आयुष्मान में फ्राड करने वाले अस्पतालों पर होगी कठोरता

राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरणः आयुष्मान में फ्राड करने वाले अस्पतालों पर नकेल

– चेयरमैन के कठोर निर्देशों पर स्टेट एंटी फ्राड यूनिट ने बढ़ाई सक्रियता, धोखाधड़ी करने वालों पर रहेगी कड़ी नजर
– अस्पताल में इलाज पूर्व व इलाज के बाद मरीज से भी लिया जाएगा फीडबैक, फ्रॉड व लापरवाही पर भुगतने होंगे परिणाम

देहरादून 22 सितंबर 2024। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा संचालित आयुष्मान योजना में फ्राड करने वाले अस्पतालों पर अब नकेल पड़ जाएगी। इस मसले पर प्राधिकरण के चेयरमैन श्री अरविंद सिंह ह्यांकी ने स्टेट एंटी फ्राड यूनिट को सक्रिय रहने के कठोर निर्देश जारी किए हैं।

गत दिवस हुई समीक्षा बैठक में प्राधिकरण के चेयरमैन अरविंद सिंह ह्यांकी ने स्टेट एंटी फ्राड यूनिट को सतर्क रहने के कठोर निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने ऑडिट को और अधिक सावधानीपूर्वक व गुणवत्ता से करने के निर्देश दिए। विशेष आडिट में आयुष्मान में इलाज लेने के पूर्व और बाद में लाभार्थी ऑडिट के निर्देश दिए।
जो दावे टीम ने अस्वीकृत किए हैं विशेष रूप से अस्पताल की मौद्रिक मांगों के संबंध में लाभार्थियों से फीडबैक एकत्र करेगी। अस्पतालों में लाभार्थियों को कैशलेस व बेहतर उपचार मिल रहा है इसकी भी समय-समय पर जांच होगी।

अस्पतालों को अब लाभार्थियों के विवरण में आने वाली विसंगतियों से बचने को सभी अस्पतालों को घोषणा पत्र पर लाभार्थी की विस्तृत जानकारी सही-सही भर कर देनी होगी। उन्होंने कॉल सेंटर कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि इससे त्वरित जांच में आसानी होगी। जांच में धोखाधड़ी का पता चलता है, तो संबंधित अस्तपाल के खिलाफ राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के दिशानिर्देशों के अनुसार कठोर कार्रवाई होगी।
निदेशक मेडिकल क्वालिटी डाक्टर विनोद टोलिया ने बताया कि जारी निर्देशों के अनुरूप कार्रवाई हो रही है। जांच टीमों को और अधिक सतर्क व सक्रियता को कहा गया है।

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