इजरायली माइंड गेम: मीडिया के इस्तेमाल से हमास के आतंकियों को सुरंग में भूना
इजराइल-हमास जंग में 126 की मौत:इजराइली आर्मी ने मीडिया में गाजा पर हमले की बात फैलाई, हमास के आतंकी टनल में छिपे; एयरस्ट्राइक से पूरी टनल उड़ाई
नई दिल्ली/यरूशलम15मई। इजराइल और हमास (इजराइल इसे आतंकी संगठन मानता है) के बीच जारी जंग में अब तक 126 लोग मारे जा चुके हैं। इनमें 31 बच्चे भी शामिल हैं। दोनों तरफ के हमलों में 950 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। मरने वालों में 9 इजराइली और बाकी फिलिस्तीनी हैं। इस बीच इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) का एक माइंड गेम सामने आया है। IDF ने हमास के आतंकियों को मारने के लिए शुक्रवार शाम ये बात मीडिया में फैला दी की इजराइली आर्मी गाजा पट्टी पर हमला करने वाली है। ये खबर फैलते ही हमास के आतंकी टनल (सुरंग) में जा छिपे। इसके बाद 40 मिनट तक इजराइल के 160 फाइटर प्लेन टनल्स पर बम बरसाते रहे।
IDF का दावा है कि उनकी एयरस्ट्राइक में हमास के दर्जनों कमांडर मारे गए। एयरस्ट्राइक के कुछ देर बाद सेना ने गाजा पट्टी पर सैनिक हमले की बात को मीडिया की गलतफहमी बताकर खारिज कर दिया। हमास ने गाजा में मिसाइल लॉन्चिंग साइट को भी ठिकाने लगाने का दावा किया। IDF ने शुक्रवार को हमास की नेवल फोर्स के ऑफिस की तरह उपयोग किए जा रहे अपार्टमेंट पर भी एयरस्ट्राइक की। अपार्टमेंट के 2 घरों को हमास के कमांडर अपने ऑफिस की तरह यूज कर रहे थे।
हमास ने 2300 रॉकेट दागे
IDF ने बयान जारी कर बताया कि शुक्रवार की रात 7 बजे से शनिवार सुबह 7 बजे तक गाजा पट्टी से 200 रॉकेट इजराइल पर छोड़े गए। इसमें से 100 से ज्यादा को आयरन डोम ने हवा में मार गिराया। ये इजराइल की आबादी क्षेत्र में गिरने वाले थे। 30 मिसफायर होकर गाजा पर ही गिर गए। सीरिया की तरफ से भी शनिवार को 3 रॉकेट इजराइल पर दागे गए। इसमें से एक मिसफायर होकर सीरिया में ही गिर गया। अब तक हमास 2300 रॉकेट इजराइल की तरफ छोड़ चुका है।
दंगों में मारे गए 9 फिलिस्तीनी
इजराइल और फिलिस्तीन की जंग के बाद अब दोनों देशों में दंगे भी तेजी फैल रहे हैं। फिलिस्तीन की स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को दंगों में करीब 9 लोगों के मारे जाने की बात कही है। IDF ने अपने बयान में कहा है कि गाजा के बाद अब वेस्ट बैंक की तरफ से इजराइल में पथराव और बम फेंके जाने की घटना शुरू हो गई हैं। IDF के मुताबिक दंगों में 3,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी शामिल हैं। दंगों के सबसे ज्यादा मामले यरुशलम, लॉड, हाइफा और सखनिन शहर में सामने आए हैं। हालात इतने खराब हो गए कि लॉड शहर में इमरजेंसी लगानी पड़ी। 1966 के बाद ऐसा पहली बार है जब दंगों की वजह से यहां इमरजेंसी लगाई गई है।
इजरायल पर फूटा नोरा फतेही का गुस्सा
बॉलीवुड अभिनेत्री नोरा फतेही ने फिलिस्तीन के लिए चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘महिलाओं के अधिकार, नस्लीय समानता और LGBT जैसे मुद्दों पर खुलकर राय रखने वाले फिलिस्तीन के मामले पर चुप कैसे रह सकते हैं। नोरा ने इजराइली सुरक्षाबलों पर फिलिस्तीनियों को घर से बाहर निकालने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनियों के खिलाफ इजराइल में हिंसा की जा रही है।
