भारत में रिकार्ड वैक्सिनेशन से विश्व मीडिया गदगद, बताया मोदी को उपहार

रिकॉर्ड टीकाकरण पर दुनिया गदगद: रॉयटर्स ने बताया पीएम मोदी को मिला बेहतरीन तोहफा, न्यूयॉर्क टाइम्स तक ने की तारीफ

एक अमेरिकी मीडिया ग्रुप ने कहा, “भारत कुछ महीने पहले ही खतरनाक कोरोना लहर से गुजरा और अपनी आबादी को ध्यान में रखते हुए वैक्सीन का निर्यात बंद कर दिया। अब केसों के नीचे आने के बाद भारत का टीकाकरण अभियान जोर पकड़ रहा है।”

भारत ने कोरोनावायरस से लड़ाई में 17 सितंबर (शुक्रवार) को अहम उपलब्धि हासिल की। देशभर में कल पूरे दिन में 2.50 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लगाए गए। यानी भारत ने एक ही दिन में ऑस्ट्रेलिया की पूरी आबादी के बराबर लोगों को वैक्सीन की डोज दे दी। भारत की इस उपलब्धि की पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है। मीडिया समूहों ने भी इस खबर को प्राथमिकता से जगह दी है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने जहां इसे भारत की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन का गिफ्ट करार दिया, वहीं न्यूयॉर्क टाइम्स ने शुरुआती झटकों से उबरने के बाद भारत के टीकाकरण अभियान के पटरी पर लौटने की बात कही।

क्या बोला अमेरिकी मीडिया?

न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने लेख में कहा, “भारत की अपनी आबादी को टीका लगाने की कोशिश ने शुक्रवार को मील का पत्थर छुआ। यह भारत के रोजाना के टीकाकरण से ढाई गुना और तीन महीने पहले जितनी वैक्सीन दी जा रही थीं, उसके मुकाबले सात गुना ज्यादा रहा। भारत ने टीकाकरण की शुरुआती स्टेज में कुछ झटकों के बाद अब तक 79.3 करोड़ वैक्सीन डोज लगा ली हैं। 1.4 अरब आबादी को टीका लगाना वैसे भी एक चुनौती ही साबित होने वाला था, लेकिन भारत में पिछले हफ्तों में टीकाकरण की रफ्तार ने तेजी पकड़ी है।”

अमेरिकी मीडिया ग्रुप एनपीआर ने वैक्सिनेशन को लेकर डेटा सामने रखा। इसमें कहा गया कि भारत कुछ महीने पहले ही खतरनाक कोरोना लहर से गुजरा और अपनी आबादी को ध्यान में रखते हुए वैक्सीन का निर्यात बंद कर दिया। अब केसों के नीचे आने के बाद भारत का टीकाकरण अभियान जोर पकड़ रहा है।

ब्रिटिश मीडिया ने भी की तारीफ

उधर ब्रिटिश मीडिया ग्रुप बीबीसी और इंडिपेंडेंट ने भी टीकाकरण रिकॉर्ड पर खबरें चलाईं। बीबीसी ने लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र के जन्मदिन के मौके पर भारत में रिकॉर्डतोड़ टीकाकरण किया गया। भारत का लक्ष्य है कि वह 2021 तक सभी देशवासियों को वैक्सीन दे दे। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि एक-दो दिन रिकॉर्डतोड़ टीकाकरण हौसला बढ़ाने वाली बात तो हो सकती है, लेकिन इस तरह की टीका लगाने की दर बनी रहनी चाहिए। यह सारी बातें आने वाले समय में वैक्सीन डोज की उपलब्धि और लोगों में टीका लगवाने की रुचि पर निर्भर रहेंगी।
इंडिपेंडेंट ने लिखा, “यह टीकाकरण अभियान भाजपा के तीन हफ्तों के कार्यक्रम का हिस्सा है। यह 7 अक्टूबर को खत्म होगा, जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी 20 साल पहले गुजरात के मुख्यमंत्री पहली बार बने थे। भाजपा शासित राज्यों की तरफ से भी वैक्सिनेशन अभियान में जोर-शोर से योगदान देने की बात कही गई।”
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने इस रिकॉर्ड को लेकर कहा, “भारत ने शुक्रवार को एक ही दिन में जितनी वैक्सीन डोज दीं, वह पिछले महीने एक दिन में औसतन लगाई जा रही हैं डोज के मुकाबले तीन गुना रहीं। भारत अब तक 79.2 करोड़ डोज लगा चुका है, जो कि चीन के बाद सबसे ज्यादा है।” रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि सरकार की प्राथमिकता अभी भी देशवासियों को टीका लगाना है। हालांकि, भारत की टीका उत्पादन की क्षमता अब दो अरब डोज प्रतिवर्ष से ज्यादा हो गई है।

उधर न्यूज एजेंसी एएफपी ने कहा, “भारत के रिकॉर्डतोड़ टीकाकरण के लिए अफसरों ने स्टेडियम से लेकर, शॉपिंग मॉल, क्लीनिक और बाकी जगहों पर भी कैंप लगाए। जनवरी में अभियान शुरू होने के बाद टीकाकरण काफी धीमा रहा, लेकिन बीते हफ्तों में इसकी रफ्तार काफी तेज हुई है।”

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