IIT जोधपुर शुरू करेगा विज्ञान से जुड़े इंजीनियरिंग बीएस प्रोग्राम
oरसायन विज्ञान और भौतिकी में शुरू किए जाएंगे नए बी.एस. प्रोग्राम
oप्रौद्योगिकी पर केंद्रित प्रोग्राम के करिकुलम खास तौर से तैयार किए गए
oछात्रों को परस्पर जुड़े विषयों के ज्ञान के साथ-साथ उद्यमिता सीखने का अवसर मिलेगा
oविज्ञान के आधुनिक पहलुओं का मौलिक ज्ञान और व्यावहारिक प्रशिक्षण देने को डिज़ाइन खास प्रोग्राम
देहरादून, 21-सितंबर-2022: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर आधुनिक प्रौद्योगिकियों की ज़रूरत और बढ़ती मांग पूरी करने के लिए चार वर्षीय बी.एस. प्रोग्राम शुरू करेगा। रसायन विज्ञान और भौतिकी में विशेषज्ञता के साथ ये प्रोग्राम इंजीनियरिंग से जुड़े हैं।
संस्थान के नए प्रोग्राम आज की वैश्विक मांग पूरी करेंगे। पहले वर्ष मौलिक विज्ञान और इंजीनियरिंग की पढ़ाई होगी। दूसरे और तीसरे वर्ष विद्यार्थी अपने प्रोग्राम में रसायन विज्ञान और भौतिकी की अत्याधुनिक अवधारणाओं पर व्यापक सैद्धांतिक और प्रायोगिक कोर्स करेंगे और अंतिम वर्ष विद्यार्थियों को विज्ञान के अत्याधुनिक पहलुओं में विशेषज्ञता प्राप्त करने का अवसर दिया जाएगा।
आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रोफेसर शांतनु चौधरी ने 4 साल के नए बी.एस. प्रोग्राम के अभूतपूर्व पहलुओं को सामने रखते हुए कहा कि,‘मौलिक विज्ञान के शोध से प्रौद्योगिकी का दायरा बढ़ रहा है। विज्ञान आज प्रौद्योगिकी में इनोवेशन को बढ़ावा दे रहा है जिसके कई उदाहरण हैं जैसे क्वांटम टेक्नोलॉजी, सस्टेनेबल मटीरियल, टेराहर्ट्ज टेक्नोलॉजी, जीन थेरेपी और ग्रीन एनर्जी आदि। इसलिए मौलिक विज्ञान के प्रोग्राम पर पुनर्विचार करने का समय आ गया है ताकि वे उभरती प्रौद्योगिकियों को मजबूत आधार दें। आईआईटी जोधपुर के नए बीएस प्रोग्राम शुरू करने के पीछे यही प्रेरणा रही है। हम चाहते हैं कि हमारे बीएस ग्रैजुएट व्यावहारिक उपयोग उन्मुख मौलिक शोध में भाग लेकर नए युग के उद्योगों के लिए अभूतपूर्व प्रौद्योगिकी विकसित करें।’
ये प्रोग्राम परस्पर जुड़े विषयों के दृष्टिकोण के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप हैं। संस्थान की मंशा पारंपरिक सीमाओं को पार करने और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के परस्पर संबंध में उत्कृष्टता प्राप्त करने की है। इनमें विभिन्न विशेषज्ञताओं को चुनने का लचीलापन है ताकि ये समाज और औद्योगिक जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हों और प्रोग्राम के करिकुलम की मुख्य विशेषताओं में एक सस्टेनेबलिटी है जिसकी लगातार मांग बढ़ रही है।
रसायन में विज्ञान स्नातक (बी.एस.)
रसायन में विज्ञान स्नातक प्रोग्राम मौजूदा रुझानों के मद्देनजर तैयार किया गया है। इसका लक्ष्य विज्ञान के आधार पर इंजीनियरिंग में इनोवेशन को बढ़ावा देना है। स्नातक के विद्यार्थियों के लिए विकसित यह प्रोग्राम उन्हें फार्मास्यूटिकल्स, एग्रोकेमिकल्स, मटीरियल्स और डिवाइस, ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा और पर्यावरण सहित विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान के व्यापक व्यावहारिक उपयोग का अवसर देगा।
रसायन विज्ञान में बी.एस. प्रोग्राम की मुख्य विशेषताएं:
•उद्योग जगत के लिए जरूरी सस्टेनेबल इनोवेशन पर जोर
•स्पेक्ट्रोस्कोपी और डायनेमिक्स और ऑर्गेनिक और ऑर्गेनोमेटेलिक कैटेलिसिस में विभागीय विशेषज्ञता प्राप्त करने का अवसर
•एडवांस्ड एनर्जी मटीरियल्स में परस्पर संबंध विषयों में विशेषज्ञता
विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रमेश मेत्रे ने रसायन विज्ञान में विशेषज्ञता के साथ चार साल के बी.एस. प्रोग्राम की विशेषताएं बताते हुए कहा कि,‘रसायन विज्ञान में इंजीनियरिंग से जुड़ा यह चार वर्षीय बीएस प्रोग्राम रसायन विज्ञान का संपूर्ण मौलिक और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करता है जिसमें विशेषज्ञता और परस्पर संबद्ध विषय भी शामिल हैं।
भौतिकी में विज्ञान स्नातक (बी.एस.)
आईआईटी जोधपुर ने भौतिकी में विज्ञान स्नातक (बी.एस.) प्रोग्राम शुरू किया है जिसका उद्देश्य सिद्धांत, कम्प्युटेशन और व्यावहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से परस्पर जुड़े विषयों की समझ विकसित करने के साथ मौलिक और व्यावहारिक भौतिकी में सैद्धांतिक आधार और व्यावहारिक कौशल प्रदान करना है।
भौतिकी में बी.एस. प्रोग्राम की खास खूबियां बताते हुए विभाग प्रमुख प्रोफेसर आशुतोष आलोक ने कहा कि,‘प्रोग्राम का उद्देश्य भौतिकी की मौलिक और व्यावहारिक अवधारणाओं का बुनियादी आधार प्रदान करना है ताकि विद्यार्थी भौतिकी से विकसित हो रही प्रौद्योगिकियों में उत्कृष्टता प्राप्त करें। .
भौतिकी में बी.एस. प्रोग्राम की मुख्य विशेषताएं:
•एडवांस्ड एनर्जी मटीरियल्स, फोटोनिक्स और क्वांटम टेक्नोलॉजीज आदि विभिन्न क्षेत्रों में क्षमता के साथ जुड़ी विशेषज्ञताएं प्राप्त करने की सुविधा
•करिकुलम में इंजीनियरिंग डिजाइन के विभिन्न पहलुओं को आपस में जोड़ना
•उद्योग जगत से सहयोग के माध्यम से औद्योगिक अनुभव प्राप्त करने का अवसर