समलैंगिक ब्लैकमेलरों ने यश रस्तोगी के टुकड़े कर फैंका नाले में
Yash Rastogi Murder Case: यश हत्याकांड में सामने आया समलैंगिक संबंध का एंगल, वीडियो बनाकर आरोपित कर रहा था ब्लैकमेल
मेरठ 04 जुलाई। यश रस्तोगी नाम के युवक की हत्या मामले में समलैंगिक संबंध का खुलासा हुआ है. पुलिस के मुताबिक आरोपित उसे वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहा था.
मेरठ में यश रस्तोगी की हत्या कर नाले में शव फेंक दिया गया था
मेरठ (Meerut) यश रस्तोगी (Yash Rastogi) नाम के एलएलबी (LLB) के छात्र की हत्या मामले में समलैंगिक संबंध (Gay Relationship) का एंगल सामने आया है. उसकी हत्या कर शव को नाले में फेंक दिया गया था. वह 26 जून को अपने घर से यह कह कर निकला था कि थोड़ी देर में लौट जाएगा लेकिन उसका शव 2 जुलाई की रात को लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के सद्दीक नगर नाले में बोरे में मिली.
समलैंगिकों के व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़ा था
यश तीन बहनों का इकलौता भाई था और मेरठ के मेडिकल थाना इलाके के जागृति विहार सेक्टर-6 में रहता था. बताया जा रहा है कि यश एक ऐसे ग्रुप का हिस्सा था जिसमें 40 समलैंगिक थे. वह उन लोगों से मिलने लगा और उसके भी समलैंगिक संबंध बनने लगे. आरोप हैं कि जावेद नाम के एक युवक ने यश के समलैंगिक संबंध का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और उससे 40 हजार रुपये मांग रहा था. उसने यश को 26 जून को लिसाड़ी गेट इलाके में बुलाया और दो साथियों सलमान और आलीशान के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी. यश की हत्या के बाद उसकी स्कूटी के भी पार्ट्स खोल दिए.
जानिए, पुलिस ने क्या बताया
आरोपितों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए यश का मोबाइल फोन फेंक दिया. पुलिस ने 250 सीसीटीवी खंगाले तो यश की आखिरी लोकेशन लिसाड़ीगेट इलाके में मिली. इसके बाद पुलिस जावेद तक पहुंची और इस राज से पर्दा हटा. पुलिस ने जावेद, सलमान और आलीशान को गिरफ्तार कर लिया है.
शव शनिवार देर रात सद्दीक नगर के नाले से पुलिस ने बरामद कर लिया। लेनदेन के विवाद में यश रस्तोगी (Yash Rastogi) की हत्या हुई और शव बोरे में बांध नाले में फेंक दिया गया। समलैंगिकता और कुकर्म के बाद हत्या के बिंदु पर भी पुलिस जांच कर रही है। साथ ही अश्लील वीडियो का एंगल भी सामने आ रहा है। पुलिस फिलहाल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।26 जून की शाम यश घर से स्कूटी से निकला था लेकिन वापस नहीं लौटा। परिजनों ने मेडिकल थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई और अगले दिन अपहरण की धाराओं में दर्ज किया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया 250 सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। पड़ताल के बाद यश की लोकेशन फतेहउल्लापुर रोड स्थित एक कारखाने में मिली। यह कारखाना शावेज नामक युवक का था।
इससे पहले भी हुई हत्याएं
पिछले 2 महीने में एलएलबी के तीन छात्रों की हत्याएं हो चुकी है। इससे पहले 21 मई को एलएलबी के छात्र प्रियांक चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वहीं 16 जून को गंगानगर के रहने वाले सचिन यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस अधीक्षक नगर मेरठ ने बताया कि आऱोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि आरोपितों की निशानदेही पर यश का शव नाले से बरामद किया गया. समलैंगिक संबंधों की बात भी सामने आ रही है इसके बारे में हमारी साइबर क्राइम की टीम जांच कर रही है.
