नशे से हैं परेशान तो इन 10 तरीकों से पा सकते हैं मुक्ति

नशे की लत से है परेशान, इन 10 खास तरीकों से पाएं मुक्ति
नशे की लत बहुत बुरी चीज है। यह खुद को तो नुकसान पहुंचाती है। साथ ही परिवार और करीबियों को भी बहुत परेशान करती है। पिछले दिनों खबर आई थी कि बॉलीवुड के कई बड़े सितारे नशे की लत से जूझ रहे है। रिपोर्ट बताती है कि विकासशील देशों के मुकाबले विकसित देशों में ड्रग्स का उपयोग ज्यादा है।
नशे की लत बहुत बुरी चीज है। यह खुद को तो नुकसान पहुंचाती है। साथ ही परिवार और करीबियों को भी बहुत परेशान करती है। पिछले दिनों खबर आई थी कि बॉलीवुड के कई बड़े सितारे नशे की लत से जूझ रहे है। रिपोर्ट बताती है कि विकासशील देशों के मुकाबले विकसित देशों में ड्रग्स का उपयोग ज्यादा है। कोकेन जैसे ड्रग्स का इस्तेमाल दुनिया के कई अमीर हिस्सों में किया जा रहा है। किसी भी लत का कोई भी रामबाण इलाज नही होता। पर हर नशे या लत से छुटकारा पाया जा सकता है। आप भी अपने किसी संबंधी को जिसे नशे की लत लगी हो छुटकारा दिलाने के लिए उपायों की खोज कर रहे हैं तो यह कुछ प्राकृतिक उपाय आपके लिए मददगार हो सकते हैं।

आत्मविश्वास
नशा छोड़ने में सबसे बड़ी भूमिका मजबूत मन और इरादा निभाता है। अगर आपने मन में ठान लिया कि अब आप दोबारा नशे को हाथ नहीं लगाएंगे, तो पहले मन में आत्मविश्वास बढ़ाएं। खुद पर भरोसा करना शुरू करें कि इस काम को फिर से नहीं दोहराएंगें।

घर वालों का सपोर्ट
नशा छोड़ने में घर वालों का सपोर्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, इस दौरान सबसे जरूरी चीज घर का सपोर्ट होता है। अगर रिश्तेदार लगातार लत से जूझते व्यक्ति को ताना देते रहेंगे तो उनका शराब या किसी भी तरह का नशे छोड़ना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में परिवार  यह तय करें कि उनका समर्थन करें, न कि कम समझें।

दूरी बनाएं
कोई भी नशा छोड़ने के लिए पहले उसकी मात्रा कम करें। मसलन शराब का पैग छोटा कर दें या सिगरेट पीने से पहले उसे तोड़कर छोटी कर दें। अपने पास लाइटर, माचिस, गुटखे की पुड़िया, तंबाकू रखना छोड़ दें। डायरी बनाएं और उसमें लिखें कि नशा कब और कितनी मात्रा में, किसके साथ लेते हैं। उसे बार-बार पढ़ें। अगर किसी खास मौके या किसी खास शख्स के साथ आप ज्यादा नशा करते हैं तो उसे नजरअंदाज करेन।

दूसरे ऑप्शन तलाशें
सिगरेट या गुटखे की तलब हो तो इनकी जगह इलायची, सौंफ आदि ले सकते हैं। सिगरेट के ऑप्शन के रूप में ई-सिगरेट (इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट) या हर्बल सिगरेट यूज कर सकते हैं। हालांकि डल्यूएचओ ने ई-सिगरेट का विरोध किया है। फिर भी कुछ एक्सपर्ट मानते हैं कि कम मात्रा में यूज करें तो ये सिगरेट छोड़ने में मददगार हो सकती हैं। इनमें निकोटिन होता है, लेकिन कम मात्रा में।

एकदम से नशा छोड़ें
ज्यादातर लोग धीरे-धीरे नशा छोड़ने के बारे में सोचते हैं। हालांकि, एक्सपर्ट्स इससे विपरीत सलाह देते हैं। डॉक्टर विजयवर्गीय के अनुसार, अगर आप लत छोड़ना चाहते हैं, तो एकदम से नशे की चीजों से दूरी बना लें।

नया प्लान बनाए
लत छोड़ने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि आपने नशा करना शुरू क्यों किया था क्योंकि अगर आप यह कारण जानते हैं, तो आपको भविष्य की रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी। कारण जानने के बाद प्लान बनाएं कि अगर पुरानी स्थिति दोबारा आपके सामने आती है, तो आप क्या करेंगे।

