यूक्रेन में डॉक्टरी पढ़ती ग्राम प्रधान वैशाली यादव गिरफ्तार नहीं,मिल सकता है नोटिस

UP की 24 साल की ग्राम प्रधान यूक्रेन में कर रही डॉक्टरी की पढ़ाई, रूसी हमले में फँसी वैशाली यादव की कुर्सी पर खतरा

उत्तर प्रदेश की ग्राम प्रधान वैशाली यादव यूक्रेन में कर रही एमबीबीएस की पढ़ाई (फोटा साभार: न्यूज 18)

हरदोई 03 मार्च। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युुद्ध (Russia Ukraine War) ने उत्तर प्रदेश की एक ग्राम प्रधान की कुर्सी पर खतरा पैदा कर दिया है। दरअसल, पिछले साल ग्राम प्रधान चुनी गई 24 साल की वैशाली यादव यूक्रेन में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही हैं। यह बात तब सामने आई जब 24 फरवरी को उनका एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह फँसे छात्रों की मदद के लिए सरकार से गुहार लगा रही थी। वैशाली अभी भी इवानो फ्रैंकिव्स्क नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रही हैं।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक हरदोई के सांडी ब्लॉक के तेरापुरसेली की रहने वाली वैशाली यादव पूर्व ब्लॉक प्रमुख महेंद्र यादव की बेटी हैं। पिछले साल उत्तर प्रदेश में हुए पंचायत चुनावों में वैशाली यादव गाँव आई। उन्होंने ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा और इसमें जीत भी दर्ज कर ली। प्रधानी का चुनाव जीतने के बाद वह अपनी पढ़ाई को वापस यूक्रेन चली गई। इस बात जानकारी गाँव में किसी को नहीं थी। जब यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद यह बात सामने आई तो गाँव के लोग हैरान रह गए।

बताया जा रहा है कि वैशाली के इस तरह गाँव छोड़कर विदेश में रहने को लेकर पंचायती राज विभाग ने कथित तौर पर नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण माँगा है। यह बात भी सामने आई है कि वैशाली के यूक्रेन में रहने के बावजूद उनकेेनाम से  काम हुआ और इस दौरान कुछ धन का भी इस्तेमाल किया गया। News18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, पंचायती राज विभाग उनकी अनुपस्थिति में ग्राम पंचायत के उपयोग किए गए धन की जाँच करेगी।

टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए वैशाली ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं यहाँ गोलीबारी में फँस जाऊँगी। मैंने MBBS को यूक्रेन इसलिए चुना क्योंकि इसकी डिग्री यूरोपीय संघ में कहीं भी प्रैक्टिस के लिए स्वीकार्य है। मुझे अभी घर वापस जाने के लिए फ्लाइट चाहिए।”

वीडियो कॉल के जरिए मीटिंग करना

दिसंबर 2021 में, अमर उजाला ने वीडियो कॉल के माध्यम से ग्राम पंचायत की बैठकों में भाग लेने के लिए वैशाली की ‘तारीफ’ की थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि यादव अपने गाँव तेरा पुरसाली को यूक्रेन के गाँवों की तर्ज पर विकसित करना चाहती हैं। हरदोई जिले और लखनऊ से स्कूली पढ़ाई करने वाली वैशाली पिछले तीन साल से यूक्रेन में MBBS कर रही हैं।

पिछले साल उन्होंने अपने पिता और पूर्व ब्लॉक प्रसिडेंट महेंद्र सिंह यादव के सामने ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। हालाँकि उनके पिता इस बात से सहमत नहीं थे, क्योंकि वह चाहते थे कि वह अपनी पढ़ाई पूरी करे। इसके लिए वैशाली को वापस यूक्रेन लौटना था। मगर वैशाली ने जोर देकर कहा कि वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्राम पंचायत की बैठकों में भाग ले सकती है और यूक्रेन में अपनी पढ़ाई जारी रख सकती है।

हालाँकि अमर उजाला की रिपोर्ट में कहा गया कि वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वापस आना चाहती थी और अपने गाँव की बेहतरी के लिए काम करना चाहती थी, लेकिन टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट की मानें तो वैशाली ने यूक्रेन को इसलिए चुना क्योंकि इसकी डिग्री यूरोपीय संघ में स्वीकार्य है।

