गीता भी जिहादी किताब? कांग्रेस का शिवराज पाटिल से किनारा, अब मीडिया को धमकी
इस्लाम को बदनाम करने के लिए बोलते हैं… दुर्योधन-हिटलर का नाम लेकर शिवराज पाटिल ने बताया जिहाद क्या है
जिहाद क्या है? पिछले 24 घंटे से यह मुद्दा चर्चा में है। दरअसल, देश के पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता शिवराज पाटिल ने एक ऐसा बयान दिया है जिस पर बवाल खड़ा हो गया है। उन्होंने गीता में जिहाद की बात की तो भाजपा ने तीखा हमला बोला। अब सफाई में पाटिल ने कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से लिया गया।
हाइलाइट्स
शिवराज ने कहा, मीडिया ने बयान को तोड़ा-मरोड़ा तो वह केस करेंगे
पूर्व गृह मंत्री ने सफाई में कहा, दुर्योधन-हिटलर ने जो किया वह जिहाद था
आगे कहा, इस्लाम को बदनाम करने के लिए बोलते हैं कि जिहादी हैं ये लोग
नई दिल्ली 21 अक्टूबर: ‘गीता में श्रीकृष्ण भी अर्जुन से जिहाद की बात करते हैं…’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल इस बयान पर घिर गए हैं। भाजपा ने पाटिल की टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाया है। आज सुबह से ही उनकी सफाई आ रही है। ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ से विशेष बातचीत में पाटिल ने जिहादी (Jihad News) की परिभाषा बताते हुए कहा कि जो नहीं करना चाहिए अगर कोई कर रहा है तो वह जिहादी है। लड़ाई नहीं करनी चाहिए, अगर कोई कर रहा है तो जिहादी है। उन्होंने कहा कि कौरव पांडवों को एक कमरे में जलाने की कोशिश करते हैं, पत्नी का चीरहरण करने की कोशिश करते हैं, पांच गांव भी नहीं देते हैं… दुर्योधन का काम जिहादी का था।
इस्लाम को बदनाम करने को बोलते हैं कि जिहादी हैं ये लोग:शिवराज पाटिल
उन्होंने आगे कहा कि गीता में लिखा गया है कि कोई भी अगर झगड़ा कर रहा है तो उसके साथ लड़ाई मत करो, चर्चा करो। इसके बाद भी अगर बात नहीं बनती है तो लड़ाई करो। यह लड़ाई करना तुम्हारा कर्तव्य है। यह कृष्ण ने अर्जुन को बताया था।
अपनी सफाई देते हुए शिवराज ने आगे कहा कि अगर उनका न बोला हुआ भी मीडिया में लिखा गया तो वह पत्रकारों के खिलाफ केस करेंगे। जब उनसे 26/11 का जिक्र करते हुए सवाल किया गया तो पूर्व गृह मंत्री ने कहा,’मीडिया एक शब्द जिहाद को लेकर बोल रहा है,मैं उस दृष्टि को लेकर बोल रहा था क्या? मैंने कहा है कि अगर कोई अच्छी चीज करने के लिए बोलता है,समझता नहीं है और लाठी और बंदूक लेकर आता है तो हमको भी लड़ना पड़ेगा। यह जिहाद नहीं है। लेकिन दुर्योधन ने जो किया वह जिहाद है। हिटलर ने जो किया जिहाद है।’
मुंबई अटैक पर बोले
उन्होंने कहा कि अगर मुंबई में कोई हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है तो वह जिहाद नहीं है। विवाद बढ़ने पर पाटिल ने कहा कि कुरान, बाइबिल और गीता पढ़िए… इस्लाम को बदनाम करने के लिए बोलते हैं कि जिहादी हैं ये लोग। कुरान शरीफ के अंदर कहा गया है कि कोई आदमी यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि बहुत सारे ईश्वर नहीं हैं। ईसाई में भी यही कल्पना है। गीता में भी कहा गया है कि भगवान का रूप, रंग या आकार नहीं है।
भाजपा ने पाटिल को घेरा
एक दिन पहले पाटिल ने दावा किया था कि जिहाद की अवधारणा न केवल इस्लाम, बल्कि भगवद् गीता और ईसाई धर्म में भी थी। भाजपा ने पाटिल की टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और उस पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहसिना किदवई की आत्मकथा के विमोचन पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पाटिल ने कहा कि ऐसा कहा जाता है कि इस्लाम धर्म में जिहाद पर काफी चर्चा गई। उन्होंने कहा कि जब सही इरादों और सही चीजें करने के बावजूद भी कोई नहीं समझता है तो यह अवधारणा सामने आई कि बल का प्रयोग किया जा सकता है।
