पाक कट्टरपंथियों की रैली में आत्मघाती हमला,40 मरे 200 घायल
पाकिस्तान में आतंकी हमले में 40लोगों की मौत:जमीयत उलेमा इस्लाम की रैली में ब्लास्ट; 200 घायल
पेशावर 30 जुलाई। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा राज्य के बाजौर में रविवार को एक राजनीतिक रैली में विस्फोट हुआ। पुलिस ने इसे आतंकी हमला बताया है। पाकिस्तानी टीवी चैनल ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक- 40 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 लोग घायल हैं। घटना बाजौर की खार तहसील की है। यहां सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल जमीयत उलेमा इस्लाम फजल (JUI-F) की रैली चल रही थी।
पार्टी ने कहा- 40 कार्यकर्ता मारे गए
रैली को JUI-F के सीनियर लीडर हाफिज हमदुल्लाह को संबोधित करना था, लेकिन वो किसी कारण पहुंच नहीं सके। बाद में मीडिया से बातचीत में हाफिज ने कहा- हमारे 35 कार्यकर्ता इस ब्लास्ट में मारे गए। मैं इस घटना की निंदा करता हूं। हमारे हौसले इस तरह के हमलों से कम नहीं होंगें।
हाफिज ने कहा- इस तरह के हमले पहले भी होते रहे हैं। इनकी गहराई से जांच हो। हमें तो किसी तरह की सिक्योरिटी भी नहीं दी जाती। हम इसे संसद में उठाएंगे।
फिदायीन हमले का शक
पाकिस्तान में हुआ बम ब्लास्ट, 40 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर
पुलिस के अनुसार, यह विस्फोट सभा स्थल के अंदर हुआ है। हालांकि पुलिस ने अभी तक विस्फोट के कारण की पुष्टि नहीं की है।
पाकिस्तान में एक बार फिर से बड़ा बम धमाका हुआ है। इस बम धमाके में 40 से भी ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है। इसके साथ इस बम धमाके की वजह से 200 से ज्यादा लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर इलाके में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F) की बैठक हो रही थी। इस बैठक में शामिल होने के लिए कई कार्यकर्ता आए हुए थे।
बम ब्लास्ट के बाद पुलिस और सुरक्षाबल मौके पर पहुंच गए हैं, जहां वह राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं। पुलिस ने बताया है कि मृतकों की संख्या में अभी और भी इजाफा हो सकता है। पुलिस के अनुसार, यह विस्फोट सभा स्थल के अंदर हुआ है। हालांकि पुलिस ने अभी तक विस्फोट के कारण की पुष्टि नहीं की है। जेयूआई-एफ खैबर पख्तूनख्वा के प्रवक्ता अब्दुल जलील खान ने पाकिस्तानी समाचार चैनल जियो न्यूज को बताया कि विस्फोट शाम करीब 4 बजे हुआ जब मौलाना लईक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। प्रांतीय प्रवक्ता ने कहा कि सम्मेलन के दौरान जेयूआई-एफ एमएनए मौलाना जमालुद्दीन और सीनेटर अब्दुल रशीद भी मौजूद थे। उन्होंने पुष्टि की कि मृतकों में जेयूआई-एफ के तहसील खार अमीर मौलाना जियाउल्लाह भी शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार विस्फोट शाम करीब 4.30 बजे हुआ। तब रैली में काफी लोग थे। माना जा रहा है कि हमलावर पार्टी समर्थकों के बीच ही था। इसलिए इसे फिदायीन हमला माना जा रहा है।
JUI-F चीफ मौलाना फजल ने घटना के बाद प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से बातचीत की और उन्हें विस्तार से जानकारी दी। सरकार ने घटना की जांच के आदेश भी दे दिए हैं। फजल ने समर्थकों से कहा- आप लोग फौरन अस्पताल पहुंचें और घायलों को खून दें।
पाकिस्तान पीपुुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी के अनुसार- यह हमला मुल्क कमजोर करने की एक और साजिश है। सरकार आतंकियों से निपटने को किसी भी हद तक जा सकती है।
हमले के पीछे कौन
कट्टर इस्लामी संगठन JUI-F के तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) और अफगान तालिबान से करीबी रिश्ते हैं। इससे यह आशंका कम है कि इस इलाके में तालिबान ने हमला किया होगा।
अब सवाल ये है कि अगर तालिबान ने हमला नहीं किया तो फिर कौन इसके पीछे होगा। पाकिस्तान सरकार और तालिबान में बातचीत कराने में भी जमीयत चीफ मौलाना फजल-उर-रहमान की महत्वपूर्ण भूमिका थी। हालांकि, बाद में यह बातचीत विफल हो गई थी।