लाइफस्टाइल बदले
एक्सपर्ट ने बताया कि नशा छोड़ने को आपको मानसिक ही नहीं शारीरिक तौर पर भी तैयार होना होगा। नशा छोड़ने की प्रक्रिया में अपनी फिजिकल हेल्थ का ख्याल रखें। संतुलित डाइट लें, रात में अच्छी नींद लें और एक्सरसाइज को रुटीन में शामिल करें।

पुरानी बीमारी का इलाज करवाए
कई बार कोई व्यक्ति किसी बीमारी के कारण ही नशा करना शुरू कर देता है। एक बीमारी भुलाने को नशे का सहारा लेता है और बाद में इसकी लत स्वास्थ्य पर और बुरा असर डालती है। ऐसे में नशे का कारण जानें और अगर वह कारण एक बीमारी है, तो पहले उसका इलाज कराएं।

अदरक का इस्तेमाल
अदरक के छोटे- छोटे टुकड़े काट ले। अब इन पर सेंधा नमक बुरक ले, अब इन टुकड़ो पर निम्बू निचोड़ कर धुप में सूखने के लिए रख दे। यह जैसे ही सूखते हैं वैसे ही आपकी दवा तैयार हो जाती हैं। अब जब भी किसी नशे की हुड़क उठे तो ये टुकड़ा निकाल कर चूसते रहे। ये अदरक मुह में घुलती नहीं इसे आप सुबह से शाम तक मुंह में रख सकते हैं।

बीयर का नशा हल्का, नहीं होता हैंगओवर? जानिए इससे जुड़े 5 दावों की सच्चाई

चाय-कॉफी के बाद दुनिया की सबसे लोकप्रिय ड्रिंक बीयर को कहा जा सकता है.   बीयर से जुड़े कुछ मिथकों और उनकी असलियत के बारे में जानना बेहद जरूरी हो है. आइए जानते हैं बीयर से जुड़े पांच दावों और उनकी सच्चाई के बारे में.
बीयर और अंडे में एक समानता है. मांसाहार अपनाना चाह रहे लोगों को अंडा खाना उसी तरह कम अपराध बोध कराता है, जैसा शराब के बजाए बीयर पीना. इसके पीछे बीयर को लेकर किए जाने वाले कुछ दावे जिम्मेदार हैं. कहते हैं कि शराब के मुकाबले बीयर कम नशा करती है और यह शरीर को कम नुकसान पहुंचाती है. बीच-बीच में कुछ ऐसे रिसर्च भी सामने आ चुकी हैं, जिनमें बताया जाता है कि सीमित मात्रा में इसे पीना फायदेमंद हो सकता है. दावों की असलियत पर बाद में बात करेंगे लेकिन बीयर में कुछ तो ऐसा है, जिसकी वजह से यह पानी और चाय-कॉफी के बाद दुनिया की सबसे लोकप्रिय ड्रिंक है. एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में बीयर की पर-कैपिटा खपत 2 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति साल है. आज 27 अक्टूबर को अमेरिका में नेशनल बीयर डे मनाया जा रहा है. ऐसे में इस ग्लोबल ड्रिंक से जुड़े कुछ मिथकों और उनकी असलियत के बारे में जानना बेहद जरूरी हो जाता है.

1. दावा: ज्यादा बीयर पीने से बढ़ जाता है पेट
दावा किया जाता है कि बीयर में बहुत ज्यादा कैलोरीज होती हैं, जिससे इसका नियमित सेवन न केवल वजन बढ़ाता है बल्कि इससे पेट भी निकल आता है. तकनीकी भाषा में ऐसे पेट निकलने को ‘बीयर बेली’ भी कहते हैं. हालांकि, यह दावा पूरी तरह सच नहीं है. दूसरे ड्रिंक्स मसलन, ऑरेंज जूस, ऐपल जूस, रेड वाइन या दूध से तुलना करें तो बीयर में अपेक्षाकृत कम ही कैलोरीज होती हैं. एक अनुमान के अनुसार, 375 एमएल या एक पाइंट बीयर में 150 कैलोरी होती हैं. बीयर पीने से जुड़ी एक पूरी प्रक्रिया वजन बढ़ाने को जिम्मेदार है. दरअसल, बीयर भूख बढ़ाती है, जिसके बाद लोग दबाकर अपनी मनपसंद चीजें खाते हैं. ‘बीयर बेली’ या पेट निकलने को बीयर जिम्मेदार नहीं है. मेडिकल एक्सपर्ट के अनुसार, एल्कॉहल पीने के बाद हमारा लिवर शरीर के फैट के बजाए शराब को पचाने की कोशिश करता है, इसलिए भी वजन बढ़ता है.

