‘राहुल वेड्स अंजलि’स्टीकर वाली बारात निकली आयकर की, मिला 58 करोड़ कैश,35किलो

58 करोड़ कैश और 32 किलो सोना… 13 घंटे तक चली गिनती, महाराष्ट्र में पड़े IT छापे में 390 करोड़ की संपत्ति जब्त

सूरज ओझा/मृत्युंजय सिंह

Jalna IT Raid: आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. एक स्टील फैक्ट्री में छापेमारी कर 390 करोड़ की नकदी बरामद की गई है. ये रेड कपड़ा व्यवसाई, रियल स्टेट डेवलपर और कपड़ा व्यापारी के यहां हुई.
58 करोड़ कैश और 32 किलो सोना… 13 घंटे तक चली गिनती, महाराष्ट्र में पड़े IT छापे में 390 करोड़ की संपत्ति जब्त

महाराष्ट्र में बेनामी संपत्ति जब्त

Aurangabad IT Raid: ईडी (ED) के बाद अब आयकर विभाग (Income Tax) भी एक्शन में नजर आ रहा है. महाराष्ट्र (Maharashtra) में के जालना (Jalna) और औरंगाबाद (Aurangabad) में आयकर विभाग ने छापेमारी की. ये छापेमारी औरंगाबाद में एक बिल्डर (Builder) और जालना में एक स्टील उत्पादन करने वाली कंपनियों (Steel Company) के मालिक के यहां हुई है. इस छापेमारी में आयकर विभाग ने 58 करोड़ रुपये कैश (Cash) और 32 किलो सोना (Gold) बरामद किया है. इस कैश को गिनने में आयकर विभाग को 13 घंटे लग गए.

IT सूत्रों ने बताया की 58 करोड़ रुपए उन्हें छापेमारी के दौरान फार्महाउस और बैंक लॉकर से मिले हैं. सूत्रों ने बताया की 28 करोड़ रुपए कैश फार्महाउस से मिले हैं जब की 30 करोड़ रुपए बैंक लॉकर से मिले हैं. जिन पैसों को सीज किया गया है वो एक लोकल मनी लेंडर के ठिकाने (प्रिमाइसेस) से मिले हैं. इसकी जानकारी छापेमारी की दौरान मिली थी. यह छापेमारी श्री राम स्टील, कालिका स्टील, एक को- ऑपरेटिंव बैंक फाइनेंसर विमल राज बोरा और डीलर प्रदीप बोरा के यहां हुई.

 

3 अगस्त को मारी रेड, किसी को खबर नहीं

जानकारी के लिए बता दें कि जालना में जिन कंपनियों के मालिक के यहां छापेमारी की है वो 3 अगस्त को की है. आयकर विभाग ने SRJ Peety Steels Pvt. Ltd. और Kalika Steel Alloys Pvt. Ltd कंपनियों में छापेमारी की. इस छापेमारी में आयकर विभाग को 390 करोड़ रुपये की संपत्ति की जानकारी मिली जिसे कुर्क कर दिया गया. जालना में आयकर विभाग के 260 अधिकारियों ने छापेमारी की.

IT सूत्रों ने बताया कि, पिछले सप्ताह 3 अगस्त की दोपहर एक साथ कई ठिकानो पर छापेमारी की थी और यह छापेमारी 4-5 दिन तक चली. सम्बंधित ठिकानो पर रेड चल रही है. जालना में दो स्टील कम्पनियों सहित कोआपरेटिव बैंक और बाहरी डीलरों के घर, दफ़्तर सहित अन्य ठिकानो पर छापेमारी की गई.

 

कालिका स्टील ऐलॉय प्राइवेट लिमिटेड जिसके मालिक का नाम घनश्याम गोयल है. ये फ़ाउंडर और प्रमोटर है.

श्री राम स्टील, जालना जिसके मालिक का नाम अग्रवाल बताया जा रहा है.

जालना का एक को- ओपरेटिंग बैंक

फ़ाइनेन्सर विमलराज

डीलर प्रदीप बोरा के यहां रेड आज भी चल रही थी. इन कंपनियों से जुड़े लोगों से पूछताछ की जा रही है.

जिन पैसों को सीज किया गया है वो एक लोकल मनी लेंडर के ठिकाने (प्रिमाइसेस) से मिले हैं. इसकी जानकारी छापेमारी की दौरान मिली थी. ये पूरा ओपरेशन बहुत ही शांत तरीक़े से किया गया. लोकल पुलिस को भी रेड के 3 दिनों तक इसकी जानकारी नही दी गई थी. सूत्रों ने बताया की 3 दिन की छापेमारी के बाद लोकल पुलिस को बताया गया और फिर उनकी मदद ली गई.

कालिका स्टील अल्लाय प्राइवेट लिमिटेड, जालना

महाराष्ट्र के जालना जिले में कालिका स्टील और अलाय कम्पनी की स्थापना साल 2003 में हुई. इसकी नींव स्टील व्यवसायी अग्रवाल परिवार रखी. कालिका दुनिया के कई देशों में स्टील सप्लाई करता है. महाराष्ट्र के अलग-अलग विभाग जैसे BSNL, JNPT, MSRDC , MHADA , CIDCO , BMC , NHAI जैसे संस्थाओं में कालिका स्टील उपलब्ध कराता है.

जालना के MIDC उद्योग क्षेत्र फ़ेज-1 में कालिका स्टील का प्लांट

इस कंपनी में घनश्याम गोयल, अरुण अग्रवाल और अनिल गोयल फ़ाउंडर और प्रमोटर हैं तो वहीं नवीन जिंदल कालिका स्टील के डायरेक्टर हैं.