सोशल मीडिया पर वैशाली के अरेस्टिंग की खबर तेजी से वायरल हो रही, जानें सच्चाई

रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine War)में जारी युद्ध के बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh News) के हरदोई (Hardoi News) की एक ग्राम प्रधान वैशाली यादव (vaishali yadav) की भी चर्चा जोरों पर है. वैशाली यादव (Gram Pradhan vaishali yadav News) सांडी विकासखंड में पड़ने वाले गांव तेरा पुरसौली की प्रधान हैं और वह यूक्रेन में पढ़ती हैं. वैशाली यादव को लेकर सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है, मगर हकीकत कुछ और है. खुद वैशाली यादव ने वीडियो जारी कर बताया है कि वह गिरफ्तार नहीं हुई हैं और वह यूक्रेन से निकल चुकी हैं और वह मौजूदा वक्त में रोमानिया में हैं और जल्द ही भारत आ जाएंगी.

 

रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine War) में जारी युद्ध के बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh News) के हरदोई (Hardoi News) की ग्राम प्रधान वैशाली यादव (vaishali yadav) की भी चर्चा जोरों पर है. वैशाली यादव  सांडी विकासखंड में के गांव तेरा पुरसौली की प्रधान हैं और वह यूक्रेन में पढ़ती हैं. वैशाली यादव को लेकर सोशल मीडिया पर दावा हो रहा है कि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है, मगर हकीकत कुछ और है. खुद वैशाली यादव ने वीडियो जारी कर बताया है कि वह गिरफ्तार नहीं हुई यूक्रेन से निकल चुकी हैं और वह मौजूदा वक्त में रोमानिया में हैं और जल्द ही भारत आ जाएंगी.

दरअसल, यूक्रेन में पढ़ाई करने गईं वैशाली यादव की गिरफ्तारी का दावा झूठा निकला है. खुद हरदोई के एसपी ने इन अफवाहों पर विराम लगाया है. पुलिस ने कहा कि वैशाली यादव के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. बता दें कि सोशल मीडिया पर वैशाली के अरेस्टिंग की खबर तेजी से वायरल हो रही थी. हरदोई के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि वैशाली यादव से जुड़ीं तमाम खबरेें फर्जी हैं. वहीं वैशाली के पिता बोले कि ये सब विपक्षियों की साजिश है. मेरी बेटी वहां पर फंसी हैं और लोगों को उसमें भी राजनीति दिख रही है.

खुद एक वीडियो जारी कर वैशाली यादव ने कहा कि वह इंडिया में नहीं, बल्कि रोमानिया में हैं. उन्होंने इस पर लोगों से राजनीति न करने की अपील की. उन्होंने कहा मुझसे जुड़ी जो भी चीजें फैल रही हैं, वह बिल्कुल गलत है और उसे न फैलाएं. वहीं, वैशाली यादव के पिता महेंद्र सिंह ने बताया की रात 1 बजे वैशाली की फ्लाइट थी. यह फ्लाइट रोमानिया से आनी थी. उनकी बेटी एयरपोर्ट पर मौजूद थी, मगर बर्फबारी होने से फ्लाइट ना आ सकी. यादव ने कहा कि उनकी बेटी की अरेस्टिंग किस बात पर होगी, उसने कोई फ्रॉड किया है क्या? कोई चीटिंग की है क्या? क्या किया है उसने? जो वो गिरफ्तार हो जाएगी.

यूक्रेन में पढ़ाई कर रही हैं वैशाली

दरअसल, वैशाली यादव काफी समय से यूक्रेन में रहकर पढ़ाई कर रही थीं. प्रधानी का चुनाव जीतने के बाद वह अपनी पढ़ाई को वापस यूक्रेन चली गईं. यूक्रेन और रूस के बीच जंग में इस बात की जानकारी आई है कहा जा रहा है कि वैशाली के इस तरह गांव छोड़कर विदेश जाने के मामले में पंचायतराज भी सख्त हो गया है. पंचायत में कई तरह की बातें हो रही हैं. फिलहाल, वैशाली पर कहीं भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.

 

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