2. दावा: बीयर कंट्रोल में रखती है, होता है कम नशा
बीयर के बारे में एक और मिथक है. पीने वाले दावा करते हैं कि बीयर का नशा बेहद हल्का होता है और इसे चाहे जितना पी लो, शख्स हमेशा कंट्रोल में रहता है. उनका तर्क होता है कि व्हिस्की, रम आदि जैसे हार्ड ड्रिंक्स में एल्कॉहल की प्रतिशतता ज्यादा होती है, इसलिए उनसे नशा भी ज्यादा होता है. हालांकि, जानकार मानते हैं कि ऐसा मानना पूरी तरह सही नहीं है. उनके मुताबिक, अगर आप हार्ड ड्रिंक और बीयर समान रफ्तार से पी रहे हैं तो किसी जूस में मिला हार्ड ड्रिंक का एक शॉट और एक पाइंट बीयर एक मात्रा में नशा देगी. हार्ड ड्रिंक्स के शॉट ज्यादा नशा इसलिए देते हैं क्योंकि उन्हें बीयर के मुकाबले ज्यादा तेजी से पीया जाता है.

3. दावा: बीयर पीने से नहीं होता हैंगओवर
कुछ लोगों का मानना है कि बीयर पीने से कभी भी हैंगओवर नहीं होता. सच्चाई यही है कि पर्याप्त मात्रा में पी जाने पर बीयर पर बुरा हैंगओवर देती है. दरअसल, सारा खेल एल्कॉहल की मात्रा और शराब की किस्म का है. हम कोई भी शराब पीएं, यह हमारी रक्त वाहिकाओं से गुजरकर हमारे खून में मिल जाता है और दिमाग, किडनी, लंग्स और लिवर, सब पर असर डालता है. एल्कॉहल के सेवन से शरीर में डिहाईड्रेशन की दिक्कत पैदा होती है. लिवर सारे एल्कॉहल को नहीं पचा पाता. इसलिए जब आपकी नींद अगली सुबह खुलती है तो आपको सिरदर्द, थकान, उल्टी जैसी समस्याएं होती हैं. बीयर पीने से ज्यादातर लोगों को हैंगओवर इसलिए नहीं होता क्योंकि इसमें अधिकांश हिस्सा पानी है. एल्कॉहल की एवरेज प्रतिशतता भी करीब 5 प्रतिशत तक होती है. हालांकि, अगर आप रात भर छककर बीयर पीते हैं और पर्याप्त पानी नहीं पीते तो अगले दिन हैंगओवर आपका मूड खराब कर सकती है.

4. दावा: बिलकुल ठंडी बीयर ही देती है असली मजा
बीयर के शौकीन इसे बिलकुल ठंडी ठंडी ही पीनी पसंद करते हैं. शायद इसलिए ही ‘चिल्ड’ बीयर से लेकर ‘पातालतोड़’ ठंडी बीयर के दावों के साथ यह परोसी जाती है. तो क्या बीयर हमेशा ठंडी ही पीनी चाहिए? इसका जवाब यही है कि यह बीयर के प्रकार पर निर्भर करता है. अगर कोई लाइट या वीट बीयर पी रहा है तो हल्की ठंडी पीने से बेहतर स्वाद मिलता है. ज्यादा ठंडी करने से उस बीयर का असली स्वाद कहीं खो जाता है. वाइन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इंग्लिश स्टाउट बीयर हो या इंपीरियल एल बीयर, 12 डिग्री सेंटिग्रेट तक ही ठंडी पीनी चाहिए. वहीं, कुछ जौ से बनी ड्रिंक्स को तो रूम टेम्प्रेचर पर पीया जाता है.

5. दावा: बीयर जितने गहरे रंग की, उतना ही तेज नशा
कहते हैं कि बीयर का रंग जितना पारदर्शी और हल्का हो, वो उतना कम नशा देगी और उसमें कम कैलोरीज होंगी. वहीं, इसका रंग जितना गहरा हो उसका नशा, उतना ही ज्यादा होगा और उसमें उतनी ही ज्यादा कैलोरीज होंगी. शायद इसी वजह से ऐल या स्टाउट बीयर को ज्यादा नशा देने वाला समझा जाता है. हालांकि, यह दावा भी सही नहीं है. बीयर का रंग इस बात पर निर्भर करता है कि उसे किस तरह के अनाज से तैयार किया गया है. वहीं, स्टाउट बीयर गहरे रंग की होने के बावजूद न केवल कम कैलोरी वाली होती है, बल्कि इसे पीने से नशा भी कम होता है.

शराब के नशे को झटपट उतारने की क्या है दवा?

हार्वर्ड ने बताए 5 मुकम्मल इलाज, आसान उपाय बचाएंगे अनहोनी से

Best Home Remedies for Quick Relief of Hangover: शराब का नशा बहुत ज्यादा चढ़ गया है तो आमतौर पर लोग नींबू का पानी या खटाई खिलाते हैं लेकिन इससे नशा जल्दी नहीं उतरता है. हार्वर्ड स्कूल ऑफ मेडिसीन के शोधकर्ताओं ने बताया कि शराब का नशा जल्दी उतारने के लिए कार्बोहाइड्रेट का सेवन बेहतर होता है. इसके लिए जूस अच्छा काम करता है.

मुख्य बिंदु

शराब का नशा जल्दी उतारने के लिए कार्बोहाइड्रेट का सेवन बेहतर होता है.
24 घंटे पहले विटामिन बी और जिंक का सेवन हैंगओवर का असर बहुत कम करता है.
ज्यादा पानी पीना शराब के नशे को उतारने का आसान तरीका है.
सर्दी अब दस्तक देने लगी है. सर्दी के मौसम आते ही शादी-ब्याह भी धड़ल्ले से शुरू हो जाती है. इसमें पैग के शौकीन लोगों की कमी नहीं होती. चूंकि सर्दी भी रहती है और शादी भी तो कुछ लोग सब कुछ छोड़ शराब पर टूट पड़ते हैं. हर सप्ताह कहीं न कहीं किसी न किसी रिश्तेदारों के यहां शादी तो होती ही है. इन पार्टियों में इनकी दिली मांग पूरी हो जाती है. इसमें कोई शक नहीं कि शराब किसी भी तरह से हमारे शरीर के लिए अच्छी चीज नहीं है. शराब लिवर, किडनी, लंग्स के साथ-साथ हार्ट, आंख तक को प्रभावित करती है. शराब की ज्यादा लत लिवर सिरोसिस को जन्म दे सकती है. इसलिए हर मामले में शराब का सेवन नुकसानदेह है. इसके बावजूद लोग शराब का सेवन धड़ल्ले से करते हैं और इस शादी-ब्याह के मौसम में तो इसकी गंगा बहने लगती है. लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें थोड़ी सी शराब से नशा चढ़ जाती है. शराब के नशे को तेजी से उतारने को हार्वर्ड मेडिकल ने बेहद आसान तरीका बताया है.

शराब के नशे को जल्दी उतारने के टिप्स
1. फ्रूट जूस का सेवन- हार्वर्ड मेडिकल के डॉ रॉबर्ट स्विफ्ट कहते हैं कि शराब पीने के बाद ब्लड शुगर लेवल तेजी से कम होने लगता है. इसके कारण सिर दर्द और चक्कर आने लगता है. दिमाग सही से काम नहीं करता. इसके बाद कुछ लोग खाना भी भूल जाते हैं. इससे शुगर और कम हो जाती है. ऐसी स्थिति में फ्रूट जूस पीना लाभदायक रहेगा. यह अल्कोहल के प्रभाव तेजी से कम करता है.

2. ज्यादा पानी पीएं- ज्यादा पानी पीना शराब के नशे को उतारने का आसान तरीका है. डॉ रॉबर्ट स्विफ्ट ने बताया कि शराब के प्रभाव के कारण पेशाब बहुत ज्यादा होता है. वहीं वैसोप्रेसिन हार्मोन ज्यादा रिलीज होता है जिसके कारण किडनी में पेशाब बनता है. नतीजा शरीर में डिहाइड्रेशन होने लगता है. इसलिए ज्यादा पानी पीने से डिहाइड्रेश भी कम होता है और शराब की मात्रा खून से तेजी से निकलने लगती है.

3. पेन रिलीफ की दवा लें –  शराब का नशा जल्दी उतारने के लिए पेन रिलीफ गोलियां जैसे कि एस्परिन या आब्यूप्रेफेन ले सकते हैं लेकिन टायलेनॉल नहीं लेना चाहिए. इससे सिरदर्द और थकान मिटेगी जिससे दिमाग थोड़ा बेहतर काम करेगा.

4. कॉफी और चाय-   रिपोर्ट के मुताबिक कैफीन में एंटी-हैंगओवर वाला तत्व नहीं होता लेकिन यह तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करता है. चूंकि नशा में तंत्रिका तंत्र शिथिल होने लगता है तो चाय या कॉफी इसे उतारने में प्रभावी हो सकता है.

5. विटामिन सी और जिंक  –  जर्नल ऑफ क्लिनिकल मेडिसीन की रिपोर्ट में कहा गया है कि जो लोग शराब पीने से 24 घंटे पहले विटामिन बी और जिंक का सेवन पर्याप्त मात्रा में कर लेते हैं, उन्हें हैंगओवर का असर बहुत कम होता है. हालांकि यह बहुत छोटा अध्ययन है. इसपर अभी और अध्ययन की जरूरत है.

Tags: Health tips, शराब

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