बंगाल में इंडी एलायंस खत्म:ममता के हर सीट पर प्रत्याशी,अधीर के सामने यूसुफ पठान
West Bengal Politics: ‘ममता यूसुफ पठान के लिए गुजरात की…’ TMC कैडिडेट्स लिस्ट पर अधीर रंजन का हमला
कांग्रेस नेता अधीर चौधरी ने कहा कि अगर टीएमसी यूसुफ पठान का सम्मान करना चाहती थी तो उन्हें बाहरी लोगों की बजाय उन्हें राज्यसभा भेजना चाहिए था। अगर ममता बनर्जी के यूसुफ पठान के लिए अच्छे इरादे थे तो वह गुजरात में यूसुफ पठान के लिए गठबंधन से सीट मांग सकती थीं। लेकिन उन्हें ध्रुवीकरण करने और भाजपा की मदद करने को उम्मीदवार बनाया है।
मुख्य बिंदु
‘ममता यूसुफ पठान के लिए गुजरात में गठबंधन से सीट मांग लेतीं’
‘गठबंधन में बनी रही तो प्रधानमंत्री मोदी नाराज हो जाएंगे’
मुर्शिदाबाद 10 मार्च 2024। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी (TMC) ने राज्य की सभी 42 सीटों के लिए अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, जिसके बाद कांग्रेस खेमें में हलचल तेज हो गई है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी और ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया है।
कांग्रेस जहां टीएमसी से गठबंधन की सभी तरह की संभावनाएं तलाश रही थी, इसी बीच ममता ने अधीर रंजन चौधरी और कांग्रेस के लिए मुसीबतें खड़ी कर दी। टीएमसी ने बहरामपुर लोकसभा सीट से पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को टिकट दे दिया। यहां से अभी अधीर रंजन चौधरी सांसद हैं।
‘ममता यूसुफ पठान के लिए गुजरात में गठबंधन से सीट मांग लेतीं’
कांग्रेस नेता अधीर चौधरी ने कहा, “अगर टीएमसी यूसुफ पठान का सम्मान करना चाहती थी, तो उन्हें ‘बाहरी लोगों’ को भेजने के बजाय उन्हें राज्यसभा भेजना चाहिए था। अगर ममता बनर्जी के यूसुफ पठान के लिए अच्छे इरादे थे, तो वह गुजरात में यूसुफ पठान के लिए गठबंधन से एक सीट मांग सकती थीं। लेकिन यहां पश्चिम बंगाल में, उन्हें जनता के ध्रुवीकरण और भाजपा की मदद करने को उम्मीदवार चुना है, ताकि कांग्रेस को हराया जा सके।”
‘गठबंधन में बनी रही तो प्रधानमंत्री मोदी नाराज हो जाएंगे’
उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी ने आज साबित कर दिया है कि आईएनडीआईए की किसी भी पार्टी को उनके जैसे नेता पर भरोसा नहीं करना चाहिए। ममता बनर्जी को डर है कि अगर आईएनडीआईए गठबंधन में रहेगी तो प्रधानमंत्री मोदी नाराज हो जाएंगे। खुद को इससे अलग करके आईएनडीआईए अलायंस ने पीएमओ को संदेश भेजा है, मुझसे नाराज मत होइए, मैं भाजपा के खिलाफ लड़ाई में नहीं हूं।”
...तो इसलिए तृणमूल ने उतारा यूसुफ पठान को, पांच बार के कांग्रेस सांसद के ‘छक्के’ छुड़ाना चाहती हैं ममता दीदी
एक तरफ राजनीति के दिग्गज दूसरी तरफ क्रिकेट के धुरंधर। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी हमेशा से तृणमूल के खिलाफ मुखर रहे हैं। आईएनडीआईए गठन के बाद भी उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर हमला जारी रखा और तृणमूल से गठबंधन का पुरजोर विरोध किया। कांग्रेस से गठबंधन नहीं होने को तृणमूल अधीर को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहरा चुकी है।
बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले की बहरामपुर लोकसभा सीट पर बेहद जबरदस्त मुकाबला होगा, जहां पांच बार के कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan) को पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज यूसुफ पठान (Yusuf Pathan) तृणमूल कांग्रेस से चुनौती देंगे। बहरामपुर बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर का गढ़ है। उनका हर बार भारी वोटों से जीतने का रिकॉर्ड रहा है।
2014 में केंद्र में कांग्रेस की अगुआई वाली संप्रग सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी कारक और 2019 में मोदी लहर के बावजूद अधीर को कोई हिला नहीं पाया था। अब देखना है कि 2007 में टी-20 विश्वकप व 2011 में वनडे विश्वकप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे यूसुफ तृणमूल को बहरामपुर सीट जिता पाते हैं या नहीं।
अधीर को हर हाल में हराना चाहती है तृणमूल
उन्होंने ममता बनर्जी उन्हें छठी बार संसद जाने से रोकने पर आमादा है, क्योंकि ममता जानती हैं कि अधीर आगे भी उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। वे काफी समय से अधीर के खिलाफ बेहद गोपनीय तरीके से मजबूत प्रतिद्वंद्वी तलाश रही थी और वाकई घोषणा से पहले तक किसी को इसकी भनक तक न लगने दी। यूसुफ न सिर्फ क्रिकेट जगत का चर्चित चेहरा हैं, बल्कि मुस्लिम भी हैं। मुर्शिदाबाद की 65 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम आबादी है।
मनोज तिवारी की महत्वपूर्ण भूमिका
