नीलकंठ महादेव मंदिर है बदायूं जामा मस्जिद? सुनवाई 10 तक टली
Uttar pradesh Badaun Shamsi Jama Masjid or Neelkanth Mahadev Temple Hearing started in court amid tight security
बदायूं में 850 साल पुरानी मस्जिद या नीलकंठ महादेव मंदिर? कोर्ट में टली सुनवाई, मिली अगली तारीख
लखनऊ 03 दिसंबर 2024 । उत्तर प्रदेश के बदायूं में जामा मस्जिद बनाम नीलकंठ महादेव मंदिर मामले में अब 10 दिसंबर को सुनवाई होगी. आज मंगलवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन वो टल गई. इससे पहले 30 नवंबर को मामले में सुनवाई हुई थी. हिंदू पक्ष ने बदायूं की शम्सी जामा मस्जिद पर नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दावा किया है. जबकि, मुस्लिम पक्ष का कहना है कि यहां कभी मंदिर या मूर्ति होने का कोई सबूत नहीं है.
बदायूं में मंदिर बनाम मस्जिद केस की सुनवाई.
उत्तर प्रदेश में बदायूं जामा मस्जिद बनाम नीलकंठ महादेव मंदिर मामले में सुनवाई टल गई है. अब अगली सुनवाई जिला कोर्ट में 10 दिसंबर को होगी. आज कोर्ट को यह तय करना था कि यह मामला सुनवाई योग्य है या नहीं. आज (मंगलवार) मुस्लिम पक्ष की बहस होनी थी जो पूरी नहीं हुई. इसलिए कोर्ट ने अगली तारीख 10 दिसम्बर तय की है.
30 नवंबर को भी इंतजामिया कमेटी ने अपना पक्ष रखा था. दरअसल, हिंदू पक्ष ने बदायूं की शम्सी जामा मस्जिद पर नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दावा किया है. इस मामले को लेकर जमकर राजनीति भी हो रही है. बदायूं के इस मामले की सुनवाई के लिए स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाया गया है.
एक ओर हिंदू पक्ष का दावा है कि नीलकंठ महादेव मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है. जबकि, इसके उलट मुस्लिम पक्ष का कहना है कि यहां कभी मंदिर या मूर्ति होने का कोई सबूत नहीं है. मुस्लिम पक्ष की मानें तो सूफी विचारक बादशाह शमशुद्दीन अल्तमश जब बदायूं आए थे, तब उन्होंने यहां पर अल्लाह की इबादत करने के लिए मस्जिद बनवाई थी. यहां पर कभी मंदिर या मूर्ति होने का कोई सबूत नहीं है. इसको लेकर जो दावे किए जा रहे हैं, वो झूठ है और हकीकत के खिलाफ हैं.
30 नवंबर को दीवानी न्यायाधीश (सीनियर डिवीजन) अमित कुमार ने मस्जिद इंतजामिया कमेटी के अधिवक्ता की दलीलें सुनने के बाद मामले की अगली सुनवाई की तिथि तीन दिसंबर निर्धारित की थी.
ओवैसी ने भी किया था ट्वीट
बदायूं विवाद को लेकर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी X पर ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा- आने वाली नस्लों को ‘AI’ की पढ़ाई के बजाए ‘ASI’ की खुदाई में व्यस्त कर दिया जा रहा है. उन्होंने कहा था कि यूपी की बदायूं की जामा मस्जिद को निशाना बनाया गया है.
संभल में सर्वे के दौरान हुई थी हिंसा
ऐसा ही एक और विवाद संभल में भी चल रहा है. यहां हिंदू पक्ष की ओर से दावा किया गया है कि संभल की जामा मस्जिद, मंदिर तोड़कर बनाई गई है. कोर्ट के आदेश के बाद जब सर्वे करने के लिए टीम पहुंची तो वहां हंगामा हो गया और उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. जिसके बाद हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस की ओर से फायरिंग तक की गई. इस हिंसा में पांच लोगों की मौत हुई थी.
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