वहीं, अमेरिका की सुपर मॉडल बेला हदीद को इजराइल-फिलिस्तीन लड़ाई में फिलिस्तीन का सपोर्ट महंगा पड़ गया। बेला ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर यहूदियों के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट शेयर की थी। उन्होंने कहा था कि इजराइल कोई देश नहीं है, ये आर्मी का कब्जाया हुई एक कॉलोनी है। अब ये सब बंद होना चाहिए। फिलिस्तीन को आजाद किया जाना चाहिए।
नोरा ने इजराइली सुरक्षाबलों पर फिलिस्तीनियों को घर से बाहर निकालने का आरोप लगाया।
केरल की महिला का शव कोच्चि पहुंचा
हमास के रॉकेट हमले में मारी गईं केरल की सौम्या संतोष का पार्थिव शरीर शनिवार की शाम कोच्चि पहुंच गया। इससे पहले दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचकर शनिवार सुबह केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन और इजराइल की उप उच्चायुक्त रॉनी येदिदिया ने सौम्या को श्रद्धांजलि दी। सौम्या संतोष (32) हमास के मिसाइल अटैक में मारी गईं थीं। सौम्या अश्केलान शहर में 80 साल की एक बुजुर्ग महिला की देखभाल का काम करती थीं। सौम्या पिछले 7 सालों से इजराइल में रह रही थीं। उनका 9 साल का एक बेटा है, जो पति के पास इडुक्की में रहता है। हमले के समय सौम्या अपने पति से वीडियो कॉल पर बात कर रही थीं। इजराइल ने रॉकेट हमले में मारी गई केरल की महिला सौम्या संतोष के परिवार का खर्च उठाने का फैसला किया है। रॉनी येदिदिया ने बताया था कि सौम्या के परिवार को इजराइल की तरफ से मुआवजा तो दिया ही जाएगा। साथ ही उनका खर्च भी इजराइल उठाएगा।
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन और इजराइल की उप उच्चायुक्त रॉनी येदिदिया ने एयरपोर्ट पहुंचकर सौम्या को श्रद्धांजलि दी।
सौम्या अश्केलान शहर में 80 साल की एक बुजुर्ग महिला की देखभाल का काम करती थीं।
UN सुरक्षा परिषद की बैठक कल
संयुक्त राष्ट्र (UN) के महासचिव एंटोनियो गुतेरेस ने इजराइल-फिलिस्तीन के मुद्दे पर रविवार को UN सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। उन्होंने इस मुद्दे पर शक्तिशाली देशों की खामोशी पर दुख जाहिर किया। UN के प्रवक्ता स्टीफन डुजा दुजारिक ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच शांति बहाली के लिए दुनिया को एकजुट होना चाहिए। इस मसले का राजनीतिक हल निकाला जाना चाहिए। इससे पहले गुरुवार को होने वाली यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) की मीटिंग को अमेरिका ने ब्लॉक कर दिया था। ये मीटिंग चीन की तरफ से बुलाई गई थी। फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने UN से इस मसले पर दखल देने की मांग की है।
OIC भी रविवार को करेगा बैठक
इजराइल और फिलिस्तीन में चल रही जंग के मुद्दे पर रविवार को ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) की बैठक होगी। इसमें इजराइल के खिलाफ कोई प्रस्ताव पास किया सकता है। वहीं, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने इजराइल के खिलाफ मुस्लिम देशों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। उन्होंने गुरुवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन लगाया था। एर्दोगन ने पुतिन से कहा था कि अब इजराइल को सबक सिखाने का समय आ गया है।