जय भावसार बन गया जीशान, 4 मुस्लिम दोस्तों संग बैंक में दो करोड़ की चोरी,12 घंटे में धरे गये
हिंदू SBI कर्मी ने अपनाया इस्लाम, चार मुस्लिम दोस्तों को लाकर बैंक में डाला डाका; अफसरों ने सौंप रखी थी ‘खजाने’ की चाबी
Ujjain SBI Employee Became Muslim: उज्जैन एसबीआई लूट कांड में बड़ा भंडाफोड हुआ है। एसबीआई कर्मचारी ने कुछ समय पहले इस्लाम अपनाया था। वह अपने मुस्लिम दोस्तों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने 12 घंटे में ही केस को सुलझा लिया है।

ऐसे हुआ संदेह
दरअसल, उज्जैन पुलिस को मंगलवार की सुबह 10 बजे सूचना मिली कि महानंदा नगर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बड़ी चोरी हुई है। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे और जांच शुरू कर दी। तब सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि बैंक का ताला नहीं टूटा हुआ है लेकिन गोल्ड जूलरी और कैश गायब हैं। ऐसे में पुलिस को संदेह हुआ कि वारदात में कोई बैंककर्मी ही शामिल हो सकता है।
पुलिस ने जांच शुरू की तो जीशान का नाम आया सामने
सीसीटीवी फुटेज और लोगों से पूछताछ में आउटसोर्स कर्मचारी जय भावसार की भूमिका संदिग्ध लगी। सख पूछताछ हुई तो पूरे मामले पर पर्दा उठ गया। साथ ही यह भी बात सामने आई कि जय भावसार ने धर्म परिवर्तन कर लिया है। वह अब जीशान है। जीशान ने अपने चार मुस्लिम साथी साहिल, अब्दुल्ला, अरबाज और कोहिनूर के साथ मिलकर चोरी की है।
रात ढाई बजे बैंक में घुसे
वहीं, जीशान अपने दोस्तों के साथ रात ढाई बजे बैंक में घुसा था। 35 मिनट में पूरी वारदात को अंजाम देकर वहां से निकल गया। उसने बैंक से 4 किलो 700 ग्राम सोना और 8 लाख रुपए नकद चोरी की थी। आरोपित जीशान और उसके साथियों ने ताले नहीं तोड़े थे बल्कि उसे चाबी से खोले। उसके पास पहले से बैंक की चाबियां थीं।
अधिकारियों पर गिरी गाज
अब सवाल है कि आउटसोर्स कर्मचारी को बैंक की चाबी क्यों सौंपी गई थी। बैंक के आला अधिकारियों ने SBI महानंदा नगर शाखा प्रबंधक पायल महेश्वरी, सेवा प्रबंधक सुरेन्द्र कुमार माधव और कैश अधिकारी अभिनव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
यूट्यूब देखकर बदला धर्म
पुलिस पूछताछ में यह बात सामने आई है कि जय भावसार ने यूट्यूब वीडियो देखकर इस्लाम धर्म से प्रभावित हुआ। इसके बाद उसने धर्म बदला। हालांकि पुलिस को यह बात पच नहीं रही है। पुलिस को आशंका है कि उसका ब्रेनवॉश किया गया है। पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी है। वह कलमा और नमाज भी पढ़ता है।
आग लगने पर की रेकी
वहीं, 15 दिन पहले यानी 16 अगस्त को बैंक के ग्राउंड फ्लोर पर आग लगी थी। कर्मचारी जय भावसार ने अपने इन्हीं दोस्तों को ठीक करने के लिए बुलाया था जो चोरी में शामिल हैं। इसी दौरान इन लोगों ने बैंक की रेकी की थी। साथ ही गोल्ड लॉकर को खुला छोड़ दिया था। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या प्लान में ही बैंक में आग लगाई थी।
नेपाल में सेट होने की थी तैयारी
आरोपितों ने लूट के सोना और रुपए के साथ नेपाल में सेट होने की तैयारी कर रखी थी। उज्जैन पुलिस ने तेजी दिखाते हुए लूट की गुत्थी 12 घंटे में ही सुलझा ली। साथ ही सभी आरोपित पकड लिये है। अब यह जांच कर रही है कि क्या सब कुछ एक प्लान में हो रहा था।

