22 जनवरी को पूरे देश में आधे दिन छुट्टी, राम मंदिर पर विशेष टिकट निकला
22 जनवरी को कार्यालयों में आधे दिन की छुट्टी, प्राण-प्रतिष्ठा से पहले मोदी सरकार की घोषणा: PM ने राम मंदिर का डाक टिकट जारी किया
डाक टिकट जारी करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो साभार: X/ @ANI)
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी 2024 को है। प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम दिन में 12:20 बजे से शुरू होगा। इस दौरान रामलला की प्रतिमा को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। इस अवसर पर केंद्र सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा और हरियाणा सरकारों ने भी इस दिन छुट्टियों की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर पर विशेष डाक टिकट भी जारी किया है।
केंद्र सरकार ने घोषित की आधे दिन की छुट्टी
राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मद्देनजर 22 जनवरी को केंद्र सरकार ने अपने सारे दफ्तरों में आधे दिन की छुट्टी घोषित की है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सभी कार्यालय आधे दिन के लिए बंद रहेंगे। सिंह ने कहा कि यह निर्णय लोगों के उत्साह को देखते हुए लिया गया है। इससे पहले कई राज्य सरकारें भी 22 जनवरी को छुट्टी की घोषणा कर चुकी हैं।
केंद्र सरकार ने पत्र जारी कर कहा है कि देश में सभी केंद्रीय सरकारी कार्यालय, केंद्रीय संस्थान और केंद्रीय औद्योगिक प्रतिष्ठान 22 जनवरी को दोपहर 2:30 बजे तक आधे दिन के लिए बंद रहेंगे। सरकार ने ये फैसला इसलिए लिया, ताकि लोग रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण देख सकें।
5 राज्यों में भी छुट्टियों की घोषणा
राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के दिन भाजपा शासित पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गोवा में सरकारी छुट्टियाँ घोषित की गई हैं। इन राज्यों में शैक्षणिक संस्थानों के साथ ही शराब की दुकानें भी बंद रहेंगी। सबसे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने छुट्टियों की घोषणा की थी। सरकार ने स्कूलों, कॉलेजों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। साथ ही शराब और माँस की दुकानों के भी खुलने पर पाबंदी लगाई है।
उत्तराखंड में भी 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की मांग, दिग्गज भाजपा नेता नरेश बंसल काइ मुख्यमंत्री धामी को पत्र, सरकार मौन,नौ दिन का चल रहा विशेष उत्सव
उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष नरेश बंसल ने 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम के बाल रूप नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए राज्य में इस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का सरकार से आग्रह किया है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजा है।
उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष नरेश बंसल ने 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम के बाल रूप नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए राज्य में इस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का सरकार से आग्रह किया है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजा है।
राज्यसभा सदस्य बंसल ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर उत्तराखंड समेत पूरे विश्व में भव्य आयोजन की तैयारी चल रही है। पूरा विश्व इस समय राममय है। आस्था और विश्वास का यह महापर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। प्रत्येक व्यक्ति 22 जनवरी को रामलला को विराजमान होते देखने को उत्सुक है और इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह का साक्षी बनना चाहता है।
22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की मांग
उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा समेत अन्य प्रदेशों ने 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के निवासियों के मन में सनातन बसा है। ऐसे में 22 जनवरी को यहां सार्वजनिक अवकाश घोषित कर उत्तराखंड से भी विशेष संदेश अयोध्या धाम जाना चाहिए।
उत्तराखंड का संपूर्ण जनमानस और रामभक्त इस पावन पुण्य आयोजन का साक्षी बने, इसमें सार्वजनिक अवकाश के माध्यम से सरकार का सहयोग अपेक्षित है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जारी किया डाक टिकट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर स्मारक डाक टिकट और दुनिया भर में भगवान राम पर जारी टिकटों की एक पुस्तिका जारी की है। प्रधानमंत्री मोदी ने कुल 6 डाक टिकट जारी किए हैं। इनमें राम मंदिर, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, जटायु, केवटराज और माँ शबरी के टिकट शामिल हैं। इन टिकटों पर राम मंदिर, चौपाई ‘मंगल भवन अमंगल हारी’, सूर्य, सरयू नदी और मूर्तियों की आकृति बनाई गई है। वहीं, 48 पन्नों की पुस्तिका में अमेरिका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, कंबोडिया और संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठनों सहित 20 से अधिक देशों के जारी किए गए डाक टिकट शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “पोस्टल स्टैंप विचारों, इतिहास और ऐतिहासिक अवसरों को अगली पीढ़ी तक पहुँचाने का माध्यम भी होते हैं। जब कोई डाक टिकट जारी होता है, जब इसे कोई भेजता है, तो वह सिर्फ पत्र नहीं भेजता बल्कि पत्र के माध्यम से इतिहास के अंश को दूसरे तक पहुँचा देता है। ये सिर्फ कागज का टुकड़ा नहीं है। ये इतिहास की किताबों के रूपों और ऐतिहासिक क्षणों का छोटा रूप भी होता है। इनसे युवा पीढ़ी को भी बहुत कुछ जानने और सीखने को मिलता है। इन टिकट में राम मंदिर का भव्य चित्र है।”
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