खिलाड़ी बच्ची से पांच साल में सहपाठी और कोच समेत 62 ने किया रेप,14 पकड़े
नाबालिग खिलाड़ी से 5 साल तक 60 लोगों ने किया बलात्कार, 14 आरोपी गिरफ्तार; पढ़ें केरल की दिल दहला देने वाली घटना
केरल पुलिस ने दलित लड़की के यौन उत्पीड़न के मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में से कई पहले से अन्य मामलों में भी आरोपी है। पुलिस ने इस संबंध मे 5 केस दर्ज किए हैं। लड़की ने आरोप लगाया था कि पिछले 5 साल में 62 लोगों ने उसका यौन उत्पीड़न किया है। मामले की जांच डीएसपी पीएस नंदकुमार कर रहे हैं।
लड़की की अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाने का भी आरोप (प्रतीकात्मक तस्वीर)
दलित खिलाड़ी के यौन उत्पीड़न का मामला
5 साल में 62 लोगों पर दुराचार का आरोप
मामले में 14 लोगों की हुई गिरफ्तार
पथानामथिट्टा। केरल पुलिस ने पथानामथिट्टा जिले में 18 वर्षीय दलित लड़की के साथ दुराचार के मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में 5 केस भी दर्ज किए गए हैं।
मामला तब प्रकाश में आया, जब लड़की ने आरोप लगाया था कि पिछले 5 सालों में 62 लोगों ने उसका यौन उत्पीड़न किया है। शुक्रवार को पुलिस ने शुरुआती तौर पर 2 केस दर्ज किए थे और 5 लोगों को गिरफ्तार किया था।
डीएसपी कर रहे जांच
11 जनवरी को पुलिस ने 3 अतिरिक्त केस दर्ज किए और 14 आरोपियों ने से 9 को कस्टडी में लिया था। गिरफ्तार आरोपियों के नाम सुबीन, वीके विनीत, के आनंदु, एस संदीप और ए सुधी हैं। ए आनंद पॉक्सो के एक अन्य मामले में भी आरोपी है।
पहले केस का पंद्रहवा आरोपी सुधी फिलहाल पॉक्सो के एक अन्य मामले सलाखों के पीछे है। यह केस भी पथानामथिट्टा पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था। मामले की जांच डीएसपी पीएस नंदकुमार कर रहे हैं। केस एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया है।
अश्लील तस्वीरें भेजने का आरोप
वहीं दूसरे केस की जांच पुलिस इंस्पेक्टर टीके विनोद कृष्णन कर रहे हैं। आरोप है कि जब लड़की 13 साल की थी, तो आरोपियों में से एक सुबिन ने उसे अपने मोबाइल फोन से अश्लील मैसेज और तस्वीरें भेजी थीं।
थानामथिट्टा पुलिस द्वारा जारी बयान के अनुसार, उस पर लड़की की अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाने का भी आरोप है।
गैंग रेप का भी आरोप
आरोप ये भी है कि जब लड़की 16 साल की हुई, तो आरोपी उसे बाइक पर उसके घर के पास अचनकोट्टूमाली ले गया और एक निर्जन इलाके में रबर के बागान में उसके साथ बलात्कार किया। उसने इसे फोन पर रिकॉर्ड भी किया था।
जांच के दौरान पता चला कि सुबिन ने इसे दूसरे आरोपियों को दिखाया, जो उसके दोस्त थे। पथानामथिट्टा पुलिस ने कहा कि वे फिर उसे एक समूह में अचनकोट्टुमाली ले गए और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।
आरोपियों पर पहले से मामले दर्ज
मामले से जुड़े तीन केस दर्ज किए गए। पहले केस में शामनाद नामक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद दूसरे केस में 6 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई, जिसमें एक नाबालिग भी था। एक आरोपी पहले से गैर इरादतन हत्या के दो मामलों में भी आरोपी है। इन मामलों में वह फिलहाल जमानत पर हैं।
मेडिकल परीक्षण के बाद पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। जांच कर आवश्यक कार्रवाई की बात की गई है।
केरल के पथनमथिट्टा गैंगरेप मामले में 14 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ़्तार
केरल के पथनमथिट्टा में 18 साल की एक छात्रा के साथ हुए कथित यौन उत्पीड़न और गैंग रेप मामले में पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ़्तार किया है
केरल के पथनमथिट्टा में 18 साल की एक छात्रा के साथ हुए कथित यौन उत्पीड़न और गैंग रेप मामले में पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ़्तार किया है.
छात्रा का कहना है कि उसके साथ हुई यह घटना तीन से चार सालों के दरम्यान की है.
