आईआईटी रुड़की में ‘नेशनल सोशल समिट 2021’ शुरू
आईआईटी-रुड़की ने दो-दिवसीय सालाना समारोह नेशनल सोशल समिट 2021 का उद्घाटन किया
इसे यूनेस्को और नीति आयोग के संरक्षण में एनएसएस, आईआईटी रुड़की द्वारा डब्ल्यूएचओ इंडिया, एफपीएआई, आईसीएमआर और सीडीडीईपी की भागीदारी में आयोजित किया जा रहा है
इस कार्यक्रम का मकसद रियल-वर्ल्र्ड समस्याओं को ध्यान में रखकर समाधान विकसित एवं पेश करना है
रुड़की, 28 मार्च, 2021: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की ने शुक्रवार, 26 मार्च 2021 को अपने सालाना प्रमुख इवेंट ‘नैशनल सोशल समिट 2021’ का उद्घाटन किया। उद्घाटन इवेंट में कई प्रख्यात गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे, जिनमें डाॅक्टर रोडरिको ओफ्रिन (भारत के लिए डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि), डाॅक्टर रमन गंगाखेडकर (आईसीएमआर के पूर्व उप-निदेशक), डाॅक्टर रणदीप गुलेरिया (एम्स-दिल्ली के निदेषक) और प्रोफेसर अजीत के चतुर्वेदी (आईआईटी रुड़की में निदेशक) मुख्य रूप से शामिल थे। इस साल के इवेंट का थीम देशी की मौजूदा सामाजिक-चिकित्सकीय समस्याओं के निदान के लिए नए समाधानों के विकास एवं पेशकश, अपने प्रमुख स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति सम्मान जताने और सामाजिक उत्साहियों का समुदाय तैयार करने के साथ ‘इन्वीजनिंग बेटर हेल्थकेयर इवोल्यूषन’ के तौर पर बरकरार रखना है।
आईआईटी रुड़की के निदेषक प्रोफेसर अजीत के चतुर्वेदी ने कहा, ‘मैं इसे लेकर उत्साहित हूं कि इस साल के सोशल समिट के लिए आईआईटी रुड़की में एनएसएस टीम कोविड-19 पर केंद्रित थीम के साथ आगे आई है। रक्त दान और सड़क सुरक्षा अभियानों के अलावा,सालाना सोशल समिट ने एनएसएस के एनुअल कैलेंडर में खास पहचान बनाई है। इसमें वक्ताओं की सूची वाकई प्रभावशाली है और मैं इसे लेकर आश्वस्त हूं कि यह हमारे छात्रों और फैकल्टी के लिए बेहद उपयोगी होगा।’
इस साल इवेंट यूनेस्को और नीति आयोग के संरक्षण में और भारत के लिए नॉलेज एवं टेक्नीकल पार्टनर के तौर पर डब्ल्यूएचओ कंट्री ऑफिस, फैमिली प्लानिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफपीएआई), इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) और सेंटर फॉर डिजीज डायनेमिक्स, इक्वनोमिक्स एंड पॉलिसी (सीडीडीईपी) की भागीदारी में आयोजित किया जा रहा है।
भारत के लिए डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि डाॅक्टर रोडरिको ओफ्रिन ने कहा, ‘नैशनल सोशल समिट 2021 जैसी पहलों ने स्वास्थ्य, उससे संबंधित चुनौतियों, समानता और संभव समाधानों पर जोर दिया है। समानता की गहन भावना सार्वजनिक स्वास्थ्य की मुख्य वैल्यू है और नाॅलेज पार्टनर के तौर पर एनएसएस आईआईटी रुड़की के साथ डब्ल्यूएचओ-इंडिया की भागीदारी बेहतर हेल्थकेयर बदलाव को बढ़ावा देगी।’
यह दो-दिवसीय सांस्कृतिक आयोजन 27 और 28 मार्च 2021 को आयोजित हो रहा है और इसमें पैनल परिचर्चाएं, इम्पैक्ट सीरीज, आॅनला इन हेल्थ वर्कषाॅप, स्ट्रैट-ए-थन, सोशियोथन, केस-स्टडी, ट्रेजर हंट, पॉलिसी केस कम्पीटशन जैसी गतिविधियां और प्रतिस्पर्धाएं षामिल होंगी।
एम्स दिल्ली के निदेशक डाॅक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा, ‘मैं नैशनल सोशल समिट 2021 के आयोजन के लिए आईआईटी रुड़की को बधाई देता हूं। यह कई दिग्गजों की उपस्थिति वाला एक भव्य आयोजन है। यह कार्यक्रम कोविड के बाद बेहतर स्वास्थ्य पर जोर दे रहा है, जो बेहद जरूरी हो गया है और यह बेहद आवश्यक है कि हमें पिछले अनुभवों को नहीं भूलना चाहिए।’
इस साल, एनएसएस आईआईटी रुड़की स्वास्थ्य कर्मियों के लिए अपने सालाना प्रमुख इवेंट के नए संस्करण की दिषा में ज्यादा सक्रियता दिखा रहा है; इन स्वास्थ्य कर्मियों में डॉक्टर, नर्स, और सभी सामाजिक सेवा कार्यकर्ता शामिल हैं जो कोविड-19 के खतरे से जूझ रहे हैं।
आईसीएमआर के पूर्व उप-निदेशक डाॅक्टर रमन गंगाखेडकर ने कहा, ‘मौजूदा समय में विभिन्न सामाजिक उद्यमी इंजीनियरिंग पृश्ठभूमि के हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकताओं और षिक्षा, सड़क हादसों और एंटी-माइक्रोबियल रेसिस्टेंस जैसे मुद्दों पर आईआईटी रुड़की द्वारा किए जा रहे कार्य सराहनीय हैं। महामारी अभी समाप्त नहीं हुई है। यदि लोग सोशल समिट जैसी पहलों के साथ अंतर लाने का निर्णय लेते हैं तो वे बेहतर स्वास्थ्य तरीके सुनिश्चित करने में अपना श्रेष्ठ योगदान दे सकते हैं।’
‘नैशनल सोशल समिट’ नैशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस), आईआईटी रुड़की की प्रमुख सामाजिक पहल है। इसका मकसद देश की सामाजिक-आर्थिक समस्याओं के लिए एक मजबूत एवं सतत माॅडल के जरिये तकनीकी एवं नीतिगत समाधान पेश कर सामाजिक न्याय की संस्कृति को बढ़ावा देना है। इसमें सभी लोग, सामाजिक उद्यमी, एनजीओ और पूरे भारत के बुद्धिजीवी भाग ले सकते हैं।