पाटिल ने दावा किया,‘यह केवल कुरान में नहीं है, बल्कि महाभारत,गीता में भी है,श्री कृष्ण भी अर्जुन से जिहाद के बारे में बात करते हैं और यह चीज केवल कुरान या गीता में ही नहीं,बल्कि ईसाई धर्म में भी है।’
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट किया, ‘आम आदमी पार्टी (आप) के गोपाल इटालिया और राजेंद्र पाल गौतम के बाद हिंदू घृणा और वोट बैंक की राजनीति में पीछे न रहते हुए कांग्रेस के शिवराज पाटिल का कहना है कि श्री कृष्ण ने अर्जुन को ‘जिहाद’ सिखाया था।’
‘हिंदुओं से ये नफरत संयोग नहीं प्रयोग…’ कांग्रेस नेता शिवराज पाटिल के ‘गीता में जिहाद’ बयान पर बरसी भाजपा
‘गीता में भी जिहाद की बात’ वाले पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल के बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे गुजरात चुनाव से पहले वोटों के ध्रुवीकरण वाला प्रयोग बताया है।
हाइलाइट्स
*पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल के ‘गीता में जिहाद’ बयान की भाजपा ने की आलोचना
*भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा- हिंदुओं से ये नफरत संयोग नहीं प्रयोग
*पाटिल ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में कहा कि गीता में कृष्ण ने अर्जुन को जिहाद का पाठ पढ़ाया था
शिवराज पाटिल के ‘गीता में जिहाद’ बयान को शहजाद पूनावाला ने बताया ‘वोटबैंक के लिए प्रयोग’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल ने गुरुवार को दावा किया कि जिहाद का कॉन्सेप्ट न केवल इस्लाम, बल्कि भगवद् गीता और ईसाई धर्म में भी थी। उन्होंने कहा कि गीता में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जिहाद का पाठ पढ़ाया। पाटिल के बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे गुजरात चुनाव से पहले वोटों के ध्रुवीकरण का ‘प्रयोग’ करार दिया है।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहसिना किदवई की आत्मकथा के विमोचन पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पाटिल ने कहा कि ऐसा कहा जाता है कि इस्लाम धर्म में जिहाद पर काफी चर्चा गई। उन्होंने कहा कि जब सही इरादों और सही चीजें करने के बावजूद भी कोई नहीं समझता है तो यह अवधारणा सामने आई कि बल का प्रयोग किया जा सकता है।
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने दावा किया, ‘यह केवल कुरान में नहीं है, बल्कि महाभारत, गीता में भी है, श्री कृष्ण भी अर्जुन से जिहाद के बारे में बात करते हैं और यह चीज केवल कुरान या गीता में ही नहीं, बल्कि ईसाई धर्म में भी है।’
पाटिल के इस बयान की आलोचना करते हुए भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट किया, ‘आम आदमी पार्टी (AAP) के गोपाल इटालिया और राजेंद्र पाल गौतम के बाद हिंदू घृणा और वोट बैंक की राजनीति में कांग्रेस के शिवराज पाटिल पीछे क्यों रहते? पाटिल का कहना है कि श्री कृष्ण ने अर्जुन को ‘जिहाद’ सिखाया था। कांग्रेस ने हिंदू/भगवा आतंक शब्द गढ़ा, राम मंदिर का विरोध किया, रामजी के अस्तित्व पर सवाल उठाया, हिंदुत्व को आईएसआईएस के बराबर बताया।’
#WATCH | It's said there's a lot of discussion on Jihad in Islam… Even after all efforts, if someone doesn't understand clean idea, power can be used, it's mentioned in Quran & Gita… Shri Krishna taught lessons of Jihad to Arjun in a part of Gita in Mahabharat: S Patil, ex-HM pic.twitter.com/iUvncFEoYB
— ANI (@ANI) October 20, 2022
