सबसे पहले अमरावती में हुई थी नूपुर समर्थक की हत्या

Amravati Murder: अमरावती में उदयपुर जैसी घटना? 54 साल के केमिस्ट की गला काटकर हत्या, NIA टीम कर रही जांच

महाराष्ट्र के अमरावती जिले में उदयपुर के कन्हैयालाल जैसा ही मामला सामने आया है। जहां बीते 21 जून को हमलावरों ने चाकू से वार कर 54 वर्षीय उमेश कोल्हे की गर्दन काट दी। पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया है हालांकि मुख्य आरोपित अभी भी फरार है। गिरफ्तार आरोपितों ने पुलिस को बताया कि मृतक ने नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की थी जिसके बदले के स्वरूप में उसकी हत्या की गई है।

हाइलाइट्स
1-महाराष्ट्र के अमरावती में भी उदयपुर के कन्हैयालाल की तरह का मामला
2-54 वर्षीय उमेश कोल्हे की गला रेतकर हत्या
3-उमेश कोल्हे पर रात के समय हमलावरों का चाकू से हमला
4-नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने पर मर्डर करने का शक

5-छह गिरफ्तार लेकिन मुख्य आरोपित भागा

 

मुंबई 02 जुलाई: उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि महाराष्ट्र के अमरावती शहर में रहने वाले एक केमिस्ट उमेश कोल्हे की बीती 21 जून को गला रेतकर हत्या करने का मामला सामने आया है। यह हत्या तब हुई जब वह रात के समय अपने मेडिकल स्टोर से घर लौट रहे थे।

उमेश कोल्हे की हत्या के बाद स्थानीय व्यापारियों में खासी नाराजगी है।  हत्याकांड से लोगों के मन में काफी गुस्सा है। ऐसे में पुलिस के ऊपर भी काफी दबाव है कि वह मामले की जल्द से जल्द छानबीन कर मुख्य आरोपित को गिरफ्तार करे। इससे पहले पुलिस इस मामले को लूट की घटना बता कर दबाऐ थी जबकि उमेश की जेब के बिक्री के 30 हजार रुपए हत्यारों ने छुए भी नहीं थे।

हत्या के पहले आई थी धमकी

बीजेपी के सांसद डॉक्टर अनिल बोंडे ने इस हत्याकांड के बाद अमरावती शहर की पुलिस कमिश्नर डॉक्टर आरती सिंह से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि बीते कुछ दिनों से शहर में रहने वाले करीब 10 लोगों को अलग-अलग जगह और मोबाइल नंबरों से धमकी भरे फोन कॉल आए हैं। लोगों से बाकायदा लिखित तौर पर माफी मांगने को कहा जा रहा है। कई लोगों ने माफी भी मांगी है। बोंडे ने कहा कि यह खुलेआम अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है। उन्होंने कहा कि खुद को धमकी मिलने के बाद कई लोगों ने इस बात की शिकायत संबंधित पुलिस स्टेशन में की है।

धमकी देने वालों की जांच हो

अनिल बोंडे ने कहा कि जिन लोगों ने धमकियां दी हैै, उनके बारे में अभी तक कोई जांच पड़ताल नहीं की गई है। साथ ही जिनको धमकियां मिली हैं,उनकी सुरक्षा को लेकर भी पुलिस ने कोई कोई पुख्ता इंतजाम किया गया है। जिससे अमरावती शहर में आम लोगों के मन में भय बना है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उमेश कोल्हे को भी कुछ अनजान नंबरों से धमकी भरे फोन कॉल आए थे। यदि उनकी शिकायत पर पुलिस ने समय रहते ध्यान दिया होता तो शायद आज वह जिंदा होते।

अब तक 6 आरोपित गिरफ्तार

अमरावती डीसी ने बताया, ‘उमेश कोल्हे हत्याकांड में हमने अभी तक 6 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। उन पर IPC की धारा 302, 120B, और 109 में मामला दर्ज किया है। प्रथम दृष्टया लग रहा है कि उन्होंने (उमेश कोल्हे) नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी उस कारण यह घटना हुई।’

नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट बनी हत्या की वजह !

सूत्रों के मुताबिक उमेश कोल्हे ने व्हाट्सएप पर नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर की थी। जो गलती से मुस्लिम सदस्यों के ग्रुप में चली गई जिनमें कुछ उनके ग्राहक भी थे। गिरफ्तार आरोपितों में से एक ने पुलिस को बताया कि उनके मुताबिक यह पैगंबर का अपमान था। इसलिए उनकी हत्या की गई। पुलिस ने इस बात की औपचारिक पुष्टि नहीं की है।

मुख्य आरोपित फरार

इस मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने 23 जून को दो आरोपितों मुदस्सिर अहमद और शाहरुख पठान (25 वर्ष) को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में चार अन्य लोगों की संलिप्तता की बात सामने आई थी। जिनमें से अब्दुल तौफीक (24 वर्ष) शोएब खान (22वर्ष) और आतिब राशिद(22वर्ष) और डॉक्टर यूसुफ खान बहादुर खान को गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपितों को 4 जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।

यह हत्याकांड कन्हैयालाल की हत्या से एक सप्ताह पहले का बताया जा रहा है।

गर्दन पर पीछे से वार

उमेश कोल्हे महाराष्ट्र के अमरावती जिले में अमित मेडिकल नाम से एक मेडिकल स्टोर चलाते थे। द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक 54 वर्षीय कोल्हे 21 जून की रात को जब बेटे संकेत और बहू वैष्णवी के साथ अलग-अलग बाइक पर अपने घर जा रहे थे। तभी घात लगाकर बैठे हमलावरों ने उनकी गर्दन पर पीछे से चाकू से हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में वो बुरी तरह से जख्मी हो गए थे। घटना के बाद उनके बेटे और बहू ने उन्हें लहूलुहान हालत में अस्पताल पहुंचाया। हालांकि उनकी जान नहीं बचाई जा सकी, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हत्या के बाद आरोपित भाग गए थे।

नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट!

सूत्रों के मुताबिक उमेश कोल्हे ने व्हाट्सएप पर नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर किया था। जो गलती से एक मुस्लिम सदस्यों के ग्रुप में चला गया। जिनमें कुछ उनके ग्राहक भी थे। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में से एक ने पुलिस को बताया कि उनके मुताबिक यह पैगंबर का अपमान था। इसलिए उन्हें इसलिए उनकी हत्या की गई। पुलिस ने इस बात की औपचारिक पुष्टि नहीं की है।

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