छात्रा ने कुटुम्बश्री स्नेहिता इनिशिएटिव में काउंसलिंग के दौरान काउंसिलर को अपनी आपबीती बताई और उन लोगों के बारे में बताया जिन्होंने उनके साथ यौन उत्पीड़न किया था.
छात्रा का कहना है कि ये सभी उसके पड़ोसी, सहपाठी और यहां तक कि कथित रूप से अजनबी लोग थे.
काउंसिलर ने इस बारे में चाइल्ड वेलफ़ेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) को जानकारी दी जिसने प्रशासन के साथ मिलकर इस मामले की छानबीन शुरू की.
बताया जाता है कि पुलिस को बुलाने से पहले सीडब्ल्यूसी काउंसिलर और एक मनोवैज्ञानिक ने छात्रा के साथ कई दौर की मुलाक़ातें कीं.
पथनमथिट्टा ज़िला क्राइम ब्रांच के मीडिया सेल के सजीव एम. ने बीबीसी हिंदी को बताया, “छात्रा ने अपने पिता के फ़ोन पर आए 40 लोगों की कॉल्स के सबूत मुहैया कराए.”
सजीव एम. ने कहा, “पहले अभियुक्त के फ़ोन में यौन उत्पीड़न का सबूत था, जिसका इस्तेमाल वह छात्रा का यौन उत्पीड़न करने, उसे ब्लैकमेल करने और उसे अपने दोस्तों के यहां ले जाने में करता था.”
उन्होंने बताया, “छात्रा सदमे में है.”
पथनमथिट्टा पुलिस ने पांच मामले दर्ज किए हैं. बताया जाता है कि कुछ अभियुक्त दूसरे ज़िलों के भी हैं. इस मामले में और भी गिरफ़्तारियां हो सकती हैं.
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कैसे खुला राज?
केरल में एक नाबालिग बच्ची के साथ रेप की दर्दनाक खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि यहां 16 वर्षीय खिलाड़ी के साथ उसके कोच और साथियों ने 2 साल भी ज्यादा समय तक रेप किया. इस मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
केरल पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पथानामथिट्टा में दो साल के दौरान एक लड़की के साथ कई बार कथित तौर पर रेप करने के मामले में चार FIR दर्ज की हैं और छह लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में 60 से ज्यादा लोगों के शामिल होने का संदेह है. न्यूज एजेंसी ने शुक्रवार को पुलिस के हवाले से बताया कि दो महीने पहले 18 साल की हुई लड़की ने आरोप लगाया है कि 16 साल की उम्र से ही उसके साथ कई बार रेप किया गया है.
कथित तौर पर यह मामला बाल कल्याण समिति के ज़रिए आयोजित काउंसलिंग के दौरान सामने आया, जब एक शैक्षणिक संस्थान में बच्ची के शिक्षकों ने समिति को उसके बर्ताव में उल्लेखनीय बदलावों के बारे में बताया. केरल पुलिस ने कहा कि पुलिस के ज़रिए दर्ज की गई दो FIR के सिलसिले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक अन्य व्यक्ति पहले से ही एक अलग मामले में जेल में है.
कैंपों में करते थे गंदा काम
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में पथानामथिट्टा बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव एन के मुताबिक नाबालिग बच्ची ने पहली बार स्कूल काउंसलिंग सेशन में यौन शोषण के बारे में बताया, जिसके बाद बाल कल्याण समिति के दखल के बाद पुलिस मामला दर्ज किया गया. कथित तौर पर खिलाड़ी लड़की के साथ केरल के पथानामथिट्टा में कई जगहों पर कोच, सहपाठियों और स्थानीय निवासियों के ज़रिए खेल कैंपों समेत कई जगहों पर इस तरह की हरकतें की गईं.
बाल कल्याण समिति ने दी पुलिस को सूचना
बाल कल्याण समिति के सदस्य कथित तौर पर लड़की को मनोवैज्ञानिक के पास काउंसलिंग के लिए ले गए ताकि यह यकीनी बनाया जा सके कि आरोप सच थे. बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ने कहा कि मामला ‘असामान्य’ होने का एहसास होने के बाद पुलिस को इस बारे में जानकारी दी गई.
POCSO के तहत मामला दर्ज
पुलिस के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़की के पास खुद का अपना फोन नहीं है और उसने अपने पिता के मोबाइल का इस्तेमाल लगभग 40 लोगों के नंबर सेव करने के लिए किया, जिन्होंने उसके साथ दुर्व्यवहार किया था. इस मामले में जिले के अलग-अलग पुलिस थानों में यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम और आपराधिक कानून की अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं.