पैसे ले के सवाल में गई महुआ की सांसदी,आचरण समिति ने पाया था घृणित
Mahua Moitra Expelled From Lok Sabha On Ethics Committee Report On Cash For Query Case
लोकसभा से निकाली गईं महुआ मोइत्रा, पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में छिनी सांसदी
महुआ मोइत्रा को पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में अपनी लोकसभा सदस्यता गंवानी पड़ी। एथिक्स कमिटी ने उन्हें उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से पैसे और उपहार लेकर एक और उद्योगपति गौतम अडानी को निशाने पर लेने वाले सवाल पूछने का दोषी पाया। कमिटी की सिफारिश पर महुआ के खिलाफ सदस्यता रद्द करने का प्रस्ताव लोकसभा में पेश किया गया जो ध्वनिमत से पास हो गया.
मुख्य बिंदु
महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता खत्म हो गई,लोकसभा से प्रस्ताव पारित
पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में महुआ मोइत्रा को गंवानी पड़ी सांसदी
कार्रवाई के बाद महुआ ने एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए
लोकसभा से निष्कासित हुईं महुआ मोइत्रा।
नई दिल्ली आठ दिसंबर: महुआ मोइत्रा अब सांसद नहीं रहीं। उन्हें अनैतिक आचरण का दोषी पाए जाने के बाद उनकी लोकसभा से निकाल दिया गया। पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में आचार समिति ने महुआ मोइत्रा को दोषी पाया और उनकी लोकसभा सदस्यता समाप्त करने की सिफारिश की। भाजपा सांसद विनोद सोनकर की अध्यक्षता वाली एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट को लोकसभा के पटल पर रखा गया और उस पर चर्चा हुई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने चर्चा के बाद सदन के सामने रखे प्रस्ताव पर सदस्यों से राय मांगी कि वो मोइत्रा की सदस्यता खत्म करने के पक्ष में हैं या विरोध में? फिर महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म करने का फैसला ध्वनिमत से पारित हो गया। सदन से निकलकर महुआ ने एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए।
आखिरी बार लोकसभा में बोलने का भी नहीं मिला मौका
इससे पहले एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान टीएमसी सांसदों सुदीप बंदोपाध्याय और कल्याण बनर्जी ने पार्टी की तरफ से महुआ मोइत्रा को ही बोलने देने की अनुमति मांगी। हालांकि, सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 2005 में 10 सांसदों की सदस्यता रद्द करने का उदाहरण बता दिया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने साफ कहा था कि सांसदों को एथिक्स कमिटी के सामने अपना पक्ष रखने का मौका मिला था, इसलिए अब संसद की गरिमा गिराने के दोषी पाए जाने के बाद वो सदन में बोलने का नैतिक अधिकार खो चुके हैं।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी टीएमसी सांसदों से कहा कि सदन की मान्य परंपराओं के अनुसार महुआ को बोलने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। चर्चा के दौरान महुआ मोइत्रा कई बार भाषण के दस्तावेज के साथ अपनी सीट पर खड़ी हुईं, लेकिन उन्हें हर बार बैठना पड़ा। वो एक शब्द भी नहीं बोल पाईं।
Ethics Committee Report On Mahua Moitra Know What Is In Report
घृणित, गैरकानूनी अपराध.. महुआ मोइत्रा के खिलाफ एथिक्स कमिटी की सिफारिश में क्या-क्या, जानें
पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में लोकसभा में प्रस्तुत एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की सदस्यता समाप्ति को कहा गया है। गौरतलब है कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ के खिलाफ ये शिकायत दर्ज की थी।
मुख्य बिंदु
एथिक्स कमिटी ने महुआ मोइत्रा की बर्खास्तगी की सिफारिश की है
लोकसभा में सरकार की तरफ से प्रह्लाद जोशी ने कमिटी की रिपोर्ट रखी
पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में कार्रवाई की सिफारिश
महुआ मोइत्रा
पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ एथिक्स कमिटी की लोकसभा में पेश रिपोर्ट में महुआ की बर्खास्तगी की सिफारिश की गई। रिपोर्ट में महुआ पर कई गंभीर आरोप लगाए गए।
रिपोर्ट में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कठोर सजा की मांग की। कमिटी ने इसके साथ ही महुआ को 17वीं लोकसभा की सदस्यता से बर्खास्त करने की सिफारिश की गई।
पैसे लेकर सवाल पूछने में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से इसकी शिकायत की थी। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने यह मामला एथिक्स कमिटी को भेज दिया गया था।
एथिक्स कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि महुआ मोइत्रा ने नितांत आपत्तिजनक, गैरकानूनी और घृणित अपराध किया है। कमिटी ने मामले में महुआ के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई और समयबद्ध जांच की सिफारिश की गई ।
इस पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने तीन-चार दिन बाद चर्चा कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर इस पर बाद में चर्चा हो जाएगी तो कोई दिक्कत नहीं होगी। इस पर सत्ता पक्ष की तरफ से प्रह्लाद जोशी ने कहा कि 2005 में 10 सदस्यों को एक ही दिन में लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने निकाल दिया था। दरअसल, चौधरी का कहना था कि ये 100 पेज से ज्यादा की रिपोर्ट है और इसे पढ़ने को थोड़ा वक्त मिलना चाहिए।