पूनावाला ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘हिंदुओं से ये नफरत संयोग नहीं बल्कि वोटबैंक का प्रयोग है- यह गुजरात चुनाव से पहले जानबूझकर वोटबैंक के ध्रुवीकरण का पैतरा है। इससे पहले ‘जनेऊधारी’ राहुल गांधी ने भी हिंदुत्व के बारे में कई बातें कहीं, कहा कि हिंदू समूहों के मुकाबले लश्कर-ए-तैयबा कम खतरनाक है। दिग्विजय सिंह ने 26/11 मुंबई हमले के लिए हिंदुओं को जिम्मेदार ठहराया।’
This Hindu hatred is not a sanyog but a Votebank ka Prayog – it is a deliberate ploy before Gujarat polls to polarise a votebank
Earlier “Janeudhari” Rahul Gandhi also said things about Hindutva; said LeT less dangerous than Hindu groups; Digvijaya blamed 26/11 on Hindus 2/2 pic.twitter.com/WKZhxk9IeK
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) October 20, 2022
sharikrishana Taught Jihad To Arjun Says Shivraj Patil Bjp Slams Congress Leader For Votebank Politics
CONGRESS DISTANCES FROM COMMENT OF SHIV RAJ PATIL ON LINKING JIHAD WITH GEETA AND HINDU SCRIPTURES
‘गीता में भी जिहाद’,पाटिल के इस बयान से कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला
कांग्रेस पार्टी ने पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल के उस बयान से किनारा कर लिया, जिसमें उन्होंने कहा कि गीता में भी जिहाद का जिक्र किया गया है. कांग्रेस ने कहा कि गीता के संदेश को किसी एक विचार या स्कूल के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है, यह जाति-धर्म से ऊपर उठकर सभी के लिए है.
कांग्रेस ने पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल की हिंदू पवित्र पुस्तक भगवद गीता में भगवान कृष्ण के जिहाद के बारे में बात करने के बारे में कथित टिप्पणी से खुद को दूर कर लिया है.पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने नेहरू का हवाला देते हुए कहा कि पाटिल की टिप्पणी अस्वीकार्य है.रमेश ने गुरुवार को कहा,मेरे वरिष्ठ सहयोगी शिवराज पाटिल ने कथित तौर पर भगवद गीता पर कुछ टिप्पणी की जो अस्वीकार्य है. इसके बाद,उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस का रुख स्पष्ट है, भगवद गीता भारतीय सभ्यता का एक प्रमुख आधारभूत स्तंभ है.
My senior colleague Shivraj Patil reportedly made some comments on Bhagavad Gita that’s unacceptable. Subsequently, he clarified. @INCIndia’s stand is clear. Bhagavad Gita is a key foundational pillar of Indian civilisation. Here’s an excerpt from Nehru’s Discovery of India(p110) pic.twitter.com/rarJub7xTy
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) October 21, 2022
रमेश ने अपनी पार्टी के रुख को स्पष्ट करते हुए जवाहर लाल नेहरू की किताब द डिस्कवरी ऑफ इंडिया का भी जिक्र किया. उन्होंने लिखा था कि गीता के संदेश को किसी एक विचार या स्कूल के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है. गीता तो जाति-धर्म से ऊपर उठकर सभी के लिए है। जयराम रमेश ने अपने बयान में ये भी बताया है कि गीता में तो इंसान की हर समस्या का समाधान है, समय-समय पर इसने सभी को राह दिखाने का काम किया है.
इसमें कुछ ऐसा है जो लगातार नवीनीकृत होने में सक्षम प्रतीत होता है, जो समय बीतने के साथ पुराना नहीं होता है.लिखे जाने के 2,500 वर्षों के दौरान,भारतीय मानवता बार-बार परिवर्तन और विकास और क्षय की प्रक्रियाओं से गुजरी है.अनुभव ने अनुभव में सफलता प्राप्त की है,विचार ने विचार का अनुसरण किया है,लेकिन इसने हमेशा कुछ ऐसा पाया है जो गीता में जीवित है,कुछ ऐसा जो विकासशील विचार में फिट बैठता है और मन को पीड़ित करने वाली आध्यात्मिक समस्याओं के लिए एक ताजगी और प्रयोज्यता रखता है.