पांच कारण कि 15 अगस्त को क्यों देखें ‘शेरशाह’
5 वजहें, स्वतंत्रता दिवस पर क्यों देखें परमवीर विक्रम बत्रा पर बनी फिल्म शेरशाह
शेरशाह कारगिल युद्ध के जांबाज शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन पर बनी फिल्म है. महामारी की वजह से फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर 12 अगस्त से स्ट्रीम की जाएगी. शेरशाह का निर्माण करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन ने किया है.
स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले पाकिस्तान के साथ दो अलग-अलग युद्धों पर आधारित दो फ़िल्में शेरशाह और भुज: द प्राइड ऑफ़ इंडिया रिलीज होने वाली है. दोनों ओटीटी रिलीज हैं. अजय देवगन स्टारर भुज 1971 की जंग में वायुसेना की जांबाजी को दिखाएगी जबकि शेरशाह कारगिल युद्ध के जांबाज शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन पर बनी फिल्म है. महामारी की वजह से ये फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर 12 अगस्त से स्ट्रीम की जाएगी. शेरशाह का निर्माण करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन ने किया है. फिल्म की कहानी संदीप श्रीवास्तव ने लिखी है जबकि निर्देशन विष्णुवर्धन ने किया है.
शेरशाह का ट्रेलर पिछले दिनों जारी किया गया था. इसे खूब पसंद किया जा रहा है. युद्ध आधारित फिल्म और स्वतंत्रता दिवस वीकएंड में रिलीज होने की वजह से शेरशाह पर सबकी नजरें हैं. आइए जानते हैं शेरशाह देखने की पांच बड़ी वजहों के बारे में…
शेरशाह का ट्रेलर यहां देख सकते हैं:-
#1. भारतीय सेना को ट्रिब्यूट
भारतीय सेना के सम्मान में बॉलीवुड ने अब तक कई फ़िल्में बनाई हैं. इनमें देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए सैनिकों की बहादुरी, उनके जज्बे और बलिदान को दिखाया गया है. शेरशाह भी सैनिकों की बहादुरी पर आधारित फिल्म है. परमवीर चक्र कैप्टन विक्रम बत्रा और इंडियन आर्म्ड फ़ोर्स को एक ट्रिब्यूट भी है. ये फिल्म एक मौका है देश पर जान देने वाले अमर सपूतों को याद करने का.
#2. कारगिल युद्ध पर बनी फिल्म
शेरशाह कारगिल वार के हीरो और मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन की सच्ची घटनाओं पर आधारित है. 1999 में कारगिल वार के दौरान सेना के इस अफसर ने बेहद मामूली उम्र में जंग में बहादुरी दिखाकर पूरे देश का ध्यान खींचा था. शहीद होने से पहले उन्होंने सामरिक रूप से कारगिल के कई महत्वपूर्ण और मुश्किल पॉइंट्स को पाकिस्तान के कब्जे से वापस ले लिया था. उस दौरान कैप्टन विक्रम बत्रा के सफल अभियानों ने एक बेहद ही मुश्किल जंग में देश के जीत की पटकथा लिख दी थी.
#3. कैप्टन बत्रा के जीवन को जानने के लिए
कारगिल वार को कुछ फिल्मों के जरिए दिखाया गया है. जेपी दत्ता ने भी LOC कारगिल बनाई थी जिसमें कैप्टन विक्रम बत्रा की कहानी को दिखाया गया था. अभिषेक बच्चन ने उनका किरदार निभाया था. हालांकि फिल्म में जंग के दौरान विक्रम के अभियानों और उनके जीवन को बहुत विस्तार से नहीं दिखाया जा सका था. LOC कारगिल समूचे युद्ध की कहानी पर बनी फिल्म थी. चूंकि शेरशाह विक्रम बत्रा के जीवन पर ही आधारित फिल्म है, ऐसे में दर्शकों को फिल्म के जरिए विक्रम के जीवन को और विस्तार से जानने का मौका मिलेगा. शेरशाह कारगिल वार के किसी शहीद पर बनने वाली बॉलीवुड की पहली बायोपिक मूवी है.
#4. सिद्धार्थ-कियारा की केमिस्ट्री के लिए
शेरशाह में सिद्धार्थ मल्होत्रा विक्रम बत्रा का किरदार निभा रहे हैं. उनके अपोजिट कियारा आडवाणी हैं. सिद्धार्थ ने फ़िल्मी करियर में पहली बार सेना की वर्दी पहनी है. वर्दी में उनके जो सीन्स निकलकर सामने आए हैं वो प्रभावित करने वाले हैं. फिल्म में कैप्टन की लव लाइफ को भी दिखाया गया है. कियारा आडवाणी सिद्धार्थ के अपोजिट हैं और दोनों की स्क्रीन केमिस्ट्री फिलहाल दिलचस्प नजर आ रही है.
#5. कारगिल युद्ध के रियल फुटेज और फिल्मी संवाद का तालमेल
पिछले दिनों शेरशाह का टीजर और ट्रेलर आया था. इसमें कारगिल युद्ध के रियल फुटेज भी दिखे थे. शायद शेरशाह वो फिल्म हो सकती है जिसके जरिए नई पीढ़ी व्यापक रूप से उस जंग के बारे में जान सकती है. फिल्म के कई संवाद असली हैं, जिन्हें खुद कैप्टन विक्रम बत्रा ने बोला था. शेरशाह में उनका इस्तेमाल किया गया है. शेरशाह दरअसल, कारगिल वार में विक्रम बत्रा को मिला कोड नेम था. ये दिल मांगे मोर, मैं तिरंगा लहराते हुए आऊंगा या उसमें लिपट कर आऊंगा पर आऊंगा जरूर जैसे संवाद जोश भरने वाले हैं।