कैश गिनने में लगे 13 घंटे

इस रेड में मिले कैश को जालना के स्टेट बैंक (State Bank) में ले जाकर गिना गया है. सुबह 11 बजे कैश गिनने का काम शुरू हुआ जो रात 1 बजे तक चला. आयकर विभाग (Income Tax) को सूचना मिली थी कि जालना के 4 स्टील कंपनी (Steel Company) के व्यवहार में अनियमितता है. इसके बाद विभाग एक्शन में आया और छापेमारी (IT Raid) की. इस छापेमारी में घर पर कुछ नहीं मिला बल्कि शहर के बाहर एक फार्महाउस (Farm House) से नकदी बरामद हुई है.

Jalna IT Raid: 400 लोगों के साथ 120 गाड़ियों का काफिला, राहुल वेड्स अंजलि के स्टिकर, जालना IT छापेमारी की कहानी

आयकर विभाग को 10 दिन पहले सूचना मिली थी कि जालना के चार स्टील कंपनी इनकम टैक्स चोरी कर रही हैं।

 

अजय देवगन की फिल्ड रेड 2018 में रिलीज हुई। यह फिल्म 1981 में लखनऊ में पड़े एक हाई प्रोफाइल आईटी के छापे की सच्ची घटना पर आधारित थी। फिल्म में आयकर विभाग के अधिकारी की भूमिका निभाने वाले अजय देवगन सांसद रामेश्वर सिंह उर्फ राजाजी सिंह (सौरभ शुक्ला) के यहां छापा मारते हैं। यह छापेमारी इतनी सीक्रेट रखी जाती है कि आईटी विभाग की टीम में शामिल दूसरे अधिकारियों और कर्मचारियों को भी इसकी भनक नहीं थी कि वे कहां छापा मारने जा रहे हैं। इसी तरह एक सच्ची आईटी रेड महाराष्ट्र के जालना में की गई। इस छापेमारी के अब खूब चर्चे हो रहे हैं कारण इस छापेमारी को करने का तरीका और बरामदगी है। पूरे मिशन रेड को इतना सीक्रेट रखा गया कि किसी को इसकी भनक नहीं लगी। बारात की तरह गाड़ियों का काफिला निकला और ताबड़तोड़ छापेमारी हुई। जालना के कारोबारी के यहां से ‘कुबेर का खजाना’ मिला।

आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के जालना में 3 अगस्त को एक उद्योगपति के ठिकानों पर छापेमारी की। तीन दिनों तक यह छापेमारी चली। आईटी विभाग ने 58 करोड़ रुपये कैश, 32 किलो सोना, करोड़ों के हीरे समेत लगभग 390 करोड़ रुपये की बेनामी बेहिसाब संपत्ति जब्त की है।

ये स्टील कंपनियां रेडार पर

जालना में आयटी विभाग जिस स्टील कंपनी में छापेमारी की है उस कंपनी का नाम एसआर स्टील कंपनी, कालिका स्टील है। विमलराज सिंघव और प्रदीप बोरा यह उद्योगपती करवाई के रेडार पर थे। पुख्ता सूचना के बाद आयकर विभाग के बड़े अधिकारियों ने छापेमारी की तैयारी की।

400 लोग शामिल लेकिन रेड की किसी को नहीं दी गई जानकारी

अधिकारी ने लगभग 260 अधिकारियों और कर्मचारियों की टीमें बनाईं। टीम में मुंबई, पुणे, नासिक और औरंगाबाद के अधिकारी शामिल किए गए। टीमों को ले जाने के लिए 120 गाड़ियां मंगाई गईं। इन गाड़ियों को किराए पर भी लिया गया। गाड़ियों पर ‘राहुल वेड्स अंजलि’ का स्टिकर लगाया गया। अधिकारियों ने फॉर्मल कपड़े पहने। लगभग 400 लोगों को छापेमारी के लिए तैयार किया गया लेकिन किसी को भी यह जानकारी नहीं दी गई कि रेड कहां है। गाड़ियों का यह काफिला निकला तो लोगों को लगा कि कोई बारात जा रही है।

सावन के महीने में शादी वाली खटकी बात

लोगों ने बताया कि हालांकि कई लोगों को दिमाग में यह बात खटकी की सावन के महीने में शादियां नहीं होती हैं। ऐसे में राहुल और अंजलि की शादी कैसे हो रही है। फिर भी लोगों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। गाड़ियां जालना पहुंचीं और ये लोग एमआईडीसी में कारखानों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और अपने आवासों पर पहुंचे। कारोबारी के कई ठिकानों पर एक साथ छापा मारा गया।

फार्म हाउस से हुई बरामदगी

आयकर विभाग को 10 दिन पहले सूचना मिली थी कि जालना के चार स्टील कंपनियां इनकम टैक्स चोरी कर रही हैं। जिसके बाद विभाग एक्शन में आया। विभाग ने कंपनी के निदेशकों और उनसे जुड़ अधिकारियों के घर और कारखाने में छापेमारी की। घर पर कुछ मिला नहीं लेकिन शहर के बाहर फार्म हाउस में हुई छापेमारी में भारी कैश बरामद हुआ।

13 घंटे तक गिना गया कैश

आईटी ने सारा कैश जमा किया। बैंक के कर्मचारियों को बुलाया गया। फार्म हाउस से बरामद हुए कैश की गिनती 11 बजे सुबह शुरू हुई। मशीनों से गिनती करने के बावजूद लगभग 13 घंटे लगे। रात 1 बजे तक लगातार गिनती के बाद पता चला कि वह 58 करोड़ रुपये कैश था। इसके अलावा 35 किलो सोना, हीरा और मोती देखकर लोगों की आंखें फटी रह गईं।
Income tax raid in Maharashtra Jalna

Income Tax Raid Full Story How It Team Reach In jalna bearing Rahul Weds Anjali Sticker

 

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