समलैंगिक और ब्लैकमेलिंग की पुलिस थ्योरी पर परिजनों के सवाल, CBI जांच की मांग, विसरा सुरक्षित
यश रस्तोगी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ। पुलिस ने विसरा सुरक्षित रखा लिया है। दोपहर को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों ने लेनदेन के विवाद या रंजिश में हत्या करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस हत्या में और भी लोग शामिल हो सकते हैं,लेकिन पुलिस ने आरोपितों के बयान से ही केस खुलासा कर अन्य आरोपितों को बचा लिया है।
एलएलबी छात्र यश रस्तोगी की हत्या के मामले में पुलिस ने भले ही खुलासा कर दिया है, लेकिन परिजनों ने पुलिस के खुलासे पर सवाल उठा दिए वहीं हिंदू संगठनों और छात्रों ने भी विरोध जताते हुए पुलिस से सही खुलासे की मांग की है। मामले में कई अनसुलझे सवाल हैं, जिनका जवाब पुलिस नहीं दे पा रही है । इस लिए परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की है।
शोक में डूब परिजन
मैडिकल और एसओजी पुलिस के खुलासे को यश के परिजनों ने पूरी तरह से नकार दिया है। परिजनों ने कहा है कि पुलिस पूरी तरह से आरोपितों के बयान पर केस की जांच तय कर रही है । इस लिए उन्हें पुलिस से इंसाफ नहीं मिल सकता इस लिए मांग है कि मामले की सीबीआई जांच करवाई जाए । हिंदू जागरण मंच महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही व छात्र नेता विनीत चपराना ने भी पुलिस से सही खुलासे की मांग की है।
कॉल डिटेल से खुले राज
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि मोबाइल एप्लीकेशन ग्रिंडर गे पर यश का परिचय शाहवेज से हुआ। दोनों के मोबाइल कॉल डिटेल से इसकी पुष्टि हुई है। आरोपित शाहवेज के मोबाइल में भी यह एप्लीकेशन मिली है और इस पर कुछ अन्य लोगों के जुड़ने की पुष्टि हुई है।
पुलिस ने सुरक्षित रखी विसरा रिपोर्ट
यश के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ। पुलिस ने विसरा सुरक्षित रखा लिया है। पुलिस की कड़ी सुरक्षा में सूरजकुंड श्मशान पर यश का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पुलिस को 5 किलोमीटर के दायरे की जांच में लगे 5 ही दिन
पुलिस ने मोबाइल सेेेे जांच शुरू की तो लोकेशन तक पहुंचने में 5 दिन का समय लगा, जो पुलिस की जांच पर ही प्रश्न चिन्ह लगाता है। अपहरण और हत्या पांच किमी परिधि में हो गई । इलाका खंगालने में पुलिस को पांच दिन लग गए। यश का अपहरण 26 जून की शाम को हुुुुआ और 27 जून को मुकदमा दर्ज कर लिया गया। आरोप है कि यश के मोबाइल की आखिरी लोकेशन पता की गई होती तो 27-28 जून को ही यश का पता चल जाता।
परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग
परिजनों ने लेनदेन के विवाद या रंजिश में हत्या करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हत्या में और भी लोग शामिल होंगे,लेकिन पुलिस ने आरोपितों के बयान से ही केस खुलासा कर अन्य आरोपितों को बचा रही है।
उठ रहे कई सवाल
यश ब्लैकमेल कर रहा था तो आरोपित शाहवेज ने पुलिस से शिकायत क्यों नहीं की? – यश को पहले रकम देने की बात कही। यह रकम कब और कहां दी गई? कोई ब्लैकमेल करता है तो रकम लेने अपने ठिकाने पर बुलाता है। यहां यश, शाहवेज के पास गया, ऐसा क्यों हुआ? यश की हत्या अचानक बताया गया, लेकिन पूरे घटनाक्रम को देखकर लगता है कि पूरी प्लानिंग से हत्या हुई हैै।
आरोपितों ने यश के हाथ-पैर बांधकर मुंह में कपड़ा ढूंस दिया था
यश की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ । जांच को बिसरा सुरक्षित रखा है। हालांकि अभी तक की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपितों ने यश के हाथ पैर बांध उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था । यश को कमरे में बंद छोड़कर घंंटेभर आरोपित बाहर चले गए थे। घुटन के कारण यश की मौत हो गई।
पूछताछ में क्या सामने आया?
पुलिस की आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि शाहवेज ने ही यश को अपनी फैक्ट्री पर बुलाया था। यश को बंधक बनाकर पीटा गया। उसके हाथ पैर बांध मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। इसके बाद यश को कमरे में बंद कर शाहवेज और अलीजान बाहर चले गए। एक-दो घंटे बाद शाहवेज वापस लौटा तो यश की दम घुटने से मौत हो चुकी थी। दोनों ने सलमान को बुलाया और लाश को बोरी में बंद कर दिया। रात दो बजे शाहवेज और अलीजान यश का शव लेकर स्कूटी पर निकले। बाइक पर सलमान साथ था। उन्होंने शव को कांच का पुल के पास नाले में फेंक दिया।
समलैंगिक रिश्ते की सामने आई बात
पुलिस के अनुसार, आरोपित शावेज और अली उर्फ अलीजान ने पूछताछ में बताया कि उनके और यश के बीच समलैंगिक रिश्ते थे। हत्या से पहले उसके साथ कुकर्म भी किया। बाद में चाकू से गर्दन काट दी। फिर शरीर के कई टुकड़े कर दिए। शव को बोरे में बंद कर नाले में फेंक दिया।