सूत्रों से खबर है कि यूसूफ को तृणमूल में लाने में पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जो वर्तमान में पार्टी विधायक व बंगाल के खेल राज्य मंत्री हैं। यूसुफ के साथ मनोज के काफी अच्छे संबंध हैं। दोनों ने आईपीएल की टीम कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) के लिए काफी समय साथ खेला और आईपीएल ट्राफी जीतने वाली टीम का भी हिस्सा रहे हैं।
मनोज ने इसे स्वीकार करते हुए यूसुफ के समर्थन में बहरामपुर जाकर प्रचार करने की भी बात कही। इसी तरह तृणमूल के राज्यसभा सदस्य व राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले का भी योगदान बताया जा रहा है। यूसुफ गुजरात के वड़ोदरा से हैं। साकेत भी गुजरात से हैं।
बंगाल में बेहद लोकप्रिय हैं यूसुफ
यूसुफ को टिकट देने का एक अन्य प्रमुख कारण बंगाल में उनकी अपार लोकप्रियता भी है। केकेआर के लिए खेलने से यूसुफ राज्य में जाना-पहचाना चेहरा हैं। बंगाल में क्रिकेट बेहद लोकप्रिय है। अधीर के जिले में तो मुर्शिदाबाद प्रीमियर लीग आयोजित होता है। यूसुफ ने भारत के लिए 57 वनडे व 22 टी-20 मैच खेले हैं। उनकी गिनती क्रिकेट के ‘हार्ड हिटर्स’ में होती है। उन्होंने 2021 में क्रिकेट से संन्यास लिया था।
इरफान पठान ने लिखा भावनात्मक संदेश
यूसुफ के राजनीति में कदम रखने पर छोटे भाई व पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने भावनात्मक संदेश लिखते हुए कहा,
आपके धैर्य, दयालुता, जरूरतमंदों की मदद और बिना किसी आधिकारिक पद के भी लोगों की सेवा को आसानी से देखा जा सकता है। मुझे विश्वास है कि एक बार जब आप राजनीतिक भूमिका में कदम रखेंगे, तो वास्तव में लोगों के दैनिक जीवन में बदलाव लाएंगे।
Your patience, kindness, help to the needy and service to people even without an official position can be easily noticed. I am confident that once you step into a political role, you will truly make a difference in the daily lives of people @iamyusufpathan— Irfan Pathan (@IrfanPathan) March 10, 2024
भाजपा ने यूसुफ को बताया ‘बाहरी’
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख व बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने यूसुफ को ‘बाहरी’ बताया है। उन्होंने सवाल किया कि तृणमूल के बहरामपुर के प्रत्याशी बंगाल से हैं या गुजरात के वड़ोदरा से? तृणमूल की सूची ऐसे लोगों से भरी है, जिन्हें ममता ‘बाहरी’ कहती हैं। उनकी विभाजनकारी राजनीति लज्जाजनक है, जो बंगाल को रोक रही है।
अधीर रंजन या यूसुफ कौन मारेगा बाजी? दौलत में 25 गुना अमीर हैं क्रिकेटर, जानें नेटवर्थ
यूसुफ पठान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी से करीब 25 गुना अमीर हैं. इनके पास करोड़ों की दौलत है. इनके पास लग्जरी कार, शानदार बंगला और अन्य महंगी चीजे हैं. अधीर रंजन के पास 2 करोड़ का आवासीय घर, 40 लाख का कमर्शियल और 6 करोड़ का नॉन-एग्रीकल्चर भूमि है.
यूसुफ पठान कितने दौलत के मालिक
caknowledge.com के मुताबिक, पूर्व भारतीय स्टार क्रिकेटर (Yusuf Pathan Net Worth) के पास 30 मिलियन डॉलर या करीब 248 करोड़ रुपये की दौलत है. पठान की सबसे ज्यादा कमाई (Yusuf Pathan Income) क्रिकेट से आती है, जो 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की होती है. इनके पास 6 करोड़ रुपये से ज्यादा की एक लग्जरी बिल्डिंग है, जहां ये अपने भाई इरफान और परिवार के साथ रहते हैं. दोनों भाइयों ने ये घर 2008 में 2.5 करोड़ में खरीदा था.
2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रहे हैं पठान
41 साल के यूसुफ पठान पहली बार चुनाव लड़ेगें. पठान ने फरवरी 2021 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सन्यास ले लिया था. पठान टी20 वर्ल्ड कप (2007) और 2011 में 50 ओवर वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके हैं. यूसुफ पठान ने भारत के लिए 57 वनडे मैचों में 27 की औसत से 810 रन बनाए. वहीं 22 टी20 मैचों में उनके नाम 236 रन हैं. उन्होंने वनडे में 2 शतक और 3 अर्धशतक भी ठोके. यूसुफ पठान के नाम वनडे में 33 और टी20 में 13 विकेट भी दर्ज है. इसके अलावा, 2011 वर्ल्ड कप में विजेता रही भारतीय टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं.
अधीर रंजन चौधरी हैं 10 करोड़ के मालिक
myneta के मुताबिक, कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी की कुल नेटवर्थ 10,13,15,437 रुपये है,जबकि 85 लाख रुपये से ज्यादा का कर्ज भी है.बैंकों में 17 लाख रुपये से ज्यादा का डिपॉजिट है.LIC में 10 लाख रुपये का निवेश भी है.इसके अलावा,चौधरी के पास 23 लाख रुपये की गाड़ी और 26 लाख रुपये की ज्वेलरी है.