राना अय्यूब:संरा को भारत की दो-टूक,देश में कानून का राज
India At Geneva: राणा अयूब के समर्थन में UN,भारत का पलटवार- देश में कानून का राज और कोई इससे ऊपर नहीं
भारत ने संयुक्त राष्ट्र की तरफ से जेनेवा में भारतीय पत्रकार राणा अयूब के खिलाफ किए तथाकथित कानूनी प्रताड़ना संबंधी मामले पर जताई आपत्ति पर कड़ा पलटवार किया है।
नई दिल्ली 11 अप्रैल: जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के मिशन (UN At Geneva) द्वारा पत्रकार राणा अय्यूब (Rana Ayyub) के खिलाफ न्यायिक प्रताड़ना (Judicial Harassment) संबंधी आरोपों पर भारत ने सोमवार को कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और आरोपों को बेबुनियाद और अनावश्यक करार दिया। भारत ने कहा कि देश में कानून का राज है और कोई भी इससे ऊपर नहीं है।
राणा अयूब फाइल फोटो.
भारत ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा, ” तथाकथित न्यायिक प्रताड़ना संबंधी आरोप बेबुनियाद और अनावश्यक हैं। भारत में कानून का राज है। हालांकि, यह भी पूरी तरह साफ है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। हम सही जानकारी रखने की अपेक्षा रखते हैं। भ्रामक सूचनाओं को बढ़ावा देने से केवल सरां मिशन की छवि खराब होगी।” इस बीच, नयी दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिनेवा में भारतीय मिशन इस मामले को संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के समक्ष उठाएगा।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भारत की पत्रकार राणा अयूब के खिलाफ हुए महिला विरोधी और सांप्रदायिक हमलों के बारे में ऑनलाइन ट्वीट किया गया था। ट्वीट में कहा गया था कि, भारतीय राणा अयूब के खिलाफ इस तरह के हमलों पर भारत सरकार को संज्ञान लेना चाहिए और भारतीय अधिकारियों को इसकी पूरी जांच करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अयूब के खिलाफ न्यायायिक प्रताड़ना खत्म होनी चाहिए। इसी ट्वीट के जवाब में भारत नें भी संयुक्त राष्ट्र के आरोपों पर कड़ा पलटवार किया है।
राणा अयूब के खिलाफ चल रहा मनी लॉन्ड्रिंग का केस
पत्रकार राणा अयूब के खिलाफ ईडी मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) से जुड़े मामले की जांच कर रहा है। आरोप है कि उन्होंने ऑनलाइन क्राउड फंडिंग के जरिए राहत कार्य के लिए जो राशि जुटाी थी उसे इयूब ने अपने निजी खर्चे के लिए इस्तेमाल किया था। ईडी ने बीते दिनों उनके यहां से 1.77 करोड़ रुपये से अधिक राशि कुर्क की थी।