी तरह एक आम आदमी पार्टी की एक अन्य नेता भी इस प्रदर्शन में शामिल थी, लेकिन उन्हें भी इस कानून के बारे में कोई ज्ञान नहीं था। उन्होंने भी इस कानून को लेकर सिर्फ हवाबाजी ही की।

बता दें कि किसान सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की माँग कर रहे हैं। वे सड़क पर उतरे हैं। पंजाब की सीमा से लेकर दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर उनका आंदोलन जारी है। किसानों की माँग है कि उन्हें जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की इजाजत दी जाए। लेकिन सरकार ने उन्हें दिल्ली के बुराड़ी स्थित निरंकारी ग्राउंड पर प्रदर्शन करने की इजाजत दी है। इस प्रदर्शन में खालिस्तान समर्थक, पीएफआई और कॉन्ग्रेस के लिंक सामने आए हैं.

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