बिहार की हिंसा खरगोन की बता फंसे दिग्विजय सिंह, एफआईआर
बिहार की फोटो खरगोन हिंसा की बताकर फंसे दिग्विजय सिंह, भोपाल क्राइम ब्रांच ने दर्ज की FIR
भोपाल 12 अप्रैल। मध्य प्रदेश के खंडवा में रामनवमी पर हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के एक ट्वीट को लेकर केस दर्ज किया गया है. ट्वीट में एक मस्जिद पर भगवा झंडा फहराते दिख रहे कुछ हिंदू संगठन के लोग वाली तस्वीर पोस्ट की गई थी.
बिहार की फोटो खरगोन हिंसा की बताकर फंसे दिग्विजय सिंह, भोपाल क्राइम ब्रांच ने दर्ज की FIR
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह
मध्य प्रदेश के खंडवा में रामनवमी पर हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के एक ट्वीट को लेकर केस दर्ज किया गया है. ट्वीट में एक मस्जिद पर भगवा झंडा फहराते दिख रहे कुछ हिंदू संगठन के लोग वाली तस्वीर पोस्ट की गई थी
साथ ही लिखा था, “क्या तलवार लाठी लेकर धार्मिक स्थल पर झंडा लगाना उचित है?” दिग्विजय सिंह ने खरगोन प्रशासन पर भी सवाल खड़ा किया था कि क्या प्रशासन ने हथियार लेकर जुलूस निकालने की अनुमति दी थी. इस ट्वीट के लेकर दिग्विजय सिंह अब घिरते नजर आ रहे हैं. क्योंकि उस ट्वीट में जो मस्जिद वाली तस्वीर है वो मुजफ्फरपुर बिहार की है, जिसे दिग्विजय सिंह ने खरगोन का बता दिया.
MP | An FIR registered against former chief minister& Cong leader Digvijaya Singh u/s 153-A, 295A (Deliberate and malicious acts, intended to outrage religious feelings of any class by insulting its religion or religious beliefs), 465, and 505(2) of IPC over his recent tweet. pic.twitter.com/qhd33s7XCU
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 12, 2022
इसी को लेकर अब भोपाल क्राइम ब्रांच ने आईपीसी की धारा 153-ए, 295ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, जिसका मकसद किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करना है), 465, और 505(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
भाजपा ने बोला हमला
दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट को लेकर भाजपा ने भी हमला बोला था. भाजपा ने कहा था कि गलत जानकारी फैला कर दिग्विजय सिंह सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ना चाहते हैं. भाजपा जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी की अगुआई में प्रतिनिधिमंडल ने क्राइम ब्रांच में शिकायती आवेदन दिया था. जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने मामले में कार्रवाई की बात कही थी.