कनाडा पर अमेरिका में जयशंकर की खरी-खरी, संगठित अपराध,मानव तस्करी और आतंकवाद का ज़हरीला काकटेल
S Jaishankar In Us Spoke With Jake Sullivan And Antony Blinken On Canada Issue
जयशंकर ने साफ बोला कनाडा मुद्दे पर अमेरिका से हुई बात, दुखती रग पर हाथ रख दिया!
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा मुद्दे पर दो-टूक बोला है। जयशंकर ने कनाडा को आतंकवाद और तस्करी का जहरीला कॉम्बिनेशन करार दिया है। उन्होंने कहा है कि अमेरिकियों को वह अलग दिखाई देता है। भारत के साथ कनाडा के रिश्तों के इतिहास को भी विदेश मंत्री ने बहुत बारीकी से समझाया।
मुख्य बिंदु
कनाडा मुद्दे पर विदेश मंत्री जयशंकर ने खुलकर रखी राय
कहा- अमेरिकियों के लिए कनाडा बहुत अलग दिखता है
कनाडा को बताया आतंकवाद और तस्करी का जहरीला कॉम्बिनेशन
Jaishankar
एस जयशंकर
नई दिल्ली29 सितंबर: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बिना लाग-लपेट कनाडा मुद्दे पर भारत का पक्ष रखा है। उन्होंने बताया कि इसे लेकर उनकी जेक सुलिवन और एंटनी ब्लिंकन दोनों के साथ बात हुई। कनाडा को आतंकवाद और तस्करी का जहरीला कॉम्बिनेशन बता जयशंकर ने कहा कि वह अमेरिकियों के लिए बहुत अलग दिखता है। जयशंकर वॉशिंगटन में हडसन इंस्टीट्यूट और इंडिया फाउंडेशन की ओर से आयोजित परिचर्चा में हिस्सा लेने पहुंचे थे। जयशंकर ने पश्चिम को लेकर भारत के नजरिये को भी बारीकी से समझाया। उन्होंने कहा कि भारत गैर-पश्चिमी है, पश्चिम विरोधी नहीं।
जयशंकर ने यूएन के मंच से जस्टिन ट्रूडो पर निशाना साधा
कनाडा के साथ भारत के रिश्तों में आई कड़वाहट का जयशंकर ने खुलकर जवाब दिया। विदेश मंत्री ने कहा कि कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पहले निजी तौर पर और फिर सार्वजनिक रूप से कुछ आरोप लगाए। निजी और सार्वजनिक दोनों में हमारी प्रतिक्रिया यह थी कि उनके आरोप भारत की नीति से मेल नहीं खाते हैं। अगर कोई प्रासंगिक और विशिष्ट बात है जिस पर वह भारत से गौर कराना चाहते हैं तो उसके लिए सरकार तैयार है। अब, इस समय बातचीत यहीं है।
जयशंकर बोले, आतंकवादियों और चरमपंथियों के प्रति कनाडा का रवैया बहुत उदार है। राजनीतिक मजबूरियों के कारण उन्हें कनाडा में काम करने की जगह दी गई है। यह भी समझना होगा कि कनाडा के साथ 1980 के दशक से कई सालों तक ये सभी बातें तनातनी का मुद्दा रही हैं। पिछले कुछ वर्षों में ये दब गई थीं। लेकिन, दोबारा इनकी वापसी हुई है।
छू दी कनाडा की दुखती रग
विदेश मंत्री ने दो-टूक कहा कि अमेरिकियों के लिए कनाडा बहुत अलग दिखता है। लेकिन भारत के लिए कनाडा एक ऐसा देश है जहां संगठित अपराध,लोगों की तस्करी के साथ अलगाववाद,हिंसा,आतंकवाद का जहरीला कॉम्बिनेशन है। इसलिए, कनाडा के साथ भारत के रिश्तों में तनाव ट्रूडो ने जो कहा, उससे काफी पहले से थे। आज भारत के डिप्लोमैट कनाडा में दूतावास या वाणिज्य दूतावासों में जाने में असुरक्षित हैं। उन्हें सार्वजनिक रूप से डराया-धमकाया गया। इसने भारत को कनाडा में वीजा ऑपरेशन को अस्थायी रूप से निलंबित करने के लिए मजबूर किया। अक्सर देश बहुत अलग दिखते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप उन्हें कैसे देखते हैं और आपके हित क्या हैं। लेकिन उन्हें कनाडा के साथ यह समस्या है।
पश्चिम को लेकर बारीक फर्क समझा दिया
विदेश मंत्री ने पश्चिम को लेकर भारत के रुख के बारे में बारीक फर्क भी समझाया। उन्होंने कहा कि भारत गैर-पश्चिमी है, पश्चिम विरोधी नहीं। वह बोले कि जिस दुनिया में आज हम रह रहे हैं, वह मुख्य रूप से पश्चिमी नजरिये से बनी है। पिछले 80 सालों में दुनिया बहुत ज्यादा बदली है। जी20 की लिस्ट बदलती दुनिया की ओर से इशारा करती है।
जयशंकर बोले, हम आज यह मानते हैं कि जब सबसे अधिक आबादी वाला देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में नहीं है, जब पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वहां नहीं है, जब 50 से अधिक देशों का महाद्वीप वहां नहीं है तो संयुक्त राष्ट्र में जाहिर तौर पर विश्वसनीयता की कमी है। काफी हद तक प्रभावशीलता की भी। जब हम दुनिया के पास जाते हैं तो हम उसको नीचे गिराने जैसे दृष्टिकोण के साथ नहीं जाते। यह महत्वपूर्ण है कि हम इसे बेहतर, कुशल, उद्देश्यपूर्ण बनाने के लिए क्या कर सकते हैं।