उत्तरांखड में मतदान अंतिम आंकड़ा 65.23%

VOTING IN UTTARAKHAND: फाइनल आंकड़ा 65.1%, तीन बार से आखिर क्यों एक जैसा है वोटिंग ट्रेंड?
फाइनल आंकड़ा 65.1%, तीन बार से आखिर क्यों एक जैसा है वोटिंग ट्रेंड?
चुनाव आयोग ने उत्तराखंड के कुल मतदान का आंकड़ा बताया.

चुनाव आयोग ने इस बार भी उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव करवाने से पहले दावा किया था कि मतदान के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं. जहां ​ट्रेंड्स के हिसाब से कम वोटिंग होती रही है, वहां वोटरों को बूथ तक लाने के लिए मुहिम छेड़ी गई. दावों से इतर इस बार के वोटिंग ट्रेंड भी तकरीबन वही तस्वीर पेश कर रहे हैं, जो पिछले दो बार चुनावों में भी देखी जा चुकी है. आंकड़ों में उत्तराखंड का चुनाव ट्रेंड क्या समझाता है? गाड़ी एक ही जगह अटक जाने के पीछे कारण क्या हैं? देखिए विस्तृत रिपोर्ट

देहरादून 16 फरवरी. मंगलवार को दिए गए आंकड़ों के मुताबिक उत्तराखंड में इस बार 65.1% मतदान हुआ. हालांकि सोमवार देर शाम एक टेंटेटिव आंकड़ा देते हुए चुनाव आयोग ने 62.5% मतदान की बात कही थी, लेकिन अब फाइनल आंकड़ा बताया गया है. इस आंकड़े से साफ है कि इस बार भी 2012 और 2017 के चुनाव जितना ही मतदान रहा. ऐसे में यह सवाल उठता है कि तीन बार से चुनाव में वोटरों का रुझान ‘स्थिर’ क्यों बना हुआ है? क्यों तमाम प्रयासों के बावजूद वोटिंग प्रतिशत बढ़ नहीं रहा है?

उत्तराखंड में वोटिंग ट्रेंड्स काफी हद तक ‘स्थिर’ बने हुए हैं. एक निश्चित प्रतिशत के साथ ही कुछ क्षेत्र भी इस तरह के ट्रेंड में दिखाई दे रहे हैं, जहां वोटिंग कम या ज़्यादा होती है. यानी जिन क्षेत्रों में पिछली बार वोटिंग ज़्यादा हुई थी, वहां इस बार भी लगभग वैसी ही हुई है और जहां इस बार कम मतदान हुआ है, वहां 2017 में भी कम था. सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के अनूप नौटियाल का कहना है कि आंकड़ों के हिसाब से गाड़ी अटकी हुई दिख रही है. 2012 में मतदान प्रतिशत 66.8% था, तो 2017 में 65.5% और अब 2022 में 65.1%.

पहले भी हरिद्वार था टॉप वोटर, लेकिन..

इस बार 14 फरवरी को वोटिंग हुई और 2017 में 15 फरवरी को मतदान हुआ था. इस बार सबसे ज़्यादा 67.58% वोटिंग हरिद्वार में हुई है और इसके बाद उत्तरकाशी में 65.55% और उधमसिंह नगर में 65.13% मतदान हुआ है. 2017 में उधमसिंह नगर में सबसे ज़्यादा 76.01%, हरिद्वार में 75.68% और उत्तरकाशी में 69.38% वोटिंग हुई थी. यानी टॉप 3 वोटर ज़िले भी पिछली बार जैसे ही हैं.

इसी तरह, इस बार सबसे कम वोटिंग वाले तीन ज़िले अल्मोड़ा 50.65%, टिहरी-52.66% और  देहरादून- 52.93% रहे हैं. 2017 में अल्मोड़ा (53.07%), पौड़ी (54.86%) और टिहरी (55.68%) में सबसे कम मतदान दर्ज किया गया था. यह भी एक फैक्ट है कि आम तौर से चुनाव में पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं अधिक मतदान करती रही हैं. इसका सीधा कारण उत्तराखंड में पलायन को माना जाता है.

उत्तराखंड में वोटिंग के आंकड़े संबंधी चुनाव आयोग के हवाले से एएनआई का ट्वीट और वोटिंग ट्रेंड को लेकर अनूप नौटियाल का ट्वीट.

क्या हैं इस ट्रेंड के कारण?

नौटियाल इस ट्रेंड के लिए सीधे चुनाव आयोग को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहते हैं कि लोकतंत्र के महापर्व की योजना में नागरिकों को शामिल करने का कोई कायदा ही नहीं है. गौरतलब है कि इससे पहले जब आयोग ने मतदान की तारीखें घोषित की थीं, तब नौटियाल समेत कई समाज सेवियों ने तारीख बदलने की मांग करते हुए कहा था कि ठंडे मौसम और वोटिंग के लिए बाहर से आने वाले स्थानीय लोगों की सुविधा के अनुसार तारीख आगे बढ़ाकर किसी छुट्टी के दिन वोटिंग करवाई जाना चाहिए

उत्‍तराखंड में हुआ 65.37 प्रतिशत मतदान, जानिए वोटिंग के टाप-5 जिले

उत्‍तराखंड की सभी 70 विधानसभा सीटों पर 65 फीसद मतदान हुआ। बता दें कि वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में 66.85 फीसद मतदान हुआ था। अगर जिलों की बता करें तो हरिद्वार जिले में सबसे ज्‍यादा मतदान हुआ। उत्‍तराखंड में हुआ 65.37 प्रतिशत मतदान, जानिए वोटिंग के टाप-5 जिले

उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के चुनाव के लिए कुल 65.37 फीसद मतदान हुआ।

उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के चुनाव के लिए कुल 65.37 फीसद मतदान हुआ। आज बुधवार को चुनाव आयोग ने अंतिम आंकड़े जारी किये। यह मतदान प्रतिशत पिछले चुनाव से कम है। वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में 66.85 फीसद मतदान हुआ था। अगर जिले की बात करें में सबसे ज्‍यादा मतदान हरिद्वार जिले में हुआ है।

 

जिले वार मतदान का प्रतिशत

जिला——-मत प्रतिशत
हरिद्वार—-74.77
यूएस नगर—–72.27
उत्तरकाशी—-68.48
नैनीताल—-66.35
देहरादून—63.69
रुद्रप्रयाग—-63.16
बागेश्वर—- 63.00
चंपावत—-62.66
चमोली—-62.38
पिथौरागढ़—60.88
टिहरी गढ़वाल—56.34
पौड़ी गढ़वाल—54.87
अल्मोड़ा—-53.71

अब तक हुए विधानसभा चुनाव में वोट प्रतिशत

 

चुनाव का वर्ष—- प्रतिशत
वर्ष 2022——65.37
वर्ष 2017—–66.85
वर्ष 2012—–66.17
वर्ष 2007——59.4
वर्ष 2002—- 54.34

मतदान में उत्तरकाशी की महिलाओं ने बढ़ाया मान

घर के तमाम काम के बावजूद पहाड़ की महिलाओं ने लोकतंत्र के पर्व को खास तवज्जो दी है। सीमांत जनपद उत्तरकाशी में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुष से अधिक रहा। वहीं पहाड़ी जनपदों में उत्तरकाशी जनपद में मतदान का प्रतिशत सबसे अधिक रहा है।

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उत्तरकाशी की पुरोला, यमुनोत्री व गंगोत्री विधानसभा में इस बार 236526 मतदाता पंजीकृत हैं। इन मतदाताओं में महिला मतदाताओं की संख्या 115054 है, जबकि पुरुष मतदाता 121472 हैं। इस बार के चुनाव में 67.32 प्रतिशत मतदान हुआ। लेकिन, महिला मतदाताओं ने पुरुषों की तुलना में अधिक मतदान किया। तीनों विधानसभा में महिला मतदाता वोट डालने में आगे रही। महिलाओं का मतदान प्रतिशत 70.33 रहा, जबकि पुरुष का मतदान प्रतिशत 64.55 रहा है।

देहरादून में रहा 63.19 प्रतिशत मतदान, जानिए किस सीट पर हुई सबसे ज्‍यादा वोटिंग

उत्‍तराखंड में पांचवीं विधानसभा के लिए 14 फरवरी को मतदान हुआ। अब 10 मार्च को चुनाव परिणाम आएंगे। देहरादून की सभी 10 सीटों पर कुल 63.19 प्रतिशत मतदान रहा। जानिए किस सीट पर कितना फीसद मतदान हुआ।

पोलिंग पार्टियों की रवानगी के साथ रिटर्निंग अधिकारियों (आरओ) ने मतदान के अंतिम आंकड़े जारी कर दिए हैं। पोलिंग पार्टियों की रवानगी के साथ रिटर्निंग अधिकारियों (आरओ) ने मतदान के अंतिम आंकड़े जारी कर दिए हैं। सोमवार शाम सात बजे तक जहां मतदान का ग्राफ 62.24 प्रतिशत बताया गया था, उसमें अंतिम आंकड़ों में हल्की बढ़त देखने को मिली है। मंगलवार को जारी किए गए अंतिम आंकड़ों के मुताबिक जिले की 10 सीटों पर मतदान का ग्राफ 63.19 प्रतिशत हो गया है।

वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से इसकी तुलना की जाए तो मतदान में 0.34 प्रतिशत की मामूली गिरावट पाई गई। 10 सीटों पर मतदान के ग्राफ में मामूली अंतर पाया गया हो, लेकिन कुछ सीटों पर बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला है।

विकासनगर सीट पर मतदान में बड़ा उछाल देखने को मिला है। यहां मतदान का ग्राफ करीब पांच फीसद बढ़ा है। वहीं, चकराता सीट पर मतदान में करीब चार फीसद की गिरावट आई है। पिछले चुनाव में सहसपुर सीट पर सर्वाधिक मतदान रिकार्ड किया गया था। वहीं, इस बार यहां मतदान में करीब एक फीसद की गिरावट पाई गई। कुछ ऐसी ही तस्वीर मसूरी सीट पर भी देखने को मिली। बाकी सीटों पर मतदान में मामूली अंतर पाया गया।

मतदान के अंतिम आंकड़े और 2017 की तस्वीर

मतदान में यह रहा अंतर (प्रतिशत में)
सीट————-2022——-2017
चकराता———67.65—–71.99
विकासनगर——75.18—-70.56
सहसपुर———–72.53—-73.15
धर्मपुर————-56.63— 57.28
रायपुर————–60.74— 59.51
राजपुर रोड———-57.10—57.85
देहरादून कैंट——–56.37—56.97
मसूरी————–59.57—–58.53
डोईवाला————67.49—-67.93
ऋषिकेश———-62.21—–64.83

सात मार्च तक सक्रिय रहेंगी फ्लाइंग स्क्वायड

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया संपन्न हो गई है। लंबे समय से चुनाव ड्यूटी में व्यस्त रहे कार्मिकों ने अब फुर्सत की सांस ली है। हालांकि, फ्लाइंग स्क्वायड टीम की चुनौती अभी बरकरार है। उन्हें सात मार्च तक निरंतर सक्रिय रहकर काम करना होगा। उत्तर प्रदेश में चरणवार चुनाव को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

जिला निर्वाचन अधिकारी डाक्टर आर राजेश कुमार के मुताबिक, फ्लाइंग स्क्वायड को सक्रिय रखने के आदेश मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जारी किए हैं। आदेश के मुताबिक चरणवार चुनाव होने के चलते वहां भी फ्लाइंग स्क्वायड को सक्रिय रखा जाना है, जहां मतदान हो चुके हैं। लिहाजा, सभी फ्लाइंग स्क्वायड को पूर्व की भांति निगरानी करने को कहा गया है। उत्तर प्रदेश में अभी पांच चरण के चुनाव होने शेष हैंं। अंतिम चरण के लिए मतदान सात मार्च को किया जाएगा। ऐसे में सभी फ्लाइंग स्क्वायड अंतिम चरण के मतदान तक निरंतर काम करती रहेंगी।

 

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