आशरीन की ईद की शॉपिंग को सोने की चेन बेची थी नागराजू ने
Hyderabad Killing : ईद की शॉपिंग कराने और घुमाने के लिए बेच दी थी सोने की चेन तक, पत्नी को हर हाल में खुश रखना चाहता था नागराजू
Curated by शशि मिश्रा |
Nagaraju Hyderabad : नागराजू ने आशरीन को अपनी बहन के घर से लिया और अपने घर की ओर निकला। पुलिस ने कहा कि स्कूटर सवार हमलावरों सैयद मोबिन अहमद और मोहम्मद मसूद अहमद ने दंपति को सड़क पर रोका और नागराजू पर पहले लोहे की रॉड और फिर चाकू से हमला किया।
हाइलाइट्स
1-बुधवार की रात को नागराजू की लोहे की रॉड से पीट पीटकर की गई हत्या
2-नागराज ने आशरीन से की थी लव मैरेज, शादी को बीते थे 3 महीने ही
3-आशरीन के परिवार को हिंदू लड़के से शादी करना रास नहीं आया
4-आशरीन के भाई ने की नागराजू की निर्मम हत्या, घटना पर उठ रहे सवाल
हैदराबाद 07 मई: हैदराबाद का रहने वाला बी नागराजू बहुत खुश था। उसे अपना प्यार मिल गया था। वही प्यार जिसे पाने की तमन्ना उसे 11 साल से थी। सारे धार्मिक बंधन तोड़कर और परिजनों की मर्जी के खिलाफ जाकर उसने सैयद आशरीन सुल्ताना से शादी कर ली। आशरीन ने अपना नाम बदलकर पल्लवी रख लिया। अपना घर-परिवार और सबकुछ छोड़कर नागराजू के पास आई आशरीन को नागराजू कोई कमी महसूस नहीं होना चाहता था। शादी के तीन महीने बीते थे, आशरीन की पहली ईद थी, नागराजू उसे सारी खुशियां देना चाहता था इसलिए बिना उसे बताए अपनी सोने की चेन बेच दी और मिले रुपयों से आशरीन को ईद की शॉपिंग करवाई।
नागराजू शहर के मलकपेट में एक कार शोरूम में सेल्स एग्जीक्यूटिव के तौर पर काम करता था। शोरूम के एचआर मैनेजर के सतीश ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्हें हाल ही में नागराजू की शादी के बारे में तब पता चला, जब उन्होंने नागराजू के गले से चेन गायब देखी।
25000 में बेची थी चेन
सतीश ने कहा, ‘उसने मुझे बताया कि उसने अपनी पत्नी को ईद की खरीदारी के लिए और चारमीनार ले जाने के लिए 25,000 रुपये में एक सोने की चेन बेची थी। सतीश ने कहा कि वह आशरीन से बहुत प्यार करता था। वह बहुत ईमानदार और मेहनती भी था।
जल्दबाजी में नहीं बदली थी यूनिफॉर्म भी
घर के लिए निकलने से पहले नागराजू अपनी यूनिफॉर्म बदलता था, लेकिन बुधवार को उसे घर जाने के लिए देरी हो रही थी, उसकी पत्नी इंतजार कर रही थी इसलिए वह बिना यूनिफॉर्म बदले ही घर के लिए निकल गया। आशरीन नागराजू की बहन के घर पर उसका इंतजार कर रही था। नागराजू जल्दी से अपने ऑफिस से निकला और आशरीन को लेने पहुंच गया।
बहन के घर से आशीन को लेकर निकला
नागराजू ने आशरीन को अपनी बहन के घर से लिया और अपने घर की ओर निकला। पुलिस ने कहा कि स्कूटर सवार हमलावरों सैयद मोबिन अहमद और मोहम्मद मसूद अहमद ने दंपति को सड़क पर रोका और नागराजू पर पहले लोहे की रॉड और फिर चाकू से हमला किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि दंपति को रोकने के बाद दोनों ने नागराजू को जमीन पर पटक दिया और रॉड से कई बार वार किया और फिर चाकू मारा।
‘आखिरी सांस तक ससुराल में रहूंगी’
युवक और युवती करीब 11 साल से एक दूसरे को जानते थे। दोनों साथ स्कूल और कॉलेज में पढ़े। फिर दोस्ती प्यार में बदली और इसी साल 31 जनवरी में दोनों ने शादी कर ली। बताया गया है कि इस शादी से युवती के घरवाले नाराज थे। उनको गैर धर्म में बेटी का शादी करना ठीक नहीं लगा था और उन्होंने नागराजू की निर्ममता से हत्या कर दी आशरीन ने कहा कि वह अपने भाई को कभी माफ नहीं करूंगी, आखिरी सांस तक ससुराल में रहूंगीी।
येे इस्लाम में जुर्म है, अल्लाह से डरो… हैदराबाद ऑनर किलिंग पर 48 घंटे बाद बोले असदुद्दीन ओवैसी
इस बीच हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि किसी मुस्लिम लड़की को ये हक है कि वह अपनी पसंद से शादी करे।
हैदराबाद में नागराजू हत्याकांड (Nagraju Murder) पर सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ी हुई है। इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। हैदराबाद सांसद ओवैसी ने इस घटना को इस्लाम के खिलाफ बताया है। साथ ही ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम लड़की ने अपने पसंद से शादी की थी और कानूनन उसे इसकी इजाजत है। बताते चलें कि हैदराबाद में एक मुस्लिम लड़की ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर हिंदू युवक से शादी की थी। 4 मई को युवक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई।
‘अपनी पसंद से शादी की कानूनन उसको इजाजत है’
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘हिंदू मैरिज ऐक्ट में आपको हिंदू होना जरूरी है, तभी आपकी शादी लीगल होती है। मुसलमानों में दो मुस्लिम मर्द और औरत में ही निकाह हो सकता है। ये शरीयत कानून है। हिंदू मैरिज ऐक्ट में दो हिंदुओं के दरम्यान शादी होती है। स्पेशल मैरिज ऐक्ट का भी प्रावधान उसमें है। यहां पर (हैदराबाद में) इस लड़की ने अपने पसंद से शादी की, कानूनन उसको इजाजत है। उनके भाई को इसका कोई हक नहीं है कि वो जाकर उस लड़की के शौहर का कत्ल करे। कानूनन जुर्म है। इस्लाम में बदतरीन जुर्म कत्ल है।’
‘जुर्म है ये याद रखो, डरो अल्लाह से’
ओवैसी ने आगे कहा, ‘याद रखो आप, जो मासूम लोगों का कत्ल करता है वो उसी हालत में अल्लाह के दरबार में खड़ा होगा कि या अल्लाह ये शख्स मुझे मारा था अब तू इसका हिसाब कर। आपने क्यों मारा उस बच्चे को। मैं खुलेआम आलोचना करता हूं। मैं खुला बोल रहा हूं। आपको पसंद नहीं था ठीक है आपको मुंह फेर लेना था ठीक है पसंद नहीं है जाओ तुम। मगर आपने जुर्म किया है। गलत हरकत की और मजलिस (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) इसकी आलोचना करती है। शादी-निकाह दो मुसलमानों के दरम्यान में होता है। उसी को निकाह बोलते हैं। मगर आपको इख्तियार नहीं है कि आप जाकर उस बच्ची के शौहर (पति) को कत्ल कर दें। जुर्म है ये याद रखो, डरो अल्लाह से।’
नागराजू ने मुस्लिम लड़की से की शादी, 4 मई को हत्या
25 साल के नागराजू हैदराबाद के बिल्लापुरम में रहते थे। उन्होंने 23 साल की सैयद सुल्ताना (Syed Sultanan) से दो महीने पहले ही शादी की थी। 4 मई को चाकू गोदकर नागराजू की हत्या कर दी गई।
लड़की के घरवालों ने युवक की हत्या करवाई है। पुलिस ने इसमें कुछ को हिरासत में लिया था और ये सभी लड़की के परिजन हैं। कई लोगों ने इस हत्या के वीडियो बनाए व कुछ ने तस्वीरें लीं, जो सोशल मीडिया में वायरल हैं। घटना 4 मई बुधवार रात करीब नौ बजे सरूरनगर तहसीलदार कार्यालय के पास आरोपित मोटरसाइकिल सवार थे और नागराजू को चाकू मारने के बाद भाग गए थे
31 जनवरी को हुई थी सुल्ताना और नागराजू की शादी
नागराजू के परिवार ने हत्या में उसकी पत्नी के परिवार के शामिल होने का दावा करते हुए प्रदर्शन किया था। नागराजू ने पल्लवी (पूर्व में सैयद आशरीन सुल्ताना Syed Sultanan) से 31 जनवरी को उसके परिवार की इच्छा के विरुद्ध शादी की थी। नागराजू के परिवार का आरोप है कि उसके परिवार ने लड़के की हत्या इसलिए की क्योंकि वह अलग धर्म के थे।
गिरफ्तार आरोपित भेजे न्यायिक हिरासत में, भीड़ बनी रही दर्शक
हैदराबाद में ‘‘झूठी शान को हत्या’’ में गिरफ्तार दो आरोपितों को शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेजा गया । तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने इस मामले में राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पुलिस ने बताया कि एक स्थानीय अदालत ने बृहस्पतिवार को सैयद मोबिन अहमद और मोहम्मद मसूद अहमद को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा। उपलब्ध साक्ष्यों के अनुसार केवल गिरफ्तार आरोपित ही हत्या में शामिल हैं। इस बीच मृतक की पत्नी ने अफसोस जताया कि उसके पति की जान बचाने कोई आगे नहीं आया जबकि नृशंस हत्या के समय भीड़ जमा हो गई थी। महिला ने क्षेत्रीय चैनलों से कहा कि मौके पर जमा लोग मिलकर हमलावरों को भगा सकते थे।
पुलिस ने कहा कि पीड़ित का अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार को पड़ोसी विकाराबाद जिले में उनके पैतृक गांव में हुआ।महिला अपने ससुराल में है। मृतक के साथ एकजुटता प्रदर्शन को कुछ सामुदायिक संगठनों ने भी अंतिम संस्कार में भाग लिया।
राजभवन की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने जीएचएमसी इलाके के सरूरनगर में चार मई 2022 की रात बी. नागराजू की नृशंस हत्या के संबंध में विभिन्न मीडिया रिपोर्ट देखी। कथित तौर पर अंतरधार्मिक विवाह के कारण हुई हत्या के संबंध में राज्यपाल ने सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने भी इस मामले में हैदराबाद पुलिस से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।
इससे पहले पुलिस ने बताया था कि यह घटना बुधवार रात सरूरनगर में हुई जब पीड़ित दलित व्यक्ति नागराजू अपनी पत्नी के साथ मोटरसाइकिल पर जा रहा था।
पुलिस ने बताया कि स्कूटर पर आये हमलावरों सैयद मोबिन अहमद और मोहम्मद मसूद अहमद ने उन दोनों को सड़क पर रोका और नागराजू पर लोहे की छड़ और चाकू से वार कर चौराहे पर ही